लखनऊ, 12 जनवरी । 23वें राष्ट्रीय युवा उत्सव के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन इतिहासकारों पर हमला बोला जो भारत देश को 1947 के बाद ही सही स्वरूप मिलने की बात करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को ऐसा लगता है कि 1947 के बाद ही यह देश बना जबकि इस देश का अस्तित्व, इतिहास और गौरव अनादि काल से है। उन्होंने महोत्सव में मौजूद देश के सभी राज्यों से आए हजारों युवाओं को संबोधित करते हुए कहा की हमारा लक्ष्य हमेशा निर्धारित होना चाहिए। हमें पेंडुलम की तरह दोलित नहीं होना चाहिए तभी हम अपने जीवन में बदलाव ला सकेंगे और देश के विकास में वास्तविक योगदान कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा की कई राजनीतिक दलों के नेताओं और तथाकथित विचारकों को अब भी ऐसा लगता है कि हमारा देश इतने वर्षों बाद भी बनने की प्रक्रिया में है। यह वैचारिक छलावा देश को बहुत नुकसान पहुंचा रहा है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को धूमिल करने की एक कोशिश है। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया हमें ऐसे विचारों के प्रति सावधान रहने और इसे परास्त करने की जरूरत है।
योगी ने कहा की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में जिस तरह से देश को टुकड़े-टुकड़े करने देश विरोधी नारे लगाए जाते हैं वह हम सबके लिए चिंता का विषय है। हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि ऐसे लोग जो देश के संसाधनों पर पल और बढ़ रहे हैं लेकिन देश के खिलाफ आग उगल रहे हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई आवश्यक है।
अपने संबोधन में उन्होंने केरल के पूर्व मुख्यमंत्री और साम्यवादी नेता अच्युत मेनन की लिखे एक लेख का संदर्भ देते हुए कहा कि उन्होंने भी माना है कि पूर्व में विविध भाषा और वेशभूषा देख करने लगता था कि यह देश कई सारे देशों का समूह है लेकिन जब हम देश के इतिहास के तह में गए तो पता चला कि वास्तव में यह एक देश है। उन्होंने केरल में ही जन्मे भगवान आदि शंकराचार्य की याद दिलाते हुए कहा कि उसी राज्य से जन्म लेने वाले महान संत ने इस देश में चार मठों की अलग-अलग दिशाओं में स्थापना कर भारत की एकाग्रता का मजबूत संदेश दिया।
राष्ट्रीय युवा उत्सव में विभिन्न संस्कृतियों का अनूठा संगम राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर में रविवार को देखने को मिला। जब एक ही स्थान पर बनारस का खाइके पान बनारस वाला पर उत्तर प्रदेश से आया युवाओं का दल गाता दिखा। तो पंजाब का दल पंजाबी गानों पर नाचता नजर आया। इसी तरह से जम्मू कश्मीर, केरला, दिल्ली समेत 37 प्रान्तों और केंद्र शाषित राज्यों से आये युवाओं का जोश देखते ही बना। एक अलग सा माहौल। लगा किसी पर्व में शामिल हुए हों।
हाई कोर्ट बिल्डिंग फैज़ाबाद रॉड से इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान तक निकली युवाओं की परेड को स्थानीय लोगों ने रुककर स्वागत किया। लोग इतनी संस्कृति और विभिन्न परिधानों, वहां के नर्तियों को सड़क पर होते देख रुक गए और उनको मोबाइल में कैद करने लगे। यह परेड इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में समाप्त हुई। यहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवा उत्सव का शुभारम्भ किया।