अनुशासित आचरण से जीवन आसान : रितु गोयल

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5000 बच्चों को बहन भाई का संस्कार डालने का प्रयास

गुरुग्राम : समाज सेविका रितु गोयल ने बुधवार को गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, डूंडाहेड़ा, गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल मौलाहेड़ा एवं गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल कार्टरपुरी, गुरूग्राम में किशोर-किशोरी विकास कार्यक्रम के तहत बच्चों को नैतिक शिक्षा का पाठ पढ़ाया व उन्हें जीवन को अनुशासित बनाने की सीख दी.  तीनों स्कूलों में छात्र छात्राओं की संख्या लगभग 5000 से ज्यादा थी।

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नैतिक मूल्य शिक्षण के दौरान छाञो को नारी सम्मान के बारे में बताया गया ।  हमारे समाज में नारी को देवी रुप मे दर्जा दिया गया है। छात्राओं को अपना आचरण  देवी रूप में प्रस्तुत करना चाहिए। । इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए बच्चों में बहन भाई के संस्कार डालने का भी प्रयास किया। फलस्वरूप छात्रों ने छात्राओं को एक पर्ची पर अपने भाव प्रकट करते हुए लिखा कि आज से तुम मेरी बहन हो। बहुत ही भावनात्मक भावुक दृश्य था। ऐसे दृश्य ने सबका मन को मोह लिया।

 

हमें ऐसा लगा कि बच्चों को थोड़ा सा गंभीरता से अगर विषय को समझाया जाए तो निश्चय ही किशोर-किशोरी समाज के आगे बढ़ने में सहयोग करेंगे। किशोरी स्वस्थ ,संपन्न, स्वावलंबन और समर्थ महिला कैसे बने के बारे में उन से चर्चा की । उन्हें समझाने का प्रयास 16-nov-13-aकिया की पूरे समाज की धुरी एक महिला ही है ।

 

बेटा या बेटी पैदा करने में और उसको संस्कार देने मे सबसे ज्यादा योगदान एक महिला का रहता है । इसलिए उन्हें समर्थ महिला बनने की प्रेरणा दी।बच्चों ने सभी विषय को बड़ी गंभीरता से समझा और शपथ ली कि जीवन में हम इन नैतिक मूल्यों को अपनाएंगे। तीनो स्कूलों के प्रिंसिपल का यह मानना था कि इस प्रकार के सत्र स्कूलों में बार-बार होने चाहिए यह बहुत प्रभावशाली है हमे सबको ऐसा परयास करते रहना चाहिए।  

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