संस्कृत विवि में दर्जनभर नए पाठ्यक्रमों की पढ़ाई

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नियमावली निर्माण को बनी कमेटी 
एक पखवाड़े का दिया गया समय
दरभंगा। संस्कृत विवि में अब व्यावसायिक शिक्षा निदेशालय के तहत तकरीबन दर्जनभर नए प्रमाणपत्र कोर्सों की पढ़ाई शुरू की जायेगी। सभी के सभी पाठ्यक्रम प्राच्य व परम्परागत बिषयों से सम्बंधित हैं। इस आशय की जानकारी देते हुए विवि के पीआरओ सह व्यावसायिक शिक्षा निदेशक निशिकांत प्र0 सिंह ने बताया कि कुलपति डा0 नीलिमा सिन्हा की अध्यक्षता में मंगलवार को स्नातकोत्तर विभाग के सभी अध्यक्षों व निदेशकों की बैठक आयोजित कर उक्त निर्णय लिया गया। जिन पाठ्यक्रमों की पढ़ाई शुरू होनी है उसमें न्यास योग तनाव प्रबन्धन,कर्मकाण्ड , वास्तु शास्त्र , कुंडली निर्माण,हस्तरेखा विज्ञान,ग्रह रत्न विज्ञान, पंजी प्रबंध,अंग्रेजी, धर्मशास्त्र, फेब्रिक एवं मधुबनी पेंटिंग के अलावा ट्वाय एवं फ्लावर मेकिंग शामिल हैं। शुरू के चार पाठ्यक्रमों का मैटर पूर्व में ही तैयार किया जा चुका है । वहीं शेष सात पाठ्यक्रमों की पाठ्य सामाग्री सम्बंधित विभागाध्यक्षों व निदेशकों को तैयार करने की जिम्मेदारी दी गयी है।
इसके अलावा शिक्षा शास्त्र विभाग के प्राध्यापक डा0 नंदकिशोर चौधरी के संयोजकत्व में एक कमेटी गठित की गयी है जिसमें डा0 विद्याधर मिश्र डा0 शक्तिनाथ झा बतौर सदस्य बनाये गए हैं। सामूहिक निर्णय के मुताबिक नई पाठ्य सामाग्री 6 के साथ नामांकन नियमावली एवं परीक्षा नियमावली तैयार कर 15 दिनों के भीतर व्यावसायिक शिक्षा निदेशक श्री सिंह को उपलब्ध करा देना होगा। वहीं निदेशक ने वीसी के तत्संबंधी क्रियान्वयन आदेश की जानकारी सभी विभागाध्यक्षों को दे दी है।
बैठक को सम्बोधित करते हुए वीसी ने कहा कि चयन किये गए सभी पाठ्यक्रमों की स्वीकृति सीनेट समेत जरूरी इकाइयों से पूर्व में ही मिल चुकी है और नामांकित बच्चों को पढ़ाने में भी कोई परेशानी नहीं होगी। पीजी के प्राध्यापक ही अमूमन सभी कक्षाएं संचालित कर सकते हैं।
बता दें कि सोमवार को आयोजित व्यावसायिक शिक्षा परामर्शदातृ समिति की बैठक में ही विभागाध्यक्षों की बैठक बुलाने का फैसला लिया गया था।
आज की बैठक में डा0 विद्याधर मिश्र,डा शक्तिनाथ झा, डा0 गंगेश ठाकुर, डा0 श्रीपति त्रिपाठी,डा0 पुरेरद्र वारिक, डा0 विद्येश्वर झा,डा0 बौआ नंद झा, वीरेंद्र नारायण सिंह व नरोत्तम मिश्र के अलावा निशिकांत प्र0 सिंह मुख्य रूप से मौजूद थे।

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