नोट नहीं बदले जाने से लोगों ने किया हंगामा

Font Size

 लोगों ने किया पुन्हाना-नगीना रोड जाम

केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी, पुलिस ने किया लाठी चार्ज 

यूनुस अलवी
नूंह/मेवात : पांच सौ और एक हजार के नोट ने बदलवाना लोगों के लिये मुसीबत बन गई है। तीन-तीन से लोग सुबेह 6 बजे से बैंक आ रहे हैं और शाम चार बजे वापिस चले जाते हैं। लोगों मोदी सरकार मुर्दाबाद, मोदी सरकार हाय-हाय के जमकर नारे लगा कर अपनी भडास निकाली। शाम चार बजे ही बैंक बंद किये जाने से कस्बा पिनगवां में लोगों ने कुछ देर के लिये पुन्हाना-नगीना रोड जाम लगा दिया बाद मेें पुलिस ने समझा बुझाकर जाम खुलवाया। वहीं इससे पहले पुलिस ने हजारों की भीड पर जमकर डंडे और लाठियां बरसाई जिसमें एक दर्जन लोगों को चोटे भी आई हैं।
लोगों का आरोप घर में लोग बिमार है। आठा, दाल, दाल चावल के लिये भी पैसे नहीं हैं।

पुलिस वालों पर लग रहे रिश्वत लेने के आरोप

पुलिस कर्मी और बैंक कर्मी मिली भगत करके अमीर लोगों के पैसे बदल रहे हैं जबकी गरीबों को डंडा मारकर पुलिस भगा रही है। यह सब नजारा पूरी मेवात में देखने को मिल रहा है। सैकडों युवाओं और लोगों ने शनिवार को कस्बा पिनगवां कि शाम चार बजे ही बैंक बंद होने पर मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाये।

गरीबों के नहीं अमीरों के पैसे बदले जा रहे हैं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 -1000 के नोट बंद किये तो ,आम आदमी की नींद उड़ गई। सारा कामकाज छोड़ गरीब से अमीर तक या तो नोट जमा कराने या फिर बदलने के लिए बैंकों में लगी लंबी लाइनों में खड़े हो गए। महिला ,बुजुर्ग ,बच्चे ,जवान हाथों नोट और आईडीप्रूफ लेकर दिन निकलते ही बैंकों के बाहर लाइनों में अपनी बारी का इंतजार करने लगे। वैसे तो यह समस्या पूरी मेवात में बनी हुई है लेकिन शनिवार को पिनगवां स्थित स्टेट बैंक का नजारा उस समय तनावपूर्ण हो गया जब पुलिस ने जनता पर जमकर लाठियां बरसाई।

 
जियाउल हक और सोएब खान का कहना है कि आज पुलिस ने पिनगवां में जनता पर जमकर लाठियां बरसाई जिसमें करीब एक दर्जन लोगो को चोटे आई हैं। उनका कहना है कि कई को तो चोटे पुलिस ने मारी हैं तो कई को भगदड कि वजह से लगी हैं।
वहीं शहाबुद्दीन और मोहम्मद आबिद ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस वाले रिश्वत लेकर अमीर लोगो को बैंक के अंदर घुसा देते हैं जबकी गरीब लोग कई-कई दिन से पैसे बदलवाने के लिये लाईन में खडे होते हैं और शाम को चार बजे वापिस घर चले जाते हैं।

You cannot copy content of this page