स्मार्ट शहर के लिए प्रभावी हस्तक्षेप जरूरी : ढेसी

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रोटरी क्लब व डब्ल्यूआरई इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में सेमीनार 

जीडीए गठन एक महत्वपूर्ण कदम

गुरुग्राम : गुरुग्राम को एक आकर्षक शहर (चुम्बकीय शक्ति )के रूप में स्थापित करने के लिए राज्य सरकार प्रयासरत है. स्मार्ट शहर के रूप में विकसित करने में कई प्रकार की बाधाएं हैं जिसके लिए प्रभावी हस्तक्षेप की आवश्यकता है. इस दिशा में काफी काम हुए हैं और अब जीडीए के गठन की घोषणा भी एक महत्वपूर्ण कदम है.

यह विचार हरियाणा के मुख्य सचिव डी एस ढेसी ने व्यक्त किए. श्री ढेसी शनिवार को गुरुग्राम के सेक्टर 22 स्थित रोटरी पब्लिक स्कूल में आयोजित एक सेमीनार को संबोधित कर रहे थे. सेमीनार का आयोजन रोटरी क्लब गुरुग्राम व डब्ल्यूआरई इंडिया ( WRI India ) के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था. कार्यशाला का विषय था गुरुग्राम को स्मार्ट शहर बनाना (Making Gurgaon a Smarter City ).

उपयोगी सुझाव  

इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री ढेसी का कहना था कि किसी भी शहर के सतत विकास के लिए दूरदर्शी योजना व उस पर प्रभावी अमल कराने की आवश्यकता होती है. इसमें सरकार व आम जनता दोनों की भागीदारी महत्वपूर्ण होती है. इसलिए इसमें सभी साझीदारों को अपनी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करना होगा. उन्होंने जीडीए के गठन को इस दिशा में एक सकारात्मक पहल बताया व उम्मीद जताई कि जनता के उपयोगी सुझावों से विकास की राहें आसान होंगी.

जल सं12-nov-2-rotary-6-aरक्षण पर काम जरुरी 

सेमीनार के विशिष्ठ अतिथि व देश के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ एस वाई कुरैशी ने जल संरक्षण विषय पर अपना प्रेजेंटेशन प्रस्तुत करते हुए हरियाणा सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों को जल प्रबंधन व संरक्षण पर अधिकतम बल देने का सुझाव दिया. उन्होंने हरियाणा में अपने कार्य काल की चर्चा करते हुआ कहा कि तब मैंने 29 सरकारी विभागों की सूचि तैयार कर इस मामले में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने की कोशिश की थी. कभी 2.50 लाख की आबादी वाला गुरुग्राम अब 25 लाख की सीमा को भी पार कर गया है. इसलिए आवश्यकताएँ भी असीमित हो गयीं हैं. ऐसे में हमें दूरदर्शी योजना बनाने व उस पर अमल करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि अब यह देखने की जरूरत है कि वे 29 विभाग इस मद में क्या कर रहे हैं इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है.

वाटर हार्वेस्टिंग के मामले में गोरख धंधा

डॉ कुरैशी  ने बताया कि उनके द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री को स्वर्ण जयंती आयोजन के लिए दो सुझाव दिए गए थे जिनमे से जल संरक्षण मिशन को भी शामिल करना भी एक था. उनके अनुसार इसे मुख्यमंत्री ने शामिल कर लिया. उन्होंने इस अवसर पर मौजूद जीडीए के ओएसडी यु उमाशंकर को सुझाव दिया कि जीडीए के प्रस्ताव में भी मिनी माडल ऑफ़ जल संरक्षण को शामिल कर लें और इसमें जनता की भागीदारी को भी सुनिश्चित करें. उन्होंने ध्यान दिलाया कि वाटर हार्वेस्टिंग के मामले में गोरख धंधा चल रहा है. सौ में दस ही सही मिलेंगे जबकि 90 फर्जी. जीडीए की चर्चा करते हुए डॉ कुरैशी ने कहा कि यह प्रस्ताव 30 साल से विचारार्थ था लेकिन अब सामने आया है.

समावेशी नीति अपनाने की जरूरत 12-nov-2-rotary-3-a

अपने संबोधन में हरियाणा के गृह सचिव व कार्यशाला के विशिष्ठ अतिथि रामनिवास ने कहा कि गुरुग्राम एक व्यावसायिक केंद्र है इसलिए हमें दूरदर्शी व समावेशी नीति अपनाने की जरूरत है. उन्होंने स्पष्ट किया कि एक मेट्रोपोलिटन सिटी में केवल अस्थायी दिखावे बाले बदलाव से काम नहीं चलेगा.

सही योजना व भागीदारी

इससे पूर्व सेमीनार में अपने स्वागत भाषण में रोटरी क्लब गुरुग्राम के प्रेसिडेंट रोटेरियन दिलीप ग्रोवर ने गुरुग्राम शहर की बढती आबादी व इसकी आवश्यकताओं को विस्तार से रेखांकित किया. उन्होंने सेमिनार के लिए गुरुग्राम को स्मार्ट शहर बनाना (Making Gurgaon a Smarter City ) विषय क्यों चयन किया गया इसकी तार्किकता को समझाया. उन्होंने कहा कि दुनिया में हो रहे बदलाव में हम कहीं पिछड़ नहीं जाएँ इसलिए अभी सही समय है कि हम सही योजना व भागीदारी से इस शहर को वास्तविक रूप में स्मार्ट बना पायें. उन्होंने जी डी ए के गठन की घोषणा को इस दिशा में मजबूत कदम बताया.   

12-nov-2-rotary-5-aपीपीपी माडल लेकर आगे आयें

कार्यशाला को गुरुग्राम मंडल के आयुक्त डॉ. डी सुरेश ने भी संबोधित किया. उन्होंने लोगों से पीपीपी माडल पर काम करने को आगे आने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि संसाधनों के बेहतर सदुपयोग के प्रस्ताव के साथ जनता को भी शहरी आधारभूत संरचनाओं के लिए सरकार के साथ काम करने को आगे बढ़ना चाहिए.

सुझाव देने का आह्वान 12-nov-2-rotary-9-a

जीडीए के ओ एस डी  यु उमाशंकर ने सभी वक्ताओं के सुझाओं को गंभीरता से लेने का आश्वाशन दिया और इसके लिए तैयार ड्राफ्ट में जरूरी बदलाव के लिए अपने सुझाव देने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि सरकार ने अभी संस्था को खड़ा करने व उसकी कानूनी रुपरेखा तैयार करने की जिम्मेदारी दी है.

वेस्ट मैनेजमेंट में बदतर

हाईटेक गुरुग्राम के संस्थापक अध्यक्ष प्रदीप यादव ने गुरुग्राम में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की स्थिति व इसके लिए उपयोगी सुझावों पर चर्चा की. उन्होंने दुनिया के अन्य विकसित देशों जापान, यूके यूएस चाइना, कोरिया के प्रमुख शहरों से गुरुग्राम की तुलना करते हुए इसके बदतर हालत को दर्शाया. उन्होंने कहा कि अब अकेले गुरुग्राम में 8000 टन कचरे पैदा होते हैं लेकिन इसके निस्तारण की माकूल व्यवस्था नहीं है. उन्होंने दावा किया कि ई वेस्ट मैनेजमेंट कम खर्चीला है लेकिन इसे व्यवस्थित करने की जरूरत है. उन्होंने इसके लिए रीसाइक्लिंग, रीयूज एवं रीड्युस के तीन फ़ॉर्मूले सुझाए. उन्होंने चार मेट्रो स्टेशन को पीओसी के रूप में डेवलप करने का भी सुझाव दिया.

यातायात की सुविधाओं की कमी

इस अवसर पर अरावली स्कोलर्स मोबिलिटी, एंड ईकोनोमिक डेवलपमेंट गुरुग्राम के संस्थापक प्रभात अग्रवाल ने शहर के विकास में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की कमी व बढ़ते प्रदूषण को सबसे बड़ी बाधा बताया. उन्होंने दावा किया कि अब हालत यह है कि आईटी व  बीपीओ के क्षेत्र में काम करने वाली कम्पनियाँ गुरुग्राम नहीं आना चाहतीं हैं. इसका कारण यातायात की सुविधाओं में बड़ी कमी है. अधिकतर कम्पनियाँ यहाँ से बाहर जा रहीं हैं. इस दिशा में तत्काल काम करने की जरूरत बताया.

गुरुग्राम लो सेफ्टी रेटिंग वाला शहर12-nov-2-rotary-10-a

सेमीनार में सेफ्टीपिन ओन वूमेन सेफ्टी इन सिटी की सह संस्थापिका डॉ. कल्पना विश्वनाथ ने गुरुग्राम में महिला सुरक्षा की  तुलनात्मक स्थिति को रेखांकित किया.  उन्होंने महिलाओं को देश के लिए आर्थिक संपदा बताते हुए कहा कि यहाँ के अधिकतर इलाके महिलाओं के लिए असुरक्षित हैं. इसका हमारे आर्थिक विकास पर सीधा असर पड़ता है. कल्पना ने एक अध्ययन का जिक्र करते हुए गुरुग्राम को लो साफ्टी रेटिंग वाला शहर बताया. उन्होंने इसके लिए शहर में प्रकाश की व्यवस्था, स्ट्रीट मूवमेंट व विजिबिलिटी के तीन विभिन्न पेरामीटर को आवश्यक बताया जिस मद में गुरुग्राम बेहद पीछे है.

पुलिस का आधुनिकीकरण12-nov-2-rotary-7-a

इस विषय पर गुरुग्राम के पुलिस आयुक्त संदीप खिरवार ने आश्वस्त किया कि आवश्यक उपाय किये जा रहे हैं. महिला पुलिस थाने का गठन व महिला हेल्प लाइन शुरू करने सहित कई आधुनिक कदम उठाये गए हैं. पुलिस का आधुनिकीकरण भी किया जा रहा है जबकि ट्रैफिक व्यवस्था को भी सुधारा जा रहा है.

हेल्थ फैसिलिटी

स्वास्थ्य सुविधा विषय पर रोटेरियन डॉ सुब्रमानीयन ने यह समझाने की कोशिश की कि स्मार्ट शहर के लिए किस प्रकार की हेल्थ फैसिलिटी मुहैया कराने की जरूरत है. 

सेमीनार में आये सभी अतिथियों व विशेषज्ञों का आभार जताते हुए रोटरी क्लब गुरुग्राम के पूर्व प्रेसिडेंट सुभाष सिंगला ने उम्मीद जताई की इस चर्चा से आने वाले समय में शहर को फायदा होगा. कार्यशाला को रोटेरियन डॉ सुशिल खुराना व डब्ल्यू आर ई इंडिया ( WRI India )  के अमित खत्री ने भी संबोधित किया.

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