चुनाव आयुक्त अशोक लवासा ने की हरियाणा में चुनाव की तैयारी की समीक्षा

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शिक्षण सस्थानों के प्रमुखों को छात्र -छात्राओं के नाम वोटर लिस्ट में पंजीकरण कारवाने के निर्देश

चण्डीगढ़ :  भारत निर्वाचन आयोग के चुनाव आयुक्त अशोक लवासा ने कहा कि ऐसे सभी शैक्षणिक संस्थान या विद्यालय, जिनमें 18 से 19 वर्ष के युवा पढ़ रहे हैं और जो मतदाता पहचान पत्र बनवाने के लिए पात्र हैं, का मतदाता पहचान पत्र बनवाना सुनिश्चित किया जाए.  इस कार्य में सम्बन्धित संस्थान या विद्यालय के प्राचार्य को निर्देश दिए जाने चाहिए कि उनके संस्थान में पात्र युवाओं का नाम शतप्रतिशत मतदाता सूची में पंजीकृत है।
वे आज यहां हरियाणा में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी के सम्बन्ध में आयोजित की गई एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।  उन्होंने बैठक के दौरान सम्बन्धित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि वे मतदाता सूची में पंजीकरण के लिए ऑनलाइन आवेदन को बढ़ावा दें ताकि ज्यादा से ज्यादा युवाओं को मतदाता बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि ऐसे संस्थानों में पढ़ रहे अन्य राज्यों के छात्रों को भी पहचान पत्र बनावाने के लिए ऑनलाइन आवेदन हेतु प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। इस कार्य में शतप्रतिशत उपलब्धि हासिल करने के लिए एक अभियान भी चलाएं, जिस पर हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री अनुराग अग्रवाल ने चुनाव आयुक्त को आश्वासन दिया कि वे जल्द ही ऐसा एक अभियान चलाएंगे ताकि इस अंतराल को कम किया जा सके।
बैठक के दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी मतदान केन्द्रों की व्यक्तिगत रूप से निरीक्षण किया जाना चाहिए और वहां उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जानकारी ली जाए ताकि दिव्यांग मतदाताओं को किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो। उन्होंने कहा कि ऐसे सभी दिव्यांग मतदाताओं की जानकारी एकत्रित की जानी चाहिए ताकि उनसे सम्बन्धित मतदान केन्द्रों पर रैम्प इत्यादि की सुविधा मुहैया करवाई जा सके।
उन्होंने कहा कि पोलिंग स्टाफ को बैलेट यूनिट और वीवीपैट की पूरी जानकारी देने के लिए प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए और यह सुनिश्चित भी किया जाए कि इस प्रशिक्षण के दौरान महत्वपूर्ण जानकारी दी जाए। इसके अलावा, मॉक पोल पर भी बल दिया जाए। उन्होंने कहा कि चुनाव से सम्बन्धित सामग्री की सही व्यवस्था होनी चाहिए तथा जहां कहीं भी चुनाव ड्यूटी को लेकर किसी भी प्रकार के अधिकारी या कर्मचारी की कमी हो तो उसे तुरंत पूरा किया जाए।
श्री लवासा ने कहा कि संवेदनशील और अतिसंवेदनशील क्षेत्रों व मतदान केन्द्रों के लिए कानून व्यवस्था पर विशेष बल देना चाहिए। इसके अलावा, सी-विजिल एप पर आने वाली शिकायतों का निपटारा समय पर होना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि चुनावों के दौरान शराब, नशे इत्यादि पर रोक होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अवैध नकदी इत्यादि पर भी विशेष ध्यान अधिकारियों को देना होगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी मतदाता का नाम काटने के मामले में चुनाव आयोग के नियमों का पालन किया जाना चाहिए और  नाम काटने से पहले ऐसे मतदाता को सूचित भी किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न राज्यों में मतदान प्रतिशतता बढ़ी है और उन्हें उम्मीद है कि आने वाले विधानसभा चुनावों में हरियाणा में भी मतदान की प्रतिशतता में बढ़ोतरी होगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे उन मतदान केन्द्रों पर विशेष ध्यान दें जहां मतदान कम होता है।
बैठक के दौरान हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनन्द अरोड़ा ने चुनाव आयुक्त श्री लवासा को आश्वासन देते हुए बताया कि आयोग को हर प्रकार का सहयोग दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य के अधिकारी अपनी जिम्मेदारी के साथ-साथ आयोग के सहयोग से आने वाले विधानसभा चुनावों को स्वच्छ एवं पारदर्शी आयोजित करवाएंगे।
बैठक में हरियाणा गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव नवराज संधू ने भी आगामी विधानसभा चुनावों को सुचारू रूप से आयोजित करवाने के लिए पुलिस की 120 कम्पनियों का ही जिक्र किया और कहा कि जहां कहीं भी अतिरिक्त पुलिस बल की आवश्यकता होगी, तैनात किया जाएगा।
बैठक के दौरान पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने कहा कि विधानसभा चुनावों में लगभग दो महीने का समय रह गया है और हरियाणा पुलिस ने अपनी पूरी तैयारी कर रखी है। उन्होंने बताया कि चुनावों के दौरान शराब, मादक पदार्थ और अनधिकृत  नकदी इत्यादि पर सख्ती की जाएगी। उन्होंने हाल ही में सम्पन्न हुए लोकसभा चुनावों के सम्बन्ध में भी पुलिस कार्यवाही की भी जानकारी दी।
भारत निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ उप-चुनाव आयुक्त  संदीप सक्सेना ने जानकारी देते हुए बताया कि बेहतर चुनाव तैयारी के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी व पुलिस अधीक्षक के लिए 30 बिंदुओं को तैयार किया गया है, जिसमें पिछले पांच वर्षों का ईआर स्टेटस, सभी पात्र नागरिकों का पंजीकरण, ईपी अनुपात, लिंगानुपात में वृद्घि के लिए कार्यवाही, विभिन्न गतिविधियों के लिए राज्य और जिला के नोडल अधिकारी, ईवीएम और वीवीपैट की उपलब्धता का स्तर, स्वीप कार्यक्रम, ईआरओ, एईआरओ, आरओ और एआरओ के साथ-साथ माइक्रो ओबजवर की नियुक्ति इत्यादि शामिल है।
इससे पहले हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनु राग अग्रवाल ने आने वाले हरियाणा विधानसभा के चुनावों की तैयारियों के सम्बन्ध में एक प्रस्तुतिकरण भी दिया जिसमें हरियाणा के जिलों, उपमण्डलों, खण्डों, तहसीलों, गांवों इत्यादि में पुरुष और महिला मतदाताओं की जानकारी, पिछले आयोजित किए गये चुनावों की जानकारी, मतदान केन्द्रों की जानकारी, ईवीएम और वीवीपैट, एफएलसी स्टेटस, प्रशिक्षण, चुनाव सामग्री, मानव संसाधन, प्रशिक्षण कार्यक्रम, शिकायत निगरानी प्रणाली, चुनाव खर्च निगरानी, आदर्श आचार संहिंता, कानून व्यवस्था, आईटी एप्लीकेशन, सुरक्षा बलों की तैनाती, वैब कास्टिंग, स्वीप कार्यक्रम इत्यादि शामिल हैं। उन्होंने चुनाव आयुक्त को आश्वासन देते हुए कहा कि आयोग द्वारा सुझाए गये विभिन्न बिंदुओं व निर्देशों का पालन किया जाएगा।
इस बैठक के उपरांत चुनाव आयुक्त ने पंजाब और चण्डीगढ़ के चुनाव से सम्बन्धित अधिकारियों की भी समीक्षा बैठक की।
इस अवसर पर हरियाणा की मुख्य सचिव श्रीमती केशनी आनन्द अरोड़ा, हरियाणा गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती नवराज संधू, लोक निर्माण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव  आलोक निगम, परिवहन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव  टीसी गुप्ता, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव  टीवीएसएन प्रसाद, विकास एवं पंचायत विभाग के प्रधान सचिव  सुधीर राजपाल, हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी  अनुराग अग्रवाल, पुलिस महानिदेशक  मनोज यादव, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की प्रधान सचिव  नीरजा शेखर, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के सचिव  नितिन कुमार यादव, पुलिस महानिरीक्षक एचएस दून, अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डी के बेहरा, संयुक्त निर्वाचन अधिकारी  इंन्द्रजीत सिंह के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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