गुरूग्राम में द्वारका एक्सप्रेस-वे के साथ 1002 एकड़ में ग्लोबल सिटी की होगी स्थापना, जिला प्लानिंग कमेटी की मंजूरी, प्रस्ताव सरकार को भेजा

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गुरूग्राम । गुरूग्राम में द्वारका एक्सप्रेस-वे के साथ में लगभग 1002 एकड़ भूमि पर ग्लोबल सिटी विकसित करने के लिए जिला की विकास योजना के संशोधन को आज जिला प्लानिंग कमेटी द्वारा स्वीकृत कर दिया गया। अब इस प्रस्ताव को मंजूरी के लिए राज्य सरकार के पास भेजा जाएगा।

गुड़गांव मानेसर अर्बन काॅम्पलैक्स-2031 की फाइनल डिवेलपमेंट प्लान मे संशोधन के प्रस्ताव को आज उपायुक्त अमित खत्री की अध्यक्षता में आयोजित जिला प्लानिंग कमेटी की बैठक में स्वीकृति दे दी गई है। इस बैठक में गुरूग्राम के विधायक, सांसद, मंत्रियो सहित मेयर व पार्षदों को आमंत्रित किया गया था। बैठक में स्वीकृति के साथ ही डिवलेपमेंट प्लान में संशोधन की दूसरी कड़ी आज पार हो गई है और अब इसे मंजूरी के लिए राज्य प्लानिंग कमेटी के समक्ष रखा जाएगा, जिसके अध्यक्ष मुख्यमंत्री मनोहर लाल हैं। वहां से मंजूरी मिलने के बाद प्लान में संशोधन पर मोहर लग जाएगी। संशोधन की पहली कड़ी जिला कलीयरेंस कमेटी की 24 जून को हुई बैठक में पार हो गई थी।
ग्लोबल सिटी विकसित करने के लिए गुरूग्राम मंे द्वारका एक्सपै्रस- वे के साथ लगते सैक्टर-36, 36बी, 37 तथा 37बी में स्थित 1002.45 एकड़ भूमि चिन्ह्ति की गई है। बैठक में जिला योजना अधिकारी आर एस भाट ने पावर प्वाइंट प्रैजेंटेशन के माध्यम से मास्टर प्लान में किए गए बदलाव के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि वर्ष-2031 का मास्टर डिवेलप्मेंट प्लान के लिए गुरूग्राम की अनुमानत जनसंख्या 42.50 लाख मानी गई है जिसका कुल क्षेत्रफल 33 हजार 872 हैक्टेयर होगा। इस डिवेलपमेंट प्लान में लगभग 115 सैक्टर प्लान किए गए हैं।

ग्लोबल सिटी के लिए प्रस्तावित भूमि पहले उद्योग विभाग द्वारा उद्योगों के लिए अधिग्रहित की गई थी। डिवलेपमेंट प्लान में संशोधन करके ग्लोबल सिटी बनाई जाएगी, जो एक स्पेशल जाॅन होगा और इसमें मिश्रित लैंड यूज रहेगा, जिसमें रीक्रिएशनल तथा एंटरटेनमेंट, रैजीडेंशियल, ओपन स्पेस, पब्लिक युटिलिटिज, ट्रांसपोर्ट, कम्युनिकेशन आदि के लिए भूमि का प्रयोग किया जा सकेगा। इस ग्लोबल सिटी में 300 प्रतिशत एफएआर का प्रावधान करने का प्रस्ताव भी किया गया है। इससे पहले इस भूमि पर केवल उद्योग ही लगाए जा सकते थे। संशोधन का यह प्रस्ताव गुरूग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) द्वारा किया गया है। गुरूग्राम महानगर विकास प्राधिकरण(जीएमडीए) द्वारा मास्टर प्लान को लागू किया जाएगा।

इस प्लान में अन्य सुधार ओपन स्पेस जोन को ट्रांसपोर्ट एंड कम्यूनिकेशन जोन बनाने से संबंधित है। उन्होंने बताया कि इस जोन में मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम बनाया जाएगा जिसके लिए 147 एकड़ भूमि अधिग्रहित की गई है। गुरूग्राम मे एसपीआर व द्वारका एक्सप्रैस वे पर मैट्रो लाइन बिछाना प्रस्तावित है जिसमें 500 से 800 मीटर ग्लोबल एफएआर दिया जा रहा हैं।

बैठक में मेयर मधु आजाद ने सुझाव दिया कि गुरूग्राम जिला के डिवेलपमेंट प्लान-2031 में जल संरक्षण का विशेष तौर पर ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि इस प्लान को इस प्रकार से बनाया जाए कि आने वाली पीढ़ी को सुविधा हो और गुरूग्राम की ख्याति और अधिक बढ़े। जल संरक्षण के मुद्दे पर उपायुक्त ने कहा कि राज्य सरकार जल संरक्षण को लेकर अत्यंत गंभीर है और जिस प्रकार केन्द्र सरकार द्वारा स्वच्छता की एक मुहिम शुरू की गई है उसी प्रकार अब जल शक्ति अभियान चलाया जा रहा है ताकि लोग पानी के महत्व को समझें और उसकी बर्बादी ना करें। उन्होंने कहा कि आज भूमिगत जलस्तर में लगातार गिरावट होना एक गंभीर स्थिति है और यदि गुरूग्राम में आने वाले समय में अनुमानित जनसंख्या इतनी अधिक होगी तो उनकी जरूरतों में ध्यान में रखते हुए जल संरक्षण भी उतना ही महत्वपूर्ण है।

इस अवसर पर मेयर मधु आजाद, उपायुक्त अमित खत्री, अतिरिक्त उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा, पार्षद महेश दायमा, वरिष्ठ नगर योजनाकार सुधीर चैहान, जिला नगर योजनाकार आर एस भाट, एटीपी सुरेखा यादव सहित कई अधिकारी उपस्थित थे।

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