सुभाष चौधरी/संपादक
नई दिल्ली : कृषि निर्यात को दोगुना करने और भारतीय किसानों और कृषि उत्पादों को वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं के साथ एकीकृत करने के लक्ष्य वाली कृषि निर्यात नीति, 2018 के अनुरूप प्रथम भारतीय अंतर्राष्ट्रीय सहकारी व्यापार मेला (आईआईसीटीएफ) प्रगति मैदान, नई दिल्ली में 11 से 13 अक्तूबर, 2019 तक आयोजित होने जा रहा है। एनसीडीसी द्वारा निर्देशित यह मेला एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन (एनईडीएसी), तीन मंत्रालयों, चार राज्य सरकारों और अऩेक शीर्ष स्तरीय भारतीय सहकारी संगठनों की सहायता से आयोजित किया जा रहा है।
इस तीन दिवसीय मेले में बड़ी संख्या में भारतीय सहकारी समितियों और अंतर्राष्ट्रीय सहकारी संगठनों के भाग लेने की संभावना है। हालांकि अंतर्राष्ट्रीय खरीदार सहकारी, कॉर्पोरेट, निजी, सरकार से हो सकते हैं, लेकिन आईआईसीटीएफ प्रदर्शकों/विक्रेताओं/खरीदारों को शामिल करता है, जो कृषि और संबद्ध क्षेत्रों की पूर्ण मूल्य श्रृंखलाओँ, कोल्ड चेन, डेयरी, जिन्सों, निर्यात, प्रौद्योगिकी, जलवायु के अनुरूप कृषि, प्रसंस्करण, पैकेजिंग, भंडारण, मशीनरी, ब्रांड का प्रचार, विपणन, सहकारी-बैंकिंग, कृषि-तकनीक, साइबर-सुरक्षा, मवेशी, मत्स्य पालन, हथकरघा, हस्तशिल्प, कपड़ा, उपभोक्ता सामान, खुदरा आतिथ्य, बीमा, वित्त, ऋण, स्वास्थ्य सेवाएं, महिला समूहों के उत्पाद और क्षमता विकास जैसे कोआपरेटिव-टू-कोआपरेटिव व्यापार पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
इस व्यापार मेले का उद्देश्य भारत और विदेशों में कोआपरेटिव-टू-कोआपरेटिव व्यापार को बढ़ावा देना है, जिससे ग्रामीण और कृषि समृद्धि में वृद्धि हो सके। इस मेले के दौरान सम्मेलनों, प्रदर्शनियों, बी2 बी बैठकों, सी2सी बैठकों, बिक्री संवर्धन, विपणन और उत्पादों के प्रदर्शन के साथ व्यापार, नेटवर्किंग, नीति प्रचार आदि का आयोजन किया जाएगा। इसकी बदौलत प्रतिभागियों को भारत और विदेश के सहकारी संगठनों के साथ व्यापार की संभावनाओं का पता लगाने और सहयोग करने के अपार अवसर प्राप्त होंगे।
यह व्यापार मेला भारत और विदेश के उद्योग और व्यापारिक घरानों को गठबंधन करने, व्यापार नेटवर्किंग करने, प्रोडक्ट सोर्सिंग और सबसे बढ़कर उत्पादों और सेवा प्रदाताओं की विस्तृत श्रृंखला के प्राथमिक उत्पादकों के साथ बातचीत करने का एक बड़ा अवसर प्रदान करता है। आईआईसीटीएफ के बारे में अधिक जानकारी वेबसाइट www.iictf.in या www.ictf.co.in से प्राप्त की जा सकती है। मेले के लिए वेबसाइट पर ऑनलाइन पंजीकरण चालू है।
निर्यात नीति में परिकल्पित कृषि निर्यात को वर्तमान में 30 बिलियन डॉलर+ से दोगुना करते हुए 2022 तक 60 बिलियन डॉलर + तक ले जाने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए सहकारी क्षेत्र को कृषि बड़ी भूमिका निभानी होगी। इसी के लिए हाल ही में एनसीडीसी में एक सहकारी क्षेत्र निर्यात संवर्धन मंच स्थापित किया गया है। अनुमानित तौर पर 94 प्रतिशत भारतीय किसान कम से कम किसी एक सहकारी संस्था के सदस्य हैं। आईआईसीटीएफ सहकारी समितियों द्वारा अपने सदस्यों को प्रत्यक्ष लाभ पहुंचाने के साथ निर्यात को बढ़ावा देने के लिए प्रमुख मंच होगा। इन सदस्यों में मुख्य रूप से किसान, कारीगर, महिलाएं, अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति आदि शामिल हैं।
प्रमुख जिन्सों/अधिक संभावनाओं वाले मूल्य श्रृंखला उत्पादों के निर्यात को प्रोत्साहन देने के कार्य को, हितदाता संस्थाओं की प्रविष्टियों की भागीदारी सहित विशिष्ट प्रचार पहलों के माध्यम से समर्थन दिया जा रहा है। इनसे किसानों की आय दोगुनी करने और कृषि-निर्यात नीति 2018 के तहत निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने को निश्चित रूप से बढ़ावा मिलेगा।