Font Size
गुरूग्राम । दुनिया के सबसे बडे़ लोकतंत्र भारत की चुनाव प्रक्रिया को देखने और समझने के लिए आज 11 सदस्यीय अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधि मण्डल गुरूग्राम पहुंच। इस प्रतिनिधि मण्डल को 9-गुड़गांव लोकसभा क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारी एवं गुरूग्राम के उपायुक्त अमित खत्री ने एक पाॅवर प्वायंट पै्रजेन्टेशन के माध्यम से भारत की चुनाव प्रणाली के बारे में विस्तार से बताया, जिसमें प्रतिनिधि मण्डल के सदस्यांे ने गहरी रूचि दिखाई।
इस प्रतिनिधि मण्डल में आस्टेªलिया से विक्टोरिया की डिप्टी इलैक्टोरल कमीशनर मिज अलीजाबैथ अने विलीयम्स, बंागला देश से सैक्रेटरी हेलल उद्दीन अहमद व जाॅयन्ट सैक्रेटरी मोहम्मद अब्दुल कासिम, भूटान से सैक्रेटरी दावा तेन्जिन व सीनियर प्रोग्राम आॅफिसर डोरजी वांगदी, बोसनिया- हरजेगोविना से पै्रजिडेंट महामहिम ब्रायंको पैट्रिक व कमीशनर महामहिम डा. सुआद अरनोटोविक तथा रिपब्लिक आॅफ कोरिया से डायरेक्टर जर्नल ही-मैनकु, एडमीनिस्टेªटर जीवु ली, असिस्टेंट तैगयुन किम तथा असिस्टेंट गेओनहुई-ली शामिल थे। प्रतिनिधि मण्डल का पहले गुरूग्राम के स्वर्ण जयंती लोक निर्माण विश्रामगृह में स्वागत किया गया तथा गुड़गांव लोकसभा क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारी अमित खत्री ने भारत की चुनाव प्रणाली के बारे में बताया, जिसमें उन्होंने गहरी रूचि ली।
विदेशी प्रतिनिधि मण्डल के सदस्यांे ने रिटर्निंग अधिकारी अमित खत्री से पूछा कि चुनाव करवाने के लिए स्टाफ की नियुक्ति कैसे की जाती है, जिस पर श्री खत्री ने उन्हें अवगत करवाया कि भारत में चुनाव करवाने के लिए अलग से स्टाफ की नियुक्ति नहीं होती बल्कि केंद्र व राज्य सरकार के अधिकारी व कर्मचारी चुनाव घोषणा के बाद चुनाव आयोग के पास प्रतिनियुक्ति पर होते हैं। एक अन्य सदस्य ने श्री खत्री से जिज्ञासावश पूछा कि इलैक्ट्राॅनिक वोटिंग मशीन को संभालने के लिए स्ट्रांग रूम कहां पर बनाया जाता है। इस पर श्री खत्री ने बताया कि मतगणना केंद्र के साथ में ही ईवीएम को सुक्षित रखने के लिए स्ट्रांग रूम बनाया जाता है और वह क्षेत्र गहन निगरानी में होता है। स्ट्रांग रूम तथा मतगणना केंद्र के अंदर व बाहर सीसीटीवी कैमरे लगे होते हैं तथा 24 घंटे वहां पर सुरक्षा गार्द का पहरा रहता है। श्री खत्री ने बताया कि अगर वे स्वयं भी स्ट्रांग रूम में जाते हैं तो उसके लिए भी नियम हैं, जिनसे होकर उन्हें गुजरना होता है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत में सता चाहे किसी भी राजनीतिक दल की हो लेकिन चुनाव के दौरान सभी को बराबरी पर रखा जाता है और हमारे यहां चुनाव प्रणाली बिल्कुल स्वतंत्र, निष्पक्ष तथा शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न करवाने में सक्षम है। यह प्रतिनिधि मण्डल भारत की चुनाव प्रणाली से काफी प्रभावित हुआ।
इसके बाद प्रतिनिधि मण्डल गुरूग्राम के राजकीय कन्या महाविद्यालय सेक्टर -14 में गया जहां पर गुरूग्राम जिला में पड़ने वाले चारों विधानसभा क्षेत्रों के मतदान केंद्रों पर मतदान के लिए लगाई गई सभी पोलिंग पार्टियांे को चुनाव सामग्री वितरित की जा रही थी। यहां पर भी प्रतिनिधि मण्डल ने रूचि लेकर हर विषय को समझा। बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र के सहायक रिटर्निंग अधिकारी एवं अतिरिक्त उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा ने प्रतिनिधि मण्डल के सदस्यों को विस्तार से बताया कि चुनाव करवाने के लिए प्रत्येक वस्तु प्रेजाईडिंग आॅफिसर हैंडबुक से लेकर सील, मोहर, टैग इत्यादि पूरी चुनाव सामग्री एक किट में डालकर प्रत्येक पोलिंग पार्टी को दी जाती है। किट में डाले गए सामान की सूची भी साथ संलग्न होती है। प्रतिनिधि मण्डल केे सदस्यों को श्री रजा ने एक किट खोलकर पूरा सामान दिखाया भी, जिसकी कुछ प्रतिनिधियों ने अपने स्मार्ट फोन पर फोटो ली और कुछ यादगार के तौर पर हैंडबुक की प्रति भी ले गए। श्री रजा ने विदेशी मेहमानों को समझाया कि किस प्रकार ईवीएम पर वोट डाला जाता है तथा उसे वीवीपैट मे कैसे देखा जा सकता है। इस पर विदेशी मेहमान इतने प्रभावित हुए कि कुछ सदस्यों ने पोलिंग पार्टियों की प्रैक्टिस के लिए रखी गई ईवीएम पर स्वयं वोट डालकर माॅक पोल करके देखा। प्रक्रिया को देखने और समझने के बाद रिपब्लिक आॅफ कोरिया के डायरेक्टर जर्नल ही-मैन-कु ने बताया कि उनके देश में अभी भी बैलेट पेपर से चुनाव होता है। वे ईवीएम से खासे प्रभावित हुए और बोले कि इस प्रणाली को वे अपने देश में भी लागू करवाने के सिफारिश करेंगे। उन्होंने अनौपचारिक बातचीत में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भारत का यह सिस्टम बहुत अच्छा है, विशेषकर इलैक्ट्राॅनिक वोटिंग मशीन पूरी कम्प्यूटराईज्ड है।
इस दौरान उपायुक्त अमित खत्री तथा अतिरिक्त उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा के अलावा नगराधीश एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी मनीषा शर्मा, प्रतिनिधि मण्डल के साथ लगाए गए लायजन अधिकारी जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक मोनिका मलिक व भास्करन एम, चुनाव आयोग द्वारा नियुक्त एक्सपैंडिचर आॅब्जर्वर नीरज कुमार व विनोद कुमार तथा पुलिस आॅब्जर्वर जे पी सिंह भी थे।