पार्टी ने चुनाव आयोग को आगाह किया कि वह लोकतंत्र में चुनाव की पारदर्शिता को प्रभावित करने के प्रयासों की जांच करे
नई दिल्ली। कांग्रेस ने मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ में चुनाव के बाद इवीएम में हेर-फेर की कोशिशों की आशंका जाहिर करते हुए चुनाव आयोग से स्ट्रांग रूम की फुल-प्रूफ सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा है। पार्टी ने चुनाव के दो दिन बाद संदेहास्पद ईवीएम मशीनों के मतगणना केंद्र के पास ले जाए जाने की कुछ घटनाओं का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि चुनाव में अपनी हार तय देख रही भाजपा अब ईवीएम में हेर-फेर कर चुनाव नतीजे को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है। पार्टी ने चुनाव आयोग को आगाह किया कि वह लोकतंत्र में चुनाव की पारदर्शिता को प्रभावित करने के प्रयासों की जांच करे। इसे तत्काल नहीं रोका तो कांग्रेस दूसरे विकल्पों पर भी विचार करेगी।
ईवीएम में हेर-फेर के प्रयासों का दावा करते हुए कांग्रेस ने शनिवार को चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया। अभिषेक मनु सिंघवी की अगुआई में कांग्रेस नेताओं का प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिला और स्ट्रांग रूम में ईवीएम में गड़बड़ी करने की घटनाओं का ब्यौरा और साक्ष्य के रुप में वीडियो क्लिप सौंपे। इस प्रतिनिधिमंडल में सिंघवी के साथ मनीष तिवारी, विवेक तन्खा, पीएल पुनिया और प्रणव झा आदि शामिल थे।
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने इसके बाद प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि सीईसी समेत तीनों चुनाव आयुक्तों को हमने सबूतों के साथ जानकारी दी कि मध्यप्रदेश में कैसे इवीएम में बेहद संगीन गड़बडि़यां हो रही हैं। सागर के एक मतदान केंद्र के स्ट्रांग रुम में पिछले दरवाजे से रात के अंधरे में कुछ लोगों के कार्टन में संदिग्ध चीज ले जाने का उदाहरण देते हुए तिवारी ने कहा कि आखिर स्ट्रांग रुम का पिछला दरवाजा क्यों खोला गया और लोगों को अंदर जाने की इजाजत क्यों दी गई।
तिवारी ने कहा कि हमने चुनाव आयोग को इस तथ्य से भी अवगत कराया कि उन इलाकों से ही ज्यादा ईवीएम में खराबी की शिकायतें आयी हैं जहां कांग्रेस की स्थिति बेहद मजबूत मानी जा रही है। सबसे महत्वपूर्ण यह है कि मध्य प्रदेश के गृहमंत्री के चुनाव क्षेत्र में बिना नंबर प्लेट की ईवीएम से भरी बस पकड़ी गई है। उन्होंने कहा कि इसी तरह चुनाव के बाद होटल में ईवीएम मशीन लेकर जाने का मामला पकड़ा गया है और आयोग ने बताया कि इस मामले में संबंधित अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है।
आयोग को पार्टी ने अपनी शिकायतों के साथ इन घटनाओं के वीडियो भी सौंपे। कांग्रेस प्रवक्ता ने मध्य प्रदेश राज्य चुनाव आयोग के ईवीएम में छेड़छाड़ नहीं होने के दावों पर सवाल उठाते हुए कहा कि बिना जांच किए सीईओ गड़बड़ी की बात को कैसे नकार सकते हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ और मध्यप्रदेश में भाजपा हार देख कर बौखलाई हुई और इसमें वह लोकतंत्र की पवित्रता से खिलवाड़ करने का खतरनाक खेल खेलने से भी गुरेज नहीं कर रही।
चुनाव आयोग के रुख के बारे में पूछे जाने पर तिवारी ने कहा कि उन्होंने शिकायतों पर गौर करने का आश्वासन दिया है, फिर भी ठोस पहल नहीं हुई तो कांग्रेस दूसरे विकल्पों पर गौर करेगी। विवेक तन्खा ने भोपाल के एक मतगणना केंद्र पर देर रात डेढ घंटे तक बिजली नहीं होने की शिकायत करते हुए अंधेरे में इवीएम में हेर-फेर की आशंका जाहिर की। इस बीच कांग्रेस ने दोनों सूबों में अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को चौबीसों घंटे मतगणना केंद्रों पर बेहद चौकस पहरेदारी करने का भी निर्देश दिया है।