रु 1950 प्रति क्विंटल एमएसपी देने का फैसला
भावन्तर की सुविधा भी उपलब्ध
तीन मंडियों के लिए शिकायत निवारण अधिकारी नियुक्त
90 हाजर क्विंटल बाजरे की होगी खरीद
गुरूग्राम, 1 अक्टूबर। गुरूग्राम जिला में आज से बाजरे की खरीद शुरू हो गई है। सरकारी एजेंसियों द्वारा इस बार बाजरे की खरीद पिछले साल की अपेक्षा 6 से 7 गुना ज्यादा की जाएगी जिसे लेकर जिला प्रशासन द्वारा व्यापक स्तर पर इंतजाम किए गए हैं। किसानों को मंडियों में किसी प्रकार की असुविधा ना हो इसके लिए संबंधित क्षेत्र के एसडीएम की ड्यूटी लगाई गई जो समय समय पर मंडियों में जाकर बाजरे की खरीद की स्थिति का जायजा लेंगे। जिला में बाजरे की खरीद तीन मंडियो- हैलीमंडी, फरूखनगर तथा सोहना मे शुरू कर दी गई है।
यह जानकारी आज गुरूग्राम के उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने अपने कार्यालय में आयेाजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान दी। उन्होंने कहा कि पिछली बार जहां हैलीमंडी में 8000 क्विंटल बाजरे की खरीद की गई थी, वही इस बार वहां पर 90 हजार क्विंटल बाजरा खरीदे जाने की संभावना है। इसी प्रकार, पिछले साल फर्रूखनगर मंडी में 7000 क्विंटल बाजरे की खरीद की गई थी, वही इस बार फर्रूखनगर में लगभग 50 हजार क्विंटल बाजरा आने की संभावना है। इस बार गुरूग्राम जिला में सरकारी एजेंसियों द्वारा बाजरे की लगभग 1 लाख क्विंटल की खरीद करने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया िकइस बार सोहना की अनाज मंडी में पहली बार बाजरे की खरीद शुरू की गई है।
उन्होंने बताया कि बाजरे की खरीद सबसे अधिक हैलीमंडी में होने की आशा है क्योंकि उस क्षेत्र में बाजरे के अधीन रकबा ज्यादा था। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा 1950 रूपये प्रति क्विंटल की दर से बाजरे की खरीद की जाएगी। आज खरीद के पहले दिन प्राइवेट एजेंसियों द्वारा 1500 रूप्ये प्रति क्विंटल के भाव पर की जाएगी और सरकार द्वारा निर्धारित 1950 रूप्ये के न्यूनतम समर्थन मूल्य तथा फसल खरीद के मूल्य में जो अंतर होगा उसकी भरपाई किसान को सरकार द्वारा भावांतर भरपाई योजना के अंतर्गत की जाएगी और किसान को उसकी उपज का पूरा भाव मिलेगा। इससे लाभ यह होगा कि प्राइवेट एजेंसियों को भी सस्ते भाव पर बाजरा मिल जाएगा।
उन्होंने बताया कि मंडियों में बाजरे की उपज के लिए गांव वाइज शैडयूल तैयार किया गया है जिसमें उन गांवो को पहले रखा गया है जिनमें बाजरे के अधीन ज्यादा रकबा था और जिनमें बाजरे की ज्यादा पैदावार होने की सभ्ंाावना है। उपायुक्त ने बाजरा उत्पादक किसानों से भी अपील की है िकवे अपने गांव के लिए निर्धारित तिथि को ही अपनी बाजरे की उपज मंडी में लेकर आएं ताकि उन्हें अपनी उपज बेचने में किसी प्रकार की कठिनाई ना हो। मंडी में आने पर मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर चैक किया जाएगा कि उस किसान ने आॅनलाइन जानकारी दी है कि नही। उसके बाद ही सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य पर उसके बाजरे की खरीद होगी। उपायुक्त ने यह भी बताया कि बाजरे की सरकारी खरीद आज से शुरू होकर 15 नवंबर तक चलेगी और सरकार किसानों के बाजरे का एक-एक दाना लेने के लिए संकल्पबद्ध है।
उन्होंने बताया कि संबंधित क्षेत्र के एसडीएम तो बाजरे की खरीद कार्य पर निगरानी रखेंगे ही , उनके अलावा जिला प्रशासन द्वारा जिला की सभी तीनों मंडियों में एचसीएस अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है ताकि किसानों को अपनी उपज बेचने में किसी प्रकार की कठिनाई ना हो। हेली मंडी अनाज मंडी में खरीद कार्य की देखरेख श्री माता शीतला देवी पूजा स्थल बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री वत्सल वशिष्ठ करेंगे और फरुखनगर की अनाज मंडी में नल्हड़ मेडिकल काॅलेज के संयुक्त निदेशक श्री प्रदीप गोदारा अपनी निगरानी में बाजरे की खरीद करवाएंगे। इसी प्रकार, हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान में नियुक्त संयुक्त निदेशक एकता चोपड़ा सोहना अनाज मंडी मे बाजरे की खरीद कार्य पर निगरानी रखेंगी। ये अधिकारी एक दिन छोड़कर मंडियों का दौरा करेंगे।
गांव वाइज जारी किए गए शैड्यूल के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि फर्रुखनगर मंडी में 1 से 3 अक्टूबर तक फरुखनगर व गांव खुर्रमपुर के किसानों के बाजरे की खरीदारी की जाएगी । इसी प्रकार 4 से 6 अक्टूबर तक इस मंडी में गांव ताजनगर, पातली हाजीपुर, फाजिलपुर बादली व बाडा बांकीपुर के किसानों का बाजरा खरीदा जाएगा । उन्होंने बताया कि 8 से 10 अक्टूबर तक गांव धानावास, खेटावास, हमीरपुर, सैदपुर मोहम्मदपुर, 11 से 13 अक्टूबर तक गांव डाबोदा ,जाटोला व सुल्तानपुर ,15 से 17 अक्टूबर तक गांव जोनियावास , तिपरी, बासुंदा, व बेकनका के किसानों का बाजरा खरीदा जाएगा ।
फरुखनगर मंडी में 18 से 20 अक्टूबर तक गांव गढ़ी नत्थे खां, धुम्मा, अलीमुद्दीनपुर, सिवाड़ी, मांकरौला, ढोरका, झांझरोला, कालियावास ,मुबारकपुर , 22 से 31 अक्टूबर तक दौलताबाद, धनकोट त्रिपड़ी, गढ़ी हरसरू, गोपालपुर, कांकरोला, महचना, बिरहेड़ा, बुढेड़ा, पलड़ी, हरसरू, हयातपुर, जड़ाऊ, खवासपुर, शेखपुर माजरी, मुसैदपुर, साधराणा, वजीरपुर, कारोला, फरीदपुर, फखरपुर एकादपुर, खाकी माजरा धनकोट के किसानों का बाजरा खरीदा जाएगा।
सोहना मंडी में 1 से 3 अक्टूबर तक गांव बालूदा, बेरका व रायसीना , 4 से 6 अक्टूबर तक गांव कासन, खेड़ला, अलीपुर, घामड़ौज, महेन्दवाड़ा व पुलावास, 8 से 10 अक्टूबर तक गांव सकतपुर, गैरतपुर बास, नौरंगपुर, टीकली, हसनपुर, 11 से 13 अक्टूबर तक गांव दौला, गढ़ी वाजिदपुर, हरचंदपुर के किसानो का बाजरा खरीदा जाएगा। इसी प्रकार, 15 से 17 अक्टूबर तक गांव हाजीपुर, टोलनी, लाखुवास, चुहड़पुर, इस्साकी, 18 से 20 अक्टूबर तक गांव नूनहेड़ा, खुंटपूरी, रजिकनाबाद, बिलहाका, खेड़की लाला, ग्वालियर, कुकड़ौला व गांव चांदला डूंगरवास, 22 से 31 अक्टूबर तक गांव अकलीमपुर, सिरसका, खाईका, धुनैला, लोहटकी, भोगपुर, बिलहाका, बंधवाड़ी , भौंडसी, दमदमा, घैंघौला, खेलियास , मंडावर, किरंकी व मौहम्मदपुर व सांपकी नंगली के किसान मंडी में बाजरा लेकर पहुंचेंगे।
इसी प्रकार, हैलीमंडी में 1 से 3 अक्टूबर तक गांव जाटौली, खंडेवला, मिलकपुर, रामपुरा, मंदपुरा व पटौदी, 4 से 6 अक्टूबर तक गांव जुनौला, नरहेड़ा , सांपका, जमालपुर, भौकरका, 8 से 10 अक्टूबर तक गांव भौंड़ाकलां, भौड़ाखुर्द, उंचामांजरा व नौरपुर, 11 से 13 अक्टूबर तक गांव मउ, सिद्धरावली, पथरेड़ी, राठीवास, टेठरपुर, पारासोली, 15 से 17 अक्टूबर तक गांव डाडावास, हकदारपुर, जसत, शेरपुर, मिर्जापुर, तेलपुरी, लागड़ा, 18 से 20 अक्टूबर तक गांव घोषगढ़, खरकड़ी, बासलांबी, मोकलवास, बिलासपुर, 22 से 24 अक्टूबर तक गांव लोहचब, रनसिका, राजपुरा, पहाड़ी, गैरतपुर, नानूकलां, नानू खुर्द, सैयद शाहपुर, नूरगढ़ व गुढ़ाना के किसान मंडी में बाजरा लेकर पहुंचेंगे। 25 से 27 अक्टूबर तक गांव अहमदपुर, बापस, चिलाकड़ी, दर्रापुर, दौलताबाद, गैलनावास, हसनका, इंछापुरी, जोरी , खेंटावास, मैहनियावास , सैयदपुर जाट तथा 29 से 31 अक्टूबर तक गांव झुंडसराय अबाद, झुंडसराय विरन, खलीलपुर, खानपुर, खोर, लोहाका, लोकरी, मंगवाड़ी, मुबारिकपुर ,मिजाबाद,मुमताजपुर, नवादापुर फतेहपुर, सफेदर नगर,सिकंदरपुर बाडा, बलेवा, बासहरिया, बासकुसला, बिनौला, बिर खुर्द, बुढका, भोगपुर, बसतपुर, बासपदमका, भांगरौला, बाहमणवास, ब्रिजपुरा, छावन, देवलावास, फाजलवास, फखरपुर , गाढली, गोरियावास, हालिकई, हरियाहेड़ा, हुसैनका, तुरकापुर तथा उदयपुरी नामक गांव के किसानो के बाजरे की खरीद की जाएगी।