सैन्य अभ्यास-2018 के अंतर्गत दोनो देशो के सैन्य बल संयुक्त राष्ट्र घोषणापत्र के अंतर्गत पहाड़ी क्षेत्र में आतंकवाद और उग्रवाद विरोधी अभियान का संयुक्त रूप से अभ्यास करेंगे। दो सप्ताह के इस संयुक्त अभ्यास में अमेरिकी और भारतीय सेना के 350-350 जवान भाग लेंगे। अभ्यास के दौरान प्रारंभ में दोनो देशो के सैन्य बल एक दूसरे के संगठनात्मक ढांचे,हथियार,साजो सामान, विश्वास प्रशिक्षण और सुनियोजित अभ्यास से परिचय प्राप्त करेंगे। इसके पश्चात दोनो देशो का सैन्य अभ्यास द्वारा अगले चरण में प्रवेश करेगा। प्रशिक्षण की समाप्ति दोनो देशो के सैन्य बलो द्वारा काल्पनिक लेकिन सजीव परिस्थिति में संयुक्त रूप से आंतकवाद विरोधी अभियान के आयोजन से होगी।
पिछले कुछ वर्षो में भारत और अमेरिका ने दोनो देशो की सेनाओ के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास का कार्यक्षेत्र धीरे-धीरे बढ़ाया है।
भारत और अमेरिका की सेनाओ के पास उग्रवाद और आंतकवाद विरोधी अभियान संचालन का विशाल अनुभव है और विविधतापूर्ण वातावरण में एक दूसरे के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास और सैन्य कार्यक्रम को सांझा करने की बड़ी अहमियत है। यह अभ्यास दो लोकतांत्रिक देशो की सेनाओ को एक साथ सैन्य प्रशिक्षण लेने और एक दूसरे के संचालन अनुभव को सांझा करने का बेहतर अवसर प्रदान करेगा।इस संयुक्त अभ्यास से दोनो देशो की सेना के मध्य आपसी सहयोग ओर विकसित होगा।