3 साल पहले मृत व्यक्ति के खाते से उड़ाये थे पैसे
मामला दिल्ली से सटे सराय ख्याजा का
धर्मेन्द्र यादव
फरीदाबाद : फरीदाबाद साईबर सेल टीम को उस वक्त बडी कामयाबी हाथ लगी जब 3 साल पहले मरे हुए व्यक्ति के खाते से इंटरनेट बेंकिंग द्वारा बेटा बनकर 43 लाख रूपये उडाने वाले पांच में से तीन हाईटेक चोरों को गिरफ्तार कर लिया । मामला दिल्ली से सटे सराय ख्याजा का है जहां रहने वाले एक किसान की मौत 29 सितंबर 2013 को हो गई थी, एक तरफ जहां पूरा परिवार गम में था वहीं दूसरी ओर आधुनिक युग का फायदा उठाते हुए पांच हाईटेक चोरों में से एक युवक ने बेंक में बेटा बनकर इंटरनेट बेंकिंग की सुविधा शुरू करवा दी और मरे हुए व्यक्ति से खाते से करीब 43 लाख रूपये प्लान के अनुसार अपने ही दोस्त के खाते में ट्रांसफर कर दिये।
षड़यंत्र में पांच थे शामिल
पुलिस की गिरफ्त में नजर आ रहे ये तीन व्यक्ति बडे ही शातिर और हाईटेक किस्म के चोर है, जिन्होंन आधुनिक युग का फायदा उठात हुए एक ऐसे व्यक्ति के खाते से 43 लाख रूपये उडा डाले जो इस दुनिया से तीन साल पहले ही जा चुका है। दरअसल मामला सराय ख्वाजा का है जहां रहने वाले एक किसान की मौत 29 सितंबर 2013 को हो गई थी मरने से वाले किसाने ने अपनी कुछ जमीन बेची थी जिसका पैसा उसने अपने बेटे के लिये बेंक में रखा हुआ था, जिसे पांच व्यक्तियों ने एक प्लानिंग के तहत निकाल लिया।
एक युवक ने चार दोस्तों के साथ प्लानिंग बनाई
इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए क्राईम एसीपी राजेश चेची ने बताया कि किसान की मौत के बाद जब उसका पूरा परिवार शोक में था उसी वक्त एक युवक ने अपने चार दोस्तों के साथ प्लानिंग बनाई और बैंक में पहुंचा, जहां उसने मृत व्यक्ति को अपना पिता बताते हुए कहा कि मेरे पापा बिमार है वो बेंक नहीं आ सकते हैं उन्हें इंटरनेट बेंकिंग सुविधा चाहिये, बेंक कर्मियों ने उसे इंटरनेट बेंकिंग सुविधा दी, जिसका फायदा उठाते हुए युवक ने मृत व्यक्ति के 43 लाख रूपये अपने ही साथी के खाते में ट्रांसफर कर दिये। लम्बा समय गुजर जाने के बाद जब इस मामले के बारे में मृत व्यक्ति के बेटे को पता लगा तो उसने थाने में मामला दर्ज करवाया जिस पर कार्यवाही करते हुए साइबर सेल टीम ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है दो आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से फरार हैं।
वहीं गिरफ्तार किये गये विनय नामक युवक ने बताया कि उसके खाते में पैसे आये थे मगर उसे नहीं पता कैसे आये उसने बेंक में जानने की कोशिश भी की।