शहीदों की कुर्बानी हमारे लिए सदैव प्रेरणादायक : सूर्य देव यादव
नक्सलियों से लोहा लेते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थे बी एस ऍफ के उप कमांडेंट वीर देव यादव
गुरुग्राम : लगभग 27 वर्ष पूर्व 29 अगस्त 1992 को नक्शलियों से लोहा लेते हुए देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले बी एस ऍफ के उप कमांडेंट शहीद वीर देव यादव ने वीरगति को प्राप्त किया था। उनके पैत्रिक ग्राम नखरौला में उनके शहीदी दिवस पर इलाके के प्रमुख लोगों व आम जनता ने भावभीनी श्रधांजलि दी। उनके छोटे भाई सूर्य देव यादव ने कहा शहीदों की कुर्बानियों की वजह से ही आज हम सुरक्षित जीवन जी रहे हैं।
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बुधवार 29 अगस्त को मौल्हड सिंह (रिटायर्ड मुख्य अध्यापक) की अध्यक्षता में उनके स्मारक स्थल पर सादगीपूर्ण श्रधांजलि सभा का आयोजन किया गया। शहीद स्थल पर सामूहिक रूप से जिसमें शहीद वीर देव यादव के छोटे भाई सूर्य देव यादव व उनके परिवार के अन्य सदस्यगण, गांव के सरपंच व पंचायत के मैम्बर, गांव के पांचों लम्बरदार, व सैकड़ों मौजिज व सम्मानित ग्रामवासीयों, स्कूल टीचर्स व स्कूल के बच्चों द्वारा सामूहिक रुप से राष्ट्रध्वज फहराया गया, सलामी दी गई। स्कूल के बच्चों द्वारा राष्ट्रगान व देशभक्ति के गीत गाये गये तथा अंत में 2 मिनट का मौन रखा।
समस्त ग्राम वासियों व क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने शहीद वीर देव यादव की नक्शलियों से हुई मुठभेड़ और उनकी शहादत को गर्व के साथ याद किया और आने वाली पीढ़ी के लिए देश प्रेम की प्रेरणा का श्रोत बताया। सभी ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर सामूहिक रूप से उनका बलिदान दिवस मनाया।
उल्लेखनीय है कि नखरौला निवासी उप कमांडेंट शहीद वीर देव यादव को आंध्रप्रदेश राज्य के नक्शल ग्रस्त इलाके में स्पेशल ड्यूटी पर तैनात किया गया था। 29 अगस्त 1992 को नक्शलियों से लोहा लेते हुए उन्होंने वीर गति को प्राप्त किया था। उनकी वीरता की गाथा को उनके ग्रामवासी, इलाके के लोग व उनके परिवार के सदस्य आज भी याद करते हैं और हर वर्ष उनकी शहादत तिथि को उन्हें श्रधांजलि आर्पित करते हैं।