मुख्यमंत्री मनोहर लाल पहुंचे अधिवक्ता कुलभूषण भारद्वाज के घर

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– भारद्वाज के पिता के निधन पर शोक व्यक्त किया 
– साथ में थे लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर सिंह, सोहना के विधायक तेजपाल तंवर, भाजपा जिला अध्यक्ष भूपेंद्र चौहान तथा भाजपा के अन्य  कार्यकर्ता
– शनिवार को केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह भी आए थे शोक संतप्त परिवार को सांत्वना देने
 
गुरूग्राम 22 जुलाई। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल आज प्रातः उनके सहयोगी रहे और भाजपा के पूर्व कार्यकारी जिलाध्यक्ष अधिवक्ता कुलभूषण भारद्वाज के पिता श्री अवध प्रकाश भारद्वाज के  निधन पर शोक जताने उनके गुरुग्राम स्थित निवास पर पहुंचे । स्वर्गीय श्री अवध प्रकाश भारद्वाज 75 वर्ष के थे और पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे। उन्होंने 19 जुलाई को अंतिम सांस ली ।
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल को जब आवध प्रकाश भारद्वाज के स्वर्गवास का पता चला तो वे  आज रविवार को उनके निवास पर शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाने व सांत्वना देने के लिए पहुंचे । हरियाणा के लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर सिंह सोहना के विधायक तेजपाल तवर, भाजपा जिलाध्यक्ष भूपेंद्र चौहान तथा भाजपा के कई छोटे-बड़े नेता दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित करने और शोक संतप्त परिवार का धीर बनाने के लिए पहुंचे थे। स्वर्गीय श्री अवध प्रकाश भारद्वाज ने  उस समय भाजपा किसान मोर्चा के उपाध्यक्ष के तौर पर पार्टी की सेवा की थी जब श्री मनोहर लाल हरियाणा में भाजपा के संगठन मंत्री होते थे। मुख्यमंत्री उन दिनों की याद करके भावुक हो गए और कहा कि  स्वर्गीय श्री अवध प्रकाश भारद्वाज बहुत ही मेहनती और लगन से काम करने वाले व्यक्ति थे। उन्होंने श्री अवध प्रकाश भारद्वाज के निधन को व्यक्तिगत क्षति बताते हुए कहा कि यह अपूर्णनीय है। उन्होंने कहा कि वैसे तो भाजपा के पूर्व कार्यकारी जिलाध्यक्ष अधिवक्ता कुलभूषण भारद्वाज उनके प्रिय हैं लेकिन स्वर्गीय श्री अवध प्रकाश भारद्वाज की कमी को पूरा नहीं किया जा सकता। उनके साथ जो काम किया था वे स्मृतियां हमेशा याद रहेंगी। मुख्यमंत्री ने श्री अवध प्रकाश भारद्वाज की पत्नी श्रीमती इंद्रमणि से भी भेंट की और उन्हें यह कहते हुए ढांढस बंधाया कि दुनिया में आए हर व्यक्ति को एक न एक दिन जाना ही होता है। स्वर्गीय अवध प्रकाश भारद्वाज ने परिवार, बच्चो  को अच्छे संस्कार दिए और समाज के लिए काम किया जिसके लिए वे हमेशा याद किये जाएंगे।
स्वर्गीय श्री अवध प्रकाश भारद्वाज अपने पीछे पत्नी श्रीमती इंद्रमणि के अलावा भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनके 3 पुत्र मनोज भारद्वाज, कुलभूषण भारद्वाज, प्रवीण भारद्वाज तथा एक पुत्री रेखा भारद्वाज है। उनके पुत्र और पुत्री सभी विवाहित हैं। अधिवक्ता कुलभूषण भारद्वाज ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनके पिता स्वर्गीय श्री अवध प्रकाश भारद्वाज दिल्ली पुलिस से सेवानिवृत्त थे और वे  पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी तथा राष्ट्रपति श्री वी वी गिरी की  सिक्योरिटी में भी रहे । उन्होंने बताया कि उनके पिता कबड्डी के अच्छे खिलाड़ी थे। पिछले लगभग 2 वर्षों से उनकी रीड की हड्डी में कैंसर हो गया था जिसकी वजह से उन का 19 जुलाई को स्वर्गवास हो गया। रसम पगड़ी 29 जुलाई रविवार को दोपहर बाद 3:00 से 4:00 बजे तक महरौली रोड पर भारतीय स्टेट बैंक के सामने कोरस  बैंकट हॉल में रखी गई है।
अधिवक्ता कुलभूषण भारद्वाज भाजपा के सक्रिय वरिष्ठ कार्यकर्ता है तथा कार्यकारी जिला अध्यक्ष रह चुके हैं। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह भी शनिवार को उनके निवास पर स्वर्गीय श्री अवध प्रकाश भारद्वाज के निधन पर शोक संतप्त परिवार को सांत्वना देने के लिए आए थे।

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