बेनौलिम (गोवा): भारत रूस से पांच अरब डॉलर से अधिक मूल्य का एस-400 ‘ट्राइअम्फ’ वायु रक्षा प्रणाली खरीदेगा. साथ ही कामोव हेलीकॉप्टर बनाने के लिए संयुक्त निर्माण सुविधा की स्थापना के साथ-साथ 4 आधुनिक फ्रिगेट के निर्माण के लिए दोनों देश सहयोग करेंगे।
गोवा में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से अलग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच आयोजित बैठक के बाद इन सौदों की घोषणा की गयी। लंबी दूरी की रक्षा मिसाइल प्रणाली एस 400 ‘ट्राइअम्फ’ की खरीद को लेकर अंतर-सरकारी समझौता सामरिक दृष्टि से सबसे महत्वपूर्ण फैसला माना जा रहा है। यह रक्षा प्रणाली करीब 400 किलोमीटर के क्षेत्र में शत्रु के विमान, मिसाइल और यहां तक कि ड्रोन को नष्ट करने में सक्षम है।
दोनों नेताओं के बीच हुए अन्य अहम समझौते चार एडमिरल ग्रिगोरोविच-क्लास (प्रोजेक्ट 11356) गाइडेड मिसाइल स्टील्थ फ्रिगेट को लेकर है। इस सौदे के तहत दो युद्धपोत रूस से आयेंगे और रूस के सहयोग से दो का निर्माण भारत में किया जायेगा। भारतीय शिपयार्ड के चुनाव को लेकर कोई निर्णय नहीं किया गया है। भारत में चीता और चेतक हेलीकॉप्टर का स्थान लेने के लिए 200 कामोव 226टी हेलीकॉप्टर के निर्माण से जुड़ा जटिल समझौता दोनों देशों के बीच किया गया एक और देहाद अहम सौदा मन जा रहा है .