घायल स्कूली बच्चों को अस्पताल पहुंचाने वाले को सम्मान

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धर्मेन्द्र यादव

फरीदाबाद : सड़क हादसें का शिकार अगर कोई मदद के लिए सड़क पर तडफ रहा हो तो उसे तुरन्त ईलाज मुहैया कराना अपराध नहीं, बल्कि पुण्य का कार्य है। ऐसा ही करने वाले एक शख्स को ट्रैफिक पुलिस के डीसीपी ने स्वयं अपने हाथों से प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया है। इस सख्स ने स्कूली वेन और डिजायर गाडी की टक्कर में गंभीर रूप से घायल स्कूली बच्चों को न केवल उठाकर अस्प्ताल पंहुचाया, बल्कि पुलिस को भी इसकी सूचना दी। धीरज नामक इस युवक की वजह से कई बच्चों की जान बच गई। इसी तरह होमगार्ड बिजेन्द्र को भी उसकी अच्छी सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया, ताकि दूसरे पुलिस कर्मचारी भी उससे प्रोत्साहित हो सकें।

पुलिस उपायुक्त यातायात पूरन चंद पवार ने  दो लोगों को सम्मानित किया.  ये दोनो ही सम्मान के सही पात्र है। इसमें से एक ने बिना किसी देरी किए मानवता धर्म निभाते हुए सड़क हादसें में घायल बच्चों को सरकारी मदद की बाट देखे बिना अस्पताल पंहुचाया और उनकी जान बचाई है, तो दूसरा होमगार्ड है, जो कम वेतन में भी पुलिस कर्मियों से अपनी ट्रैफिक की ड्यूटी सालों से निभा रहा है। बडखल जैसे व्यस्त चौक पर इस होम गार्ड की वजह से यातायात व्यवस्था सुचारू रहती है।

स्कूली बच्चों की जान बचाने वाले खेडी कला के रहने वाले धीरज की माने तो सभी वाहन चालकों को वाहन देखकर नियंत्रित स्पीड में चलाना चाहिए और अगर सड़क हादसें का शिकार कोई मदद के लिए चिल्ला रहा है तो बिना किसी देरी उसकी जान बचाने की कोशिश करनी चाहिएं। उसने जब देखा कि स्कूली वेन हादसे में घायल बच्चे गंभीर है और उन्हे तुरन्त उपचार की जरूरत है तो उसने उन्हे अपनी गाड़ी में उठाकर अस्प्ताल पंहुचाया। सम्मान मिलने से वह बहुत खुश है।

वहीं सम्मान पाने वाले होमगार्ड बिजेन्द्र की माने तो वह सालों से अपनी ड्यूटी बडख़ल चौक पर ट्रैफिक नियंत्रित करने की कर रहा है। आज सम्मानित होकर उसे बेहद खुशी हो रही है। यातायात नियंत्रित करने के अलावा वह लोगों को समझाता भी है कि गलत ड्राईविंग करने से स्वयं उसकी जान-माल को भी नुकसान हो सकता है।

वहीं डीसीपी ट्रैफिक पूरन चंद की माने तो उन्होने बैठक करके तय किया था कि अच्छा कार्य करने वाले दो लोगों को सम्मानित किया जायेगा। जिसमें से एक जनता के बीच का होगा और दूसरा उनके विभाग का। धीरज ने मानवता धर्म को सर्वोपरि रखते हुए सड़क हादसें में घायल बच्चों को अस्पताल पंहुचाकर उनकी जान बचाई है। वहीं होमगार्ड बिजेन्द्र सालो से अपनी ड्यूटी अच्छी तरह से कर रहा था। उसे सम्मानित करने से दूसरे कर्मचारी भी प्रोत्साहित होगें।

दशहरा पर जाम न लगे, इसके लिए उन्होने व्यापक प्रबंध किए थे और वे सफल रहें। यातायात को सुचारू बनाए रखने के लिए दुपहिया वाहनों चालकों की हेलमेट जांच की जा रही है। इसके बाद तिपहिया वाहनों की जांच होगी। यातायात प्रबंधन के साथ वे उन संबंधित विभागों को भी सूचित करते है, जिनके कारण यातायात के सुचारू करने में व्यवधान होता है। जेबराक्रासिंग , रेड लाइट ठीक न होना व सड़कों पर खड्डे अधिक होने के बारे में वे निगम को अवगत कराते है।

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