धर्मेन्द्र यादव
फरीदाबाद : फरीदाबाद के सेक्टर 12 स्थित खेल परिसर में आज दो दिवसीय ” महर्षि बाल्मीकि हरियाणा राज्य तीरंदाज़ी टूर्नामेन्ट ” प्रतियोगिता का आयोजन खेल एवम युवा कार्यक्रम विभाग हरियाणा द्वारा किया गया. जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में पहुचे केबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने गुब्बारे छोड़कर और निशाना लगाकर प्रतियोगिता का शुभारम्भ किया। इस मौके पर उद्योग मंत्री का ज़ोरदार स्वागत किया गया. इस अवसर पर उन्होंने प्रदेशभर से आये 168 खिलाड़ियों को शुभकामनाये दी और कहा की तीरंदाज़ी हमारा पारम्परिक खेल है जिसे प्रमोट किया जाएगा और आने वाले समय में इनाम राशि में भी बढ़ोतरी की जायेगी।
हरियाणा सरकार द्वारा महाऋषि बाल्मीकि जयंती पर शुरू की गयी दो दिवसीय राज्यस्तरीय तीरंदाजी प्रतियोगिता का शुभारम्भ उद्योगमंत्री विपुल गोयल ने गुब्बारे छोड़कर और निशाना लगाकर किया। इस मौके पर उन्होंने 21 जिलो से आये टीमो के मार्च पास्ट को सलामी दी और उन्हें शुभकामनाये दी. उन्होंने कहा की तीरंदाज़ी हमारा पारम्परिक खेल है जिसे प्रमोट किया जाएगा और आने वाले समय में इनाम राशि में भी बढ़ोतरी की जायेगी।
जिला खेल अधिकारी सुनील भारद्वाज ने बताया की महर्षि बाल्मीकि जयंती के उपलक्ष्य में यह प्रतियोगिता करवाई जा रही है जिसमे पूरे प्रदेश से खिलाड़ी भाग लेने आये है जिसमे प्रत्येक जिले से चार लड़के और चार लडकियां हिसा ले रही है. इस प्रतियोगिता में आयु वर्ग की कोई सीमा नहीं रखी गयी है और इस प्रतियोगिता में व्यक्तिगत और टीम के तौर पर जीतने वाले खिलाड़ियों को क्रमशः एक लाख , पचास हजार और पच्चीस हजार के इनाम वितरित किये जाएंगे। उन्होंने बताया की इस प्रतियोगिता के समापन पर मंत्री कृष्ण बेदी यहाँ पधारेंगे। उन्होंने लोगो से अपील की – कि वह जायदा से जायदा संख्या में यहाँ पहुचकर खिलाड़ियों का मनोबल बढाए।
वहीँ प्रदेश भर से आये खिलाड़ियों में भी इस प्रतियोगिता को लेकर भारी उत्साह देखा गया.. करनाल से आयी 12 वर्षीय खिलाड़ी रिद्धि ने बताया की मेरे पापा का सपना था की मैं इस खेल को खेलू तब मेरी उम्र आठ साल थी इन चार वर्षो में मैंने नेशनल में सात मैडल जीते है और पिछले साल मैं बैंककॉक में भी हिस्सा लेने गयी थी. उसने बताया की मेरा और मेरे पापा का सपना ओलम्पिक मैडल जीतना है. वहीँ झज्जर से आये तीरंदाज आकाश ने बताया की वह पिछले दो साल से स्टेट और नेशनल स्तर के टूर्नामेंट में भाग ले चुका है और उसका आइडल अर्जुन है जिन्होंने लक्ष्य बांधकर मछली की आँख में निशाना लगाया था. आकाश ने बताया की हमे विदेशी खेलो को छोड़कर अपने पारम्परिक खेलो को अपनाना चाहिए।