दिल्ली-वडौदरा ऐक्सप्रैस हाईवे बनने से मेवात की तस्वीर बदलेगी

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: नूंह, नगीना और फिरोजपुर झिरका के 84 गावों से गुजरेगा हाईवे

: 440 मीटर चौडे हाईवे पर करीब एक लाख करोड रूपये की लागत आएगी

 

यूनुस अलवी

 
मेवात :    देश के सबसे पिछडे जिलों में शुम्मार एंव देश की राजधानी दिल्ली से मात्र 60 किलोमीटर दूरी पर बसे मेवात इलाका की आजादी के 70 साल बाद किस्मत बदलने वाली है। भारतमाला परियोजना के तहत नई टेक्नोलिजी से बनने वाला दिल्ली-वडौदरा ऐक्सप्रैस हाईवे मेवात के 84 गावों से गुजरेगा। करीब आधा किलोमीटर यानि 440 मीटर चौडे हाईवे के निर्माण पर करीब एक लाख करोड रूपये की लागत आऐगी। हाईवे बनने के बाद इसके दोनों तरफ उद्योग स्थापित किऐ जाऐगें। दिल्ली-वडौदरा ऐक्सप्रैस हाईवे गुडगांव के सुभाष चौक से निकलेगा जिसके लिए नूंह जिला के खंड नूंह, नगीना, पिनगवां और फिरोजपुर झिरका के 84 गावों की जमीन अधिग्रहण होगी। केंद्र सरकार हाईवे के लिऐ जो जमीन अधिग्रहण करेगी उसका मुआवजा नई भूमि अधिग्रहण निति के तहत किसानों को देगी।
 
   भारतीय जनता पार्टी के मेवात जिला अध्यक्ष सुरेंद्र देशवाल ने बताया कि पहले यह हाईवे मानेसर के पास से अलवर होते गुरज रहा था जिसमें केवल तावडू का हिस्सा आ रहा था। इस हाईवे को नूंह के नजदीक से गुजारने के लिए उन्होने जिला अध्यक्ष की हेसियत से मुख्यमंत्री से मांग की थी। उनकी ही मांग पर मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडगरी और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से बात की थी। उनकी आग्रह पर ही इसका निर्माण मेवात इलाके से किया जाऐगा।
 
    उन्होने बताया कि गुडगांव के सुभाष चौक स्थित हाईवे एनएच 248ए से शुरू होकर गुजरात के वडौदरा स्थित राष्ट्रीय राजर्माग एनएच-4 पर जाकर मिलेगा। यह हाईवे हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश और गुजरात के हजारों गांवों को जोडेगा। यह मार्ग आधुनिक तकनीक रबड से बनाया जाऐगा, जिससे वाहनोंं के टायर गर्म होकर फट ना सकेगें। यह मार्ग तीन साल में बनकर तैयार हो जाऐगा। 
 सुरेंद्र देशवाल ने बताया कि दिल्ली-वडौदरा ऐक्सप्रैस हाईवे निकलने के बाद मेवात की किस्मत बदल जाऐगी। यहां के लोगों को रोजगार के अवसर पैदा होंगें। मुम्बई तक आने-जाने में आसानी होगी। उन्होने कहा मेवात को रेवले लाईन से जोडने और मेवात कैनाल का निर्माण केवल भाजपा की सरकार ही करा सकती है। इन योजनाओं को पूरा करने की प्रक्रिया भी चल रही है। 
  उन्होने कहा कांग्रेस और इनेलो पार्टी ने प्रदेश में 70 साल राज किया। इन 70 सालों में उन्होने मेवात को देश का सबसे पिछडा जिला बनाकर दिया। देशवाल का कहना है कि कांग्रेस और इनेलो पार्टी की कभी भी मेवात के विकास के प्रति नियत ठीक नहीं रही। भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है जो सबका साथ-सबका विकास बराबर करती है। मेवात के एक भी विधायक ना होने के बावजूद भी मेवात में अब तक करीब एक हजार करोड रूपये के उनकी सरकार ने विकास कार्य कराऐ हैं।   
 
नूंह जिला के इन गावों से दिल्ली-वडौदरा ऐक्सप्रैस हाईवे गुजरेगा
 
नूंह खंड के गांव
 
उदाका, भिरावठी, रामपुर, राहुका, हिलालपुर, उलेटा, कालिका, हसनपुर सोहना, खेड़ा खलीलपुर, इंडरी, गांगौंली, खानपुर, खेड़ी दौसा, दुबालू, किरा, छपेड़ा, आलदुका, बैंसी, कुर्थला, गोलपुरी, कोंतलाका, कैराका, नौशेरा, करमचन्द्रका, जय सिंहपुर, कलिंजर, ताजपुर, मौजपुर, बजेड़ा, भपावली, देवला नंगली, प्रताब नगर, संगेल,बहादरी, जाजुका।
 
नगीना खंड के गांव 
 
खान मोहम्मदपुर, खुसपुरी, सूखपूरी, उमरी, हुहका, गुजर नंगला, बनारसी, बलई, मरोड़ा,
 
पिनगवां खंड के गांव
 
बाजीदपुर, रनियाला पटाकपुर, ढाडोली, ढाडोला कलां, खानपुर घाटी, झिमरावट, बसई खांजादा, मोलाका, खेड़ली कला, रीठट
 
फिरोजपुर झिरका खंड के गांव
 
शेख़ पुर, बाई खेड़ा, महूं, चितौड़ा, खेड़ला खुर्द, नाहरिका, कुलताजपुर, हंजनपुर, पाडला शाहपुरी, रनियाला फिरोजपुर, नंगली, बघौला, हिरवाड़ी, बास नढेडी, मंदापुर, अलीपुर तिगरा, अखनाका, रीगढ़, अगौन, बदीपुर, सोलपुर, पथराली, खेड़ला कलां, साहबपुर, बेरिया बॉस, इब्राहिम बॉस, भांकडोजी, कोलगांव और दौहा। 

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