आकाशवाणी के अस्थाई संवाददाताओं के साथ हो रहे अन्याय की दी जानकारी
कई महीने से मानदेय समय पर नहीं मिलने की शिकायत की
अन्ना हजारे ने इस मसले को आकाशवाणी प्रबंधन के समक्ष उठाने का दिया आश्वासन
नई दिल्ली : आकाशवाणी के अस्थाई अंशकालिक संवाददाताओं का एक प्रतिनिधिमंडल समाजसेवी अन्ना हज़ारे से मिला ।प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई पत्रकार विकास कालिया ने की ।प्रतिनिधिमंडल ने अन्ना हज़ारे को बताया कि आकाशवाणी के अस्थाई रूप से काम करने वाले संवाददाताओ को किन किन परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है कई महीने से उन्हें मानदेय समय पर नहीं मिला और इसके अलावा और भी कई अन्य समस्या का सामना करना पड़ रहा है जिस पर आकाशवाणी प्रबंधन तथा सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया है । जिला संवाददाता वर्षों से अपनी माँगो को उठा रहे लेकिन अब तक उनके हित पर कोई भी विचार नहीं किया गया है ।
अन्ना हज़ारे ने विकास कालिया के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि यह समस्याएं जायज़ है और आने वाले समय में वो इस समस्या को अवश्य उठाएंगे। देश के 550 से अधिक जिलों में प्रसार भारती (आकाशवाणी एवं दूरदर्शन) के लिए समाचार संकलित करने एवं प्रेषित करने का काम प्रसार भारती के अंशकालिक संवाददाता (पी0टी0सी0) कर रहे हैं। ऐसे अंशकालिक संवाददाता जिलो के सुदूरवर्ती क्षेत्रों के समाचारों को आकाशवाणी एवं दूरदर्शन के माध्यम से जनता तक पहुंचाते हैं। साथ ही सरकार की सभी फ्लैगशिप योजनाओं, महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा), भारत निर्माण, राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एन0आर0एच0एम0), साक्षरता मिशन, सूचना का अधिकार अधिनियम (आर0टी0आई0), राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, ग्रामीण विकास से लेकर केन्द्र की डायरेक्ट कैश ट्रांस्फर स्कीम के कार्यक्रमों को समाचार के माध्यम से जन जन तक पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं।
प्रतिमाह जिला में कार्यरत एक पी0टी0सी0 को महीने में 20 से अधिक समाचार भेजने होते हैं। जिले में हलचल, समाचार दर्शन,एफ.एम.पर प्रतिघंटे चलने वाले न्यूज के लिए कार्य करना पड़ता है। उन्हें इसके लिए पूरा माह 24 घंटे सचेत रहना पड़ता है। साथ ही जिला के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में भी जाना पड़ता है। इतना होने पर महज तीन हजार रूपया प्रतिमाह दिया जा रहा है।