पत्रकार पेंशन योजना के तहत वरिष्ठ पत्रकार आर एस चौहान सहित 63 पत्रकारों को मिलेगी पेंशन

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सीएम मनोहर लाल ने किया लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ के साथ न्याय : आर एस चौहान 

लोक जन संपर्क विभाग हरियाणा के प्रधान सचिव की ओर से 63 पत्रकारों के नाम वाला स्वीकृति पत्र जारी 

लोक जन संपर्क विभाग हरियाणा के उपनिदेशक एन सी आर, आर एस सांगवान ने  दी चयनित पत्रकारों को बधाई

दिसंबर 2017 से इस योजना के तहत 10 हजार रु मासिक पेंशन का लाभ मिलेगा 

गुरुग्राम , 4 जनवरी। हरियाणा सरकार ने अपने कार्यकाल के तीन साल पूरे होने पर किये अपने वायदे के अनुरूप पत्रकार पेंशन योजना के तहत आज 63 वरिष्ठ पत्रकारों के नाम वाली पहली सूचि जारी कर दी है. जिन पत्रकारों को 10 हजार रु मासिक पेंशन देने की स्वीकृति दी गयी है उनमें गुरुग्राम से तीन पत्रकारों का चयन किया गया है. उनमें वरिष्ठ पत्रकार आर एस चौहान का नाम भी शामिल है. नए साल में प्रदेश के बुजुर्ग पत्रकारों को प्रदेश सरकार की ओर से मिले इस तोहफे पर श्री चौहान ने ख़ुशी जाहिर की और सी एम मनोहर लाल के इस निर्णय को लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ के साथ बहुप्रतीक्षित न्याय करने की संज्ञा दी. इस सुविधा के लिए गुरुग्राम से चयनित तीन पत्रकारों में से एक महिला पत्रकार भी है. लोक जन संपर्क विभाग हरियाणा के उपनिदेशक एन सी आर एवं डी पी आर ओ गुरुग्राम आर एस सांगवान ने श्री चौहान सहित सभी चयनित पत्रकारों को इसकी सूचना दी और उन्हें मुबारकवाद भी दिया.

उल्लेखनीय है कि बीते 26 अक्टूबर 2017 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भाजपा सरकार के तीन साल पूरे होने के उपलक्ष्य में पत्रकार पेंशन योजना के तहत बुजुर्ग पत्रकारों को दस हजार रुपए प्रतिमाह पेंशन देने की घोषणा की थी. मुख्यमंत्री खट्टर ने पंचकूला में आयोजित एक सम्मान समारोह में 9 बुजुर्ग पत्रकारों को पेंशन दस्तावेज सौंपते हुए इसे लागू करने का वायदा किया था. सीएम के उसी वायदे पर अमल करते हुए आज लोक जन संपर्क विभाग हरियाणा के प्रधान सचिव की ओर से जारी पत्र में प्रदेश के कुल 63 पत्रकारों को पेंशन योजना के लायक घोषित किया गया है. इनमें उन 9 बुजुर्ग पत्रकारों के नाम भी शामिल हैं जिन्हें नवम्बर से ही इस योजना का लाभ दिया गया है. बाकी के 54 पत्रकारों को भी दिसंबर 2017 से इस योजना के तहत 10 हजार रु मासिक पेंशन का लाभ मिलेगा. ध्यान रहे इस योजना को अभी आगामी एक वर्ष के लिए यानी नवम्बर 2018 तक के लिए ही लागू किया गया है.

इस योजना के तहत मिलने वाली पेंशन राशि अभी संवाद सोसाइटी द्वारा जारी की जायेगी जिसकी भरपाई बाद में लोक जन संपर्क विभाग हरियाणा के पक्ष में आवंटित होने वाली राशि से की जायेगी.

गौरतलब है कि इस योजना के तहत सभी चयनित पेंशन धारक पत्रकारों को अपने जीवित होने का प्रमाण पत्र सम्बंधित विभाग में सौंपना होगा. साथ ही सरकार ने सम्बंधित विभाग को इस बात के लिये भी अधिकृत किया है कि वे अपने स्तर पर सभी 63 चयनित पेंशन धारकों की इस योजना के लिए निर्धारित नियम व शर्तों की योग्यता/अर्हता की जाँच परख कर लें.

गुरुग्राम से वरिष्ठ पत्रकार आर एस चौहान ने हरियाणा सरकार के इस कदम को देर आयद दुरुस्त आयद बताते हुए कहा कि यह एक सकारात्मक निर्णय है. उनके शब्दों में पत्रकार, देश की सेवा की दृष्टि से किसी सैनिक से कम नहीं हैं . उनकी देश व समाज के प्रति सेवा को किसी भी रूप में कमतर नहीं आंका जाना चाहिए. एक पत्रकार हमेशा दुधारी तलवार पर चलता है और अपनी जान को हथेली पर लेकर विषम से विषम परिस्थितियों में भी रिपोर्टिंग को अंजाम देता है. कभी वह व्यवस्था की खामियों को उजागर करता है तो कभी विकास योजनाओं के प्रति आम लोगों को जागरूक करने की भूमिका भी अदा करता है. चाहे वह अपराध की दुनिया हो या फिर नक्सलवाद या आतंकवाद , विना डरे और विना झुके अपनी रिपोर्टिंग करता है. लेकिन दुर्भाग्यवश आज इस देश में सबसे अधिक अगर उपेक्षित कोई वर्ग है तो वह पत्रकार है जिसकी आवाज उठाने वाला कोई नहीं है जबकि यह सबकी आवाज है। ऐसे में हरियाणा सरकार के मुखिया मनोहर लाल की ओर से इस तरह के साहसिक निर्णय करना पत्रकार जगत के लिए मील का पत्थर साबित होगा. इससे अन्य राज्यों की सरकारों को भी दिशा मिलेगी और वे भी अपने राज्यों में पत्रकारों के कल्याण के लिए कदम उठाएंगे.

उन्होंने कहा कि देश व प्रदेश में सामाजिक सुरक्षा के नाम पर अरबों खर्च होते हैं लेकिन अपनी जवानी समाज हित में न्योछावर करने वाले पत्रकार की सामाजिक सुरक्षा की ओर किसी का ध्यान नहीं जाता है. लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ हमेशा तीन अन्य स्तंभों की पहरेदारी करने में स्वयं को खपा देता है लेकिन उन्हें हमारी चिंता नहीं रहती है. श्री चौहान ने इस बात पर बल दिया कि इस माहौल में वर्तमान हरियाणा सरकार का यह कदम बेहद सरहनीय है. इससे पत्रकार जगत को उम्मीद की किरण दिखाई देने लगी है.

लोक जन संपर्क विभाग हरियाणा से आज जारी सूची में निरंजन सिंह परवाना चंडीगढ़, एनएस मलिक पंचकुला, सुरेंद्र खुल्लर चंडीगढ़, विद्या प्रकाश चंडीगढ़, गोबिंद ठुकराल पंचकुला, विनोद कुमार गुप्ता करनाल, डॉ. चंद्र त्रिखा चंडीगढ़, केबी पंडित करनाल, अनिल पुरी चंडीगढ़, रमेश गौतम जिरकपुर, विजय सभ्रवाल थानेसर, कश्मीर चंद पंचकुला, विनोद शर्मा चंडीगढ़, सोहनपाल रावत कुरुक्षेत्र, नवीन मल्होत्रा कैथल, सुरेंद्र कुमार चंडीगढ़, वीके चम चंडीगढ़, रणजीत कुमार गुप्ता मारकंडा, अश्विनी कुमार चंडीगढ़, राजेंद्र भटनानगर अंबाला, सत्यनारायण मिश्रा भिवानी, श्री भगवान वशिष्ट भिवानी, जगदीश कुमार फतेहाबाद, अमीरचंद मदान फतेहाबाद, गुरदीप सिंह भट्टी टोहाना, सतीश कुमार सेठ कैथल, सुभाषचंद बजाज रोहतक, सोहन लाल कौशिक कैथल, वैध महावीर सिरसा, तेज बहादुर घरोंडा, विनोद जिंदल थानेसर, फूल सिंह धनानिया भिवानी, नरोतम बागड़ी भिवानी शामिल हैं।

इसी प्रकार से चरणजीत आहुजा मनीमाजरा, सुनीता चौहान गुरुग्राम, उत्तम राज फरीदाबाद, एनआर बंसल चरखी दादरी, मान सिंह वर्मा हिसार, संजीव शुक्ला चंडीगढ़, रामफूल शर्मा थानेसर, सुभाषचंद्र शर्मा अंबाला सिटी, केसरी शर्मा भिवानी, बलजीत बाली चंडीगढ़, डीआर विज थानेसर, केजी दत्त करनाल, सीबी सिंह चंडीगढ़, नीना मलिक पंचकुला, पवन कुमार गुरुग्राम, गौरत देव शर्मा कुरुक्षेत्र, सुरेंद्र भाटिया सिरसा, एमपी भार्गव ऐलनाबाद, इंद्रमोहन शर्मा सिरसा, जगदीश शर्मा थानेसर, कमल कुमार जैन जींद, राजेंद्र कुमार शर्मा पेहवा, देवेंद्रा उप्पल हिसार, आर एस चौहान गुरुग्राम, ईश्वर धामू चंडीगढ़, फतेह सिंह डबवाली, सुरेश चंद गुप्ता पलवल, गोपीचंद जिंदल कैथल, श्याम खोसला दिल्ली व राजेंद्र भारद्वाज दिल्ली के नाम शामिल हैं।

सूचि देखने के लिए यहाँ क्लिक करें : pension scheme (1)

 

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

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