दीनदयाल उपाध्याय ने राष्ट्रीय पहचान के मूल्यों को जिंदा रखने के लिये काम किया : डा. महेश

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नूूंह :  मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा नुहं मेवात इंजीनियरिंग कालेज में पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जन्मशताबदी वर्ष के उपलक्ष्य में एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का विषय था कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय का राष्ट्रीय पुननिर्माण में योगदान . कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एकात्म मानव दर्शन नामक संघ की संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष व भाजपा के पूर्व सांसद डाक्टर महेश चंद्र शर्मा ने मेवात के हिन्दू मुस्लिम समाज के प्रमुख लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज के इस युग में दीनदयाल उपाध्याय के विचारों का महत्व और बढ़ गया है कयोंकि आज आर्थिक, छेत्र, जाति व धर्म के नाम राजनीति करने वाले लोग समाज को बांटने का काम कर रहे हैं।

 

जबकि दीनदयाल उपाध्याय ने राष्ट्रीय पहचान के मूल्यों को जिंदा रखने के लिये हमेशा भारतीय सभ्यता के लिये काम किया।आज की नौजवान पीढी को दीनदयाल उपाध्याय के जीवन से प्रेरणा लेकर राष्ट् निर्माण के लिये काम करना चाहिए। जीवन में  किसी व्यक्ति की पहचान जाति धर्म व वेशभूषा से बल्कि उसके द्वारा जीवन में किये गये नेक कार्य ही उसकी पहचान बनती है। आज हम दीनदयाल उपाध्याय जैसे महान नेता को याद कर रहे हैं तो समाज व देश के प्रति उनकी अच्छी सेवाओं का ही कारण है।

 

कार्यक्रम के अध्यक्ष व मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक खुर्शीद राजाका ने कहा कि दीनदयाल जी एक कार्यकर्ता के रूप आदर्श संगठक, समर्पण व व सभ्यता के धनी थे। उन्होंने पूरे जीवन व्यवस्था परिवर्तन के लिए काम किया। मंच के राष्ट्रीय सह संयोजक व राष्ट्रपति अवार्डी एवं कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डाक्टर इमरान चौधरी ने जनसंघ के संस्थापक दीनदयाल उपाध्याय को दूरदर्शिता वाला नेता बताया। 

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