सुषमा स्वराज और रेक्स टिलरसन ने पाक को लताड़ा
नार्थ कोरिया, काउंटर टेररिज्म, सिक्युरिटी, एनर्जी ट्रेड समेत कई मुद्दों पर चर्चा
नई दिल्ली: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने मुलाकात के बाद एक साझा प्रेस वार्ता को संबोधित किया. दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच पाक में आतंकियों के सुरक्षित ठिकानों को नष्ट करने को लेकर विचार विमर्श हुआ. साझा प्रेस वार्ता में दोनों देशों के नेताओं ने एक स्वर से आतंकवाद पर लगाम नहीं लगाने के लिए पाकिस्तान को जम कर लताड़ा. दोनों ने नार्थ कोरिया, काउंटर टेररिज्म, सिक्युरिटी, एनर्जी ट्रेड समेत कई मुद्दों पर चर्चा की .
प्रेस प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान को आतंक की शरणस्थली कहा. संयुक्त बयान में श्रीमती स्वराज ने कहा कि दोनों देश इस बात पर सुनिश्चित करने के लिए साथ काम करने को सहमत हैं कि कोई भी देश आतंकवादियों को शरण न देने पाए. दोनों का मानना है कि पाकिस्तान अपने यहां आतंकवादियों के गढ़ को तुरंत नष्ट करे तभी राष्ट्रपति ट्रंप की आतंक विरोधी रणनीति कारगर साबित हो सकती है.
साझा बयान में सुषमा स्वराज ने खुलासा किया कि रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढाने पर भी विचार हुआ. अमेरिका के साथ प्रशांत क्षेत्र में उत्पन्न सुरक्षा चुनौतियों पर भी दोनों मंत्रियों के बीच चर्चा हुई. साथ ही दोनों देश रक्षा क्षेत्र और आर्थिक साझेदारी की दिशा में भी आगे बढ़ने की और संभावना ढूँढेंगे.
दूसरी तरफ टिलरसन ने कहा कि पाकिस्तान में कई आतंकी संगठनों को सुरक्षित पनाह मिली हुई है जो वहां की सरकार की स्थिरता के लिए खतरा हैं. हम इन्हें बर्दाश्त नहीं करेंगे. इस्लामाबाद में मंगलवार को पाक लीडर्स से हुई बातचीत में साफतौर पर ये बता दिया गया कि हमें पाक से क्या उम्मीदे हैं. हम पाकिस्तान के साथ मिलकर सही तरीके से काम करना चाहते हैं क्योंकि हमारा मानना है कि आगे चलकर उसे इसका फायदा मिलेगा.
टिलरसन ने यह भी कहा कि अमेरिका की अफगानिस्तान नीति में नई दिल्ली का अहम रोल है और हम चाहते हैं कि भारत फिर से इस क्षेत्र की अगुआई करे.
विदेश मंत्रालय की ओर से जारी वक्तव्य में बताया गया कि सुषमा और टिलरसन के बीच नॉर्थ कोरिया, काउंटर टेररिज्म, सिक्युरिटी, एनर्जी ट्रेड समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई. अमेरिकी विदेश मंत्रालय की स्पोक्सपर्सन हीदर नॉअर्ट ने कहा था कि टिलरसन भारत में कई सीनियर लीडर्स से मुलाकात करेंगे, जिसमें उनकी इंडो-पैसिफिक रीजन में स्ट्रैटजिक-सिक्युरिटी बढ़ाने पर चर्चा होगी.