750 बिस्तर वाले एम्स अस्पताल की नीवं रखी
हिमाचल में 13 परियोजनाएं हैं जिनमें केंद्र सरकार 15 हजार करोड़ का निवेश करेगी
बिलासपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में एम्स अस्पताल की नीवं रखी। 750 बिस्तर वाले इस अस्पताल पर करीब 1350 करोड के खर्च का अनुमान है. उन्होंने इसके बाद बिलासपुर के लुहुन क्रिकेट स्टेडियम में एक जनसभा को भी संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि यह वीर सपूतों की भूमि है। हिमाचल की धरती देश के लिए बलिदान देने वालों की धरती है।
प्रधानमंत्री ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर वार करते हुए कहा कि हिमाचल में प्रदेश में इन दिनों जमानती सरकार चल रही है. पीएम ने कहा कि हिमाचल में 13 ऐसी परियोजनाएं हैं जिनके लिए केंद्र सरकार 15 हजार करोड़ का निवेश करेगी. इसके अलावा पीएम कांगड़ा के कंद्रोरी में स्टील अथॉरटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) की एक इस्पात प्रसंस्करण इकाई का उद्घाटन भी करेंगे.
उन्होंने कहा कि हिमाचल के साथ उनका पुराना नाता रहा है। यहां से मुझे भरपूर प्यार मिला है। पहाडों से ज्यादा तराई में जाने के लिए कितना कष्ट उठाना पड़ता है, यह मैं भलीभांति जानता हूं। पीएम मोदी ने कहा कि माता नैना देवी के आशीर्वाद से यहां की आध्यात्मिक चेतना हमेशा प्रज्वलित रहती है। साथ ही उन्होंने कहा कि हिमाचल के लोगों के त्याग के परिणाम से ही पंजाब भी हरा-भरा बना। यह गोविंद सागर यहां के नागरिकों ने देश के विकास के लिए त्याग करके दिया है। उन्होंने कहा कि जब कृषि विकास की बात आती है तो बिलासपुर के त्याग की कथा कही जाती है। पीएम मोदी ने कहा कि आज यहां एक ही कार्यक्रम में करीब 1500 करोड़ रुपये के काम की शुरुआत हो गई है। पीएम मोदी ने कहा कि यहां दूर-दूर से लोग आते हैं।
ऐसे में अगर उनको यहां ट्रॉमा सेंटर की सुविधा मिल जाए तो ना केवल उनको स्वास्थ्य की सुविधाएं मिलेगी बल्कि रोजगार भी मिलेगा और पर्यटन भी बढेगा। पीएम मोदी ने कहा कि हिंदुस्तान में हिमाचल के पुरुषों की मृत्यु दर ज्यादा है। बहुत सारे लोग सांस की बीमारी के शिकार हो जाते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि इंद्रधनुष योजना के अंतर्गत टीकाकरण से छूट गए बच्चों का टीकाकरण हो रहा है। जो बच्चे छूट गए हैं उनके लिए दिवाली से पहले फिर से देशभर में टीकाकरण होगा। उन्होंने कहा कि आज यहां आईआईटी का भी शिलान्यास हुआ है। उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया यहं ऐसा परिसर बनाया जायेगा जो सच्चे अर्थ में शिक्षा और संस्कार के धाम के रूप में स्थापित होगा