24 घंटे में आठ बार से अधिक मूत्रत्याग रोग के लक्षण :  डॉ. एन. पी. गुप्ता

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ओवर एक्टिव ब्लैडर आज भी जांच के दायरे से बाहर

पेशाब को कभी भी ज्यादा देर तक नहीं रोकना चाहिए

गुरुग्राम: पेशाब आना एक अच्छी बात है, क्योंकि इसके कारण शरीर की अशुद्धि बाहर निकल जाती है। लेकिन कई बार किसी न किसी कारण बार-बार पेशाब आने लगे तो, वह कई बार एक समस्या बन जाती है। ऐसे में पेशाब को कभी भी ज्यादा देर तक नहीं रोकना चाहिए, क्योंकि इससे विभिन्न प्रकार की बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है। यह कहना है मेदांता के अकेडमिक एंड रिसर्च, यूरोलॉजी के अध्यक्ष डॉ. एन. पी. गुप्ता का।

उन्होंने बताया कि ओवरएक्टिव ब्लैडर एक ऐसी समस्या है जिसमें मूत्राशय के संग्रहन की कार्यप्रणाली बिगड़ जाती है जिसके कारण अचानक मूत्र त्याग की तीव्र इच्छा उत्पन्न होती है। हालांकि यह समस्या बहुत ही सामान्य है लेकिन शर्म के मारे लोग इसके बारे में अपने चिकित्सक से बात करने में हिचकते हैं। वहीं कुछ मामलों में यह इच्छा इतनी प्रबल होती है कि बाथरूम पहुंचने से पहले ही पेशाब लीक हो सकता है और इस समस्या के कारण जीवन की गुणवत्ता प्रभावित होती है।

उनका कहना है कि अगर 24 घंटे के दौरान आठ बार से अधिक मूत्रत्याग करते हैं तो यह इस बात का संकेत है कि मूत्र संबंधी समस्या है। इसके कारण आपके आत्मविश्वास में कमी आ सकती है और आप सामाजिक रूप से अलग-थलग रह सकते हैं। अति सक्रिय मूत्राशय ऐसी स्वास्थ्य समस्या है जो मूत्राशय के कार्य-व्यवहार को प्रभावित करती है। उन्होंने कहा कि जब ओएबी का इलाज हो जाता है तो ओएबी का बेहतर तरीके से प्रबंधन किया जा सकता है और इसके लक्षण काफी कम हो जाते हैं। इसमें जीवन शैली, आहार, दवा और सर्जरी भी शामिल है।

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

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