सकूनत अस्पताल के संचालक और डाक्टर के खिलाफ धोखाधडी का मामला दर्ज

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प्रयाप्त डाक्टर ना होने पर महिला का किया ऑपरेशन

सीएमओ की जांच में मिली लापरवाही

पेट में दर्द होने के बाद महिला का शकूनत अस्पताल पुन्हाना में बिना बेहोशी डाक्टर के किया था आप्रेशन

यूनुस अलवी

पुन्हाना: पुन्हाना उपमंडल के गांव डूडोली निवासी एक महिला का प्रयाप्त डाक्टर ना होने और गलत ऑपरेशन किये जाने पर पुलिस ने पीडित महिला की शिकायत पर पुन्हाना स्थित सकूनत अस्पताल के संचालक सलीम, उसकी पत्नि सकूनत और डाक्टर अनुराग के खिलाफ धोखाधडी सहित आधा दर्जन धाराओं के तहत पुन्हाना थाने में मामला दर्ज हुआ है। वहीं मेवात के सीएमओ द्वारा कराई गई जांच में भी ऑपरेशन में कई खामिया मिली थी जिसकी वजह से सीएमओं ने मेवात पुलिस का मुकदमा दर्ज कर विजीलैंस जांच की बात कही थी।
    गांव डूडौली निवासी पीड़ित खुर्शीद पुत्र नूर मोहम्मद ने बतायय कि 16 मार्च को उसकी पत्नी मुबीना के पेट में दर्द हुआ था।
 
जिसका इलाज कराने के लिए वह उसे पुन्हाना कि एक निजि सकूनत अस्पताल में लेकर लाया। अस्पताल के संचालक सलीम और सकूनत ने बताया कि मुबीना की बच्चेदानी में संक्रमण है और इसका आप्रेशन करना पडेगा। आप्रेशन की बात सुनकर जब मैं वहां से जाने लगा तो उन्होंने मुझसे कहा कि इसका ऑप्रेशन किये बगैर इलाज हम यहीं पर ही कर देंगे। जिसके बाद मुबीना को अस्पताल में भर्ती कर मुझे बिना बताए मुबीना का आप्रेशन कर दिया। उन्होंने बताया कि आप्रेशन के बाद से ही मुबीना की हालत खराब है  जब मै इस शिकायत को लेकर अस्पताल पहुंचा तो वहां पर मुबीना का इलाज करने से मना कर दिया। जिसके बाद मैंने अलवर ले जाकर मुबीना की जांच कराई वहां के डाक्टरों ने बताया कि मुबीना के पेशाब की थैली में छेद है जिसका जिम्मेदार मुबीना का आप्रेशन करने वाले डाक्टर है।
 
पीडित का कहना है कि घटना के बाद जब उसने पता किया तो जानकारी मिली कि अस्पताल के संचालकों के पास आप्रेशन करने की योग्यता नहीं है। अस्पताल के संचालक पति-पत्निं ने षडयंत्र रच कर रूपये ऐंठने की चक्कर में मेरी पत्नी की जिंदगी के साथ खिलवाड किया है। जिससे मुबीना की हालत नाजुक बनी हुई।
 
   उन्होने बताया कि उसने इसकी शिकायत सीएम, डीसी और मेवात के सीएमओं को दी। मेवात के सीएमओं कि जांच में इसका सारा खुलासा हुआ है। उनहोने बताया कि सीएमओ मेवात ने आरोपी डाक्टर और उसके संचालकों के खिलाफ मामला दर्ज कराने के लिये पुलिस को लिखा था लेकिन पुलिस ने किसी दवाब के चलते मामला दर्ज नहीं किया आखिरकार उसने अदानत का सहारा लिया जहां अदालत ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधडी सहित आधा दर्जन धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।

 

क्या कहते हैं डिप्टी सिविल सर्जन (महिला के मामले की जांच करने वाला अधिकारी)

 
  मेवात के डिप्टी सीएमओ एसके कौशिक ने बताया कि मेवात सिविल सर्जन ने उसे सकूनत अस्पताल मामले की जांच सौंपी थी। उसने दोनो पक्षों को नोटिस देकर अपना पक्ष रखने को कहा था। उन्होने बताया कि सकूनत अस्पताल पुन्हाना के संचालक सलीम खान ने उसको बताया कि उनके ही अस्पताल में गांव डूडोली निवासी मुबीना का ऑपरेशन उनके ही अस्पातल के डाक्टर अनुराग ने किया है। डाक्टर कौशिक ने बताया कि ऑपेरशन के करने वाले डाक्टर के अलावा जब उन्होने बेहोशी के डाक्टर और ओटी टेक्निशिन के नाम पूछे तो उन्होने कहा कि वे भी मौजूद थे लेकिन उनको जांच में शामिल नहीं कराया गया।
 
जिससे साफ जाहिर होता है कि जो ऑपेरशन किया गया है उसमें बेहोशी के डाक्टर और ओटी टेक्नििशिन का सहयोग नहीं लिया गया है। इसके अलावा जो महिला के ऑपरेशन कि फाईल है उसपर कहीं भी बेहोशी के डाक्टर के रिमार्क और उनकी और से कोई एनओसी नहीं दी गई है। उन्होने बताया कि ऑपरेशन के दौरान जिस स्टाफ नर्स का जिक्र किया गया है वह करीब 71 साल की है जिसने ब्यान देते वक्त कहा कि वह सूगर की मरीज है वह ज्यादा कुछ नहीं कह सकती है। डाक्टर कौशिक ने बताया कि उसने अपनी रिपोर्ट में यह भी लिखा है कि डाक्टर अनुराग की उपस्थिति कई अन्य प्राईवेट अस्पताला में भी दर्ज की गई है। उनहोने इस मामने में लापरवाही बरतने पर डाक्टर, अस्पताल के संचालक के खिलाफ मामला दर्ज कराने और सारे मामले की वीजिलैंस से जांच कराने कि शिफारिश की थी।
 

क्या कहते है पुलिस अधिकारी

 
समसुद्दीन, सिटी चौकी प्रभारी पुन्हाना का कहना है कि अदालत के आदेश पर अस्पातल के संचानक सलीम, सकूनत और डाक्अर अनुराग के खिलाफ धोखाधडी सहित आधा दर्जन से अधिक धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर जैल भेजा जाऐगा।

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