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: एमडीए चैयरमेन खुर्शीद राजाका का गांव खोड-बसई में जोरदार स्वागत
: भाजपा को एक भी विधायक ना देने के बावजूद पार्टी ने मेवात में 6 से अधिक चेयरमैन बनाए
यूनुस अलवी

लोगों को सम्बोधित करते हुऐ एमडीए चेयरमैन खुर्शीद राजाका ने इस बार बारहवीं कक्षा के छात्र और छात्राओं द्वारा प्रदेश स्तर पर अच्छा रिजल्ट देने पर अध्यापक, अभिभावक और बच्चों को बंधाई दी। वहीं उनहोने बारवीं कक्षा में करीब 112 मेरिट और सैंकडों फस्ट डिविजन लेकर इतिहास रचने पर कहा की अब मेवात के युवाओं में शिक्षा के प्रति रूझान हो गया है। इतनी मेरिट और फस्ट डिविजन उन्होनं कभी नहीं सुनी। उनका कहना है कि एमडीए द्वारा चलाऐ जा रहे स्कूलों में बेहतर शिक्षा दिलाने का प्रयास किया जाऐगा। मेवात में उनकी पहली प्राथमिक्ता शिक्षा होगी। उनहोने कहा कि मेवात विकास अभिकरण द्वारा जिले के कई बडे गावों में स्कूल खोले जाऐगें जिससे मेवात के बच्चे बहतरीन शिक्षा हांसिल कर सकें। बसई गांव में भी एक गर्ल स्कूल खोला जाये इस पर भी विचार किया जाऐगा।
खुरशीद राजाका ने कहा कि आज मेवात की जनता अपनी आंखों से देख रही है कि मेवात का सच्चा हितैषी कौन सी पार्टी हैं। उनका कहना है कि भाजपा को एक भी विधायक ना देने के बावजूद बीजेपी पार्टी ने मेवात में 6 से अधिक चैयरमेन बनाऐ हैं जो अपने आप में रिकोर्ड हैं जबकी अब से पहले की सरकारों ने मेवात के किसी आम आदमी को प्रदेश स्तरीय चैयरमेन बनाना तो दूर मार्कीट कमेठी का चैयरमेन भी नेताओं ने अपने ही वंशज के लोगों को बनाया है। उनहोने कहा कि भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है तो सभी को साथ लेकर चलती है।
इस मौके पर जिला पार्षद अंजुम ने कहा कि मेवात में अगर कोई सरकार काम कर रही है तो वो सिर्फ बीजेपी है जिसके परिणाम जनता के सामने आ रहे है। उनहोने खोड बसई से कोराली रास्ते में नहर पर एक पुल बनवाने और गांव के कब्रिस्तानों की चारदीवारी कराने की मांग रखी।
मो आरिफ़ टाई ने कहा कि हमें ये समझना चाहिए की किस पार्टी का सहयोग मिल रहा है इसमें बीजेपी का परिणाम अभी तक सही रहा है और आगे भी उम्मीद है कि जैसे मेवात में पदों की बौछार हो रही है।
इस मौके पर जाकिर, आज़ाद सरपंच, शमशेर पटवारी कोराली, सकील पटवारी बड़ेलाकी, इक़बाल, हाजी सोहराब व् अन्य सैकड़ो ग्रामीण मौजूद थे ।