देश की भावना पहुंचाने के लिए सैनिकों के नाम विद्यार्थियों के पैगाम !

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निस्वार्थ कदम संस्था की मुहिम के पहले दिन दो हजार विद्यार्थियों ने लिखे सैनिकों के नाम पत्र

सप्ताह भर तक विभिन्न स्कूलों में चलेगी यह मुहिम

अगले सप्ताह विद्यार्थियों द्वारा लिखे दस हजार पत्र भेजे जाएंगे सैनिकों को

देश की भावना पहुंचाने के लिए सैनिकों के नाम विद्यार्थियों के पैगाम ! 2गुरुग्राम :  कश्मीर में आतंकवादी हमलों से जूझते हुए देश सेवा में लगे सैनिकों तक देश की भावना पहुंचाने के लिए निस्वार्थ कदम संस्था ने शुक्रवार को एक अनोखी पहल करतेहुए सैनिक के नाम-विद्यार्थियों के पैगाम मुहिम शुरू की। अगले सप्ताह भर तक चलने वाली इस मुहिम की शुरूआत गुरुग्राम के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक बाल विद्यालयऔर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक कन्या विद्यालय से हुई। पहले ही दिन दोनों स्कूलों में लगभग दो हजार विद्यार्थियों ने सैनिकों के नाम पत्र लिखे । इन पत्रों में विद्यार्थियों नेसैनिकों को सीधे संबोधित करते हुए लिखा है कि देश उनके साथ है। अनेक छात्र-छात्राओं ने सैनिकों के नाम पैगाम में सेना के प्रति प्यार जताते हुए सेना में ही भर्ती होनेकी अपनी इच्छा भी जाहिर की।

जैकबपुरा स्थित कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में निस्वार्थ कदम के अध्यक्ष प्रमोद राघव और प्रिंसिपल रीमा शर्मा द्वारा पत्रलेखन की औपचारिक घोषणा के बाद नौवीं, दसवीं, 11वीं और 12वीं की 1500 छात्राओं ने सुबह सात बजे ही सैनिकों के नाम पत्र लिखे। यहां हाथों में तिरंगे लहराकर छात्राओं ने भारत माता की जय, जयजवान-जय किसान के नारे लगाकर और देश भक्ति के गीत गाकर देश पर जान देने वाले सैनिकों को विश्वास दिलाया कि पूरा देश सैनिकों के साथ है। इसके तुरंत बादसिविल अस्पताल के पास स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में भी एक घंटे तक सैनिकों के नाम-विद्यार्थियों के पैगाम लिखने का कार्यक्रम चला। यहां 500 सेअधिक छात्रों ने सैनिकों के लिए कागज पर कलम से अपनी भावनाएं उकेरी। यहां भी छात्रों में जबरदस्त जोश देखने को मिला। छात्रों ने सैनिक जिंदाबाद, भारत माताजिंदाबाद के नारे लगाते हुए सैनिकों के सम्मान में अपनी भावनाएं प्रकट की। दोनों स्कूलों में विद्यार्थियों को लेखन के लिए निस्वार्थ कदम संस्था द्वारा ही पत्र मुहैयाकराए गए, जिन पर सैनिकों के प्रति अपनी-अपनी भावनाएं विद्यार्थियों ने प्रकट की।

सैनिकों के नाम -विद्यार्थियों के पैगाम पत्र लेखन कार्यक्रम में बोलते हुए निस्वार्थ कदम के अध्यक्ष प्रमोद राघव ने कहा कि वर्तमान समय ऐसा है, जब पूाा देश सैनिकों कीतरफ देख रहा है। देश देख रहा है कि कैसे पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी कश्मीर में सैनिकों की हत्याएं कर रहे हैं। ऐसे में देशवासियों को भी उन सैनिकों तक अपनीभावनाएं पहुंचानी चाहिए और उन्हें यह विश्वास दिलाना चाहिए कि पूरा देश सैनिकों के साथ खड़ा है। प्रमोद ने बताया कि सैनिकों के नाम पत्र लेखन की यह मुहिम अगलेसप्ताहभर चलेगी और विभिन्न स्कूलों में लगभग 10 हजार विद्यार्थियों द्वारा सैनिकों के नाम लिखे पत्र देश सेवा में लगी आर्मी, नेवी, वायुसेना  के अलावा बीएसएफ,सीआरपीएफ के जवानों को स्पीड पोस्ट से भेजे जाऐंगे। उन्होंने कहा कि हर देशवासी को अपने जवानों को पत्र लिखना चाहिए ताकि हमारे लिए आतंकवादियों व देश केदुश्मनों से लोहा लेने वाले जवानों को लगे कि पूरा देश उनके साथ खड़ा है। इस मौके पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय (कन्या)की प्रिंसिपल रीमा शर्मा औरराजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय (बाल) सुशीला देवी ने कहा कि विद्यार्थियों द्वारा सैनिकों को लिखे पत्र जब सैनिकों तक पहुंचेंगे तो सच में उनके हौंसले बुलंदियों परहोंगे और वे देश के दुश्मनों को मार गिराने में कामयाब होंगे। उन्होंने संस्था के पदाधिकारियों को विश्वास दिलाया कि सैनिकों के नाम- विद्यार्थियों के पैगाम मुहिम से विद्यार्थियों में भी देश के लिए कुछ करने का जज्बा पैदा होगा। इस मौके पर संस्था के महासचिव अरविंद सैनी,  मुकेश, संदीप यादव आदि सहित अनेक शिक्षाविद्,सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे।

 

 

 

 

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