10 अप्रैल से एसओपी लागू : डीएल के लिए मेडिकल टेस्ट अनिवार्य नहीं 

Font Size
गुरुग्राम, 6 अप्रैल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डिजीटल इंडिया अभियान को आगे बढ़ातें हुए प्रदेश सरकार ने ड्राईविंग लाइसैंस बनवाने की प्रक्रिया का सरलीकरण किया है। अब ड्राईविंग लाइसैंस बनवाने के इच्छुक व्यक्ति फार्म ऑनलाइन भर सकते हैं।  यह जानकारी आज गुरुग्राम के उपायुक्त हरदीप सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा 10 अप्रैल से स्टैंडर्ड ओपरेटिंग प्रोसिज़र(एसओपी) लागू किया जा रहा है। एसओपी के तहत अब व्यक्ति ना केवल घर बैठे ड्राईविंग लाइसैंस का फार्म भरने में सक्षम होगा बल्कि कम्प्युटर पर लिये जाने वाले टैस्ट के लिए भी अप्वाईंटमेंट ले सकता है। 
 

केवल 50 वर्ष वाले व्यक्ति को कराना होगा मेडिकल टेस्ट 

 
ड्राईविंग लाईसैंस बनवाने के लिए अब लोगों को एसडीएम कार्यालय में मैडिकल टैस्ट करवाने के लिए भी नही भागना पड़ेगा। सरकार ने अब मैडिकल करवाने की शर्त को हटा दिया है। अब लोग बिना मैडिकल टैस्ट करवाए भी डीएल बनवा सकते हैं। वहीं दूसरी ओर 50 वर्ष से अधिक आयु के ड्राईविंग लाइसैंस रिन्यू करवाने वालों को अभी मैडिकल टैस्ट से होकर गुजरना होगा। आवेदक  की उम्र यदि 50 साल से कम है तो अपनी फिटनेस के बारे में सैल्फ डिक्लेयरेशन दे सकता है। अगर व्यक्ति की उम्र 50 साल से अधिक है तो रिन्यू करवाने आए व्यक्ति को बाहर से किसी भी एमबीबीएस डॉक्टर से प्रमाणित मैडिकल प्रमाण-पत्र लाना होगा। ऐसे लोगों को एसडीएम कार्यालय में मैडिकल टैस्ट नही करवाना पड़ेगा। 

 

लोगो की सुविधा के लिए ई-दिशा में खोला जाएगा फैसिलिटेशन सैंटर

 
 डीएल बनवाने के इच्छुक व्यक्तियों के लिए ई-दिशा में फैसिलिटेशन डैस्क भी बनाया जाएगा जिस पर जाकर व्यक्ति का फार्म कम्पयुटर ऑप्रेटर द्वारा स्वयं ही भरा जाएगा। डैस्क पर तैनात कर्मचारी वहां आने वाले लोगों का डीएल बनवाने के लिए मार्गदर्शन करेगा। एसओपी के लागू होने से लोगों की एजेंटो की मध्यस्थता से होकर नही गुजरना पड़ेगा और एजेंटो द्वारा फाइल बनाने का सिस्टम पूरी तरह खत्म हो जाएगा। 
 

फाइल पर अंकित होगा स्पेशल नंबर

 
लोगों को लाइसैंस के लिए आवेदन करने पर फाइल कवर खरीदना होगा, जोकि ई-दिशा केन्द्र पर ही 10 रूपये का मिलेगा। इस फाइल पर ई-दिशा का एक स्पेशल नंबर लिखा होगा ताकि एजेंटो तथा ई-दिशा की फाइल के बीच का अंतर पता लग सके। बाहरी फाइल कवर होते ही उसे रिजेक्ट कर दिया जाएगा। 
 
सोहना के उपमंडल अधिकारी ना0 सतीश यादव ने बताया कि सोहना उपमंडल के प्रत्येक माह लगभग 200 वाहनों का ड्राईविंग टैस्ट लिया जाता है। अब एसओपी के लागू होने से लोगों के डीएल स्पीड पोस्ट द्वारा उनके घर ही पहुंच जाएंगे। सोहना उपमंडल के लोगों के डीएल बनवाने का टैस्ट लघु सचिवालय के सामने बनाए गए ग्राऊंड में प्रत्येक सप्ताह के मंगलवार व शुक्रवार को लिया जाएगा। 

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

You cannot copy content of this page