“महिला के नाम खरीदी गयी जमीन तीन साल तक नहीं ले सकते”

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स्टाम्प ड्यूटी करनी पड़ सकती है वापस 

चंडीगढ़ :  हरियाणा के मुख्यमंत्री  मनोहर लाल ने कहा कि महिलाओं को मिलने वाला लाभ अगर महिलाओं को ही मिले तो वह उनके सशक्तिकरण में मील का पत्थर साबित होगा। इसी सशक्तिकरण के लिए महिलाओं को जमीनों की रजिस्ट्री में दो प्रतिशत की स्टाम्प ड्यूटी में छूट दी गई है, लेकिन रजिस्ट्री के तुरंत बाद परिवार के पुरुष उनसे जमीन की डिक्र्री अपने नाम करवा लेते हैं। इस तरह के मामलों को देखते हुए निर्णय लिया गया है कि स्टाम्प ड्यूटी में लाभ लेने वाली महिला तीन वर्षों तक सिर्फ दूसरी महिला के नाम ही डिग्री कर सकती है। अगर किसी पुरुष के नाम इस अवधि में डिग्री करवाई गई तो दो प्रतिशत स्टाम्प ड्यूटी वापिस जमा करवानी पड़ेगी। 
मुख्यमंत्री आज दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मुरथल, जिला सोनीपत में राज्यस्तरीय महिला सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। 
 मनोहर लाल ने कहा कि महिलाओं के विकास के लिए सरकार लगातार नए कदम उठा रही है। इसी में उज्ज्वला योजना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि 31 मार्च, 2017 को प्रदेश को कैरोसीन फ्री कर दिया जाएगा। इस योजना से प्रदेश के पांच लाख परिवार लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए इस बार महिला एवं बाल विकास विभाग के बजट को 1007 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 1247 करोड़ रुपए कर दिया गया है। 

 

आंगनवाड़ी वर्करों व  हैल्पर के वेतन में वृद्धि की घोषणा 

मुख्यमंत्री ने महिलाओं से अपील करते हुए कहा कि वह खुद भी महिला अधिकारों से जुड़े हुए कार्यक्रमों को आगे बढ़ाएं और समाज में कन्या भ्रूण हत्या, दहेज और बाल विवाह जैसे पाप को खत्म करने के लिए संकल्प लें। उन्होंने इस अवसर पर आंगनवाड़ी वर्करों को सातवें वेतन आयोग का लाभ देते हुए प्रदेश सरकार के कोटे में 640 रुपए और आंगनवाड़ी हैल्पर के वेतन में 321 रुपए की बढ़ोतरी करने की घोषणा भी की। 
    कार्यक्रम में महिलाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हम सभी मातृ शक्ति देवो भव: के साथ चलने वाले समाज में रहते हैं। हमारे समाज का आधार एक महिला है और उसकी जितनी भी स्तुति की जाए कम है। ऐसे में किसी भी व्यक्ति के जीवन में महिला के महत्व को भुलाया नहीं जा सकता। 
    उन्होंने कहा कि हमें समाज में महिला को अबला नहीं बल्कि सशक्त करके आगे बढ़ाना है और इसके लिए सबसे पहले बेटी को जन्म का अधिकार देना होगा। प्रदेश की धरती से ही बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरूआत की। उन्होंने कहा कि जब हमने यह अभियान शुरू किया तो काफी चुनौतियां थी और प्रदेश का लिंगानुपात 850 के इर्द-गिर्द घूमता था। सभी ने मेहनत की और फरवरी, 2017 में लिंगानुपात में सुधार आया और यह अनुपात 1000 लडक़ों के पीछे 938 लड़कियां हो गया। उन्होंने कहा कि इसी वर्ष यह आंकड़ा 950 के पार हो जाएगा। 
 मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में कन्या शिक्षा को लेकर बेहतरीन कदम उठाए गए हैं। स्कूलों में छात्राओं के  लिए शौचालय सहित सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं। इसके साथ ही दसवीं कक्षा में प्रत्येक ब्लाक की तीन मेधावी छात्राओं को हर वर्ष आठ हजार, छह हजार और चार हजार रुपए के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। वहीं बारहवीं कक्षा की भी तीन छात्राओं को ब्लाक स्तर पर 12 हजार, 10 हजार और आठ हजार रुपए के ईनाम से पुरस्कृत किया जाएगा।

प्रत्येक 20 किलोमीटर पर कालेज की स्थापना करने का निर्णय

उन्होंने कहा कि हर छात्रा आगे बढ़े इसके लिए प्रदेश में प्रत्येक 20 किलोमीटर पर कालेज की स्थापना करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला अपराध रोकने के लिए जिला के बाद अब उपमंडल स्तर पर भी महिला थानों की स्थापना की गई है। जब सरकार बनी तो पुलिस में महिलाओं की संख्या छह प्रतिशत थी, इसके बाद आठ प्रतिशत हुई और इस वर्ष के अंत तक नई भर्ती कर दस प्रतिशत संख्या कर दी जाएगी। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के कई जिलों में वन स्टॉप सेंटर खोले गए हैं। महिलाओं के रोजगार के लिए स्किल डेवलेपमेंट कार्यक्रम शुरू किया गया है। वीएलडीपी के साथ एमओयू कर संयुक्त राष्ट्र कार्यक्रम के तहत कौशल विकास कार्यक्रम शुरू किए गए हैं। उन्होंने कहा कि पंचायती राज में शिक्षा का नियम लागू करने से शिक्षित पंचायतें आई हैं और 33 प्रतिशत महिलाओं के स्थान पर 45 प्रतिशत महिलाएं चुनकर गांवों के विकास में भागीदारी निभा रही हैं। 

 कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती कविता जैन ने कहा कि समाज को आगे बढ़ाने में महिलाओं को योगदान रहा है। नारी शक्ति ने आज सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक और खेलों के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा के दम पर लोहा मनवाया है। उन्होंने कहा कि महिलाएं प्रेरणा के साथ जज्बे के रूप में कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि महिला अपराधों के खिलाफ लड़ाई को आंदोलन का रूप दिया गया और आज स्थिति यह है कि कन्या भ्रूण हत्या जैसे अपराधों के खिलाफ हरियाणा में सख्ती से निपटा जाता है।

47 महिलाओं को सम्मानित किया 

उन्होंने कहा कि आज जिन 47 महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए और तीन महिलाओं को कल्पना चावला स्मृति अवार्ड, बहन शन्नो देवी स्मृति अवार्ड और लाईफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया जा रहा है उन महिलाओं ने अपने-अपने क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पी.के. महापात्रा ने विभाग द्वारा विभाग की उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी गई। 

लिंगानुपात में बेहतरीन कार्य के लिए रोहतक-रेवाड़ी और पोषाहार में कैथल को मिला प्रथम पुरस्कार      

 

इससे पहले मुख्यमंत्री ने लिंगानुपात में सुधार के लिए बेहतरीन कार्य के लिए रोहतक से उपायुक्त अतुल कुमार और रेवाड़ी के उपायुक्त यश गर्ग को संयुक्त रूप से प्रथम पुरस्कार के रूप में 2.67-2.67 लाख रुपए के चैक देकर सम्मानित किया। इनमें रोहतक में लिंगानुपात 859 से 905 और रेवाड़ी में 824 से 870 के आंकड़े पर पहुंचा है। वहीं जींद के जिला उपायुक्त विनय सिंह को जिला में लिंगानुपात में बढ़ोतरी के लिए 2.66 लाख के द्वितीय और अंबाला जिला को लिंगानुपात 873 से 912 करने पर दो लाख रुपए के तृतीय पुरस्कार के रूप में सम्मानित किया गया। अंबाला का पुरस्कार वहां की कार्यक्रम अधिकारी राजबाला ने प्राप्त किया। 
इसके साथ ही पोषाहार अवार्ड के लिए कैथल के उपायुक्त संजय जून को प्रथम पुरस्कार के तौर पर तीन लाख रुपए, मेवात के उपायुक्त मणी राम शर्मा दो लाख और गुरुग्राम जिला को एक लाख रुपए के तीसरे पुरस्कार से सम्मानित किया गया। गुरुग्राम के लिए पुरस्कार वहां की डीपीओ सुनीता शर्मा ने प्राप्त किया। 

शांता जैन को लाइफ टाउम अचीवमेंट, सुपर्णा कल्पना चावला शौर्य अवार्ड से सम्मानित 

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज महिला सम्मान समारोह के दौरान दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, जिला सोनीपत में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए 47 महिलाओं को सम्मानित किया। सोनीपत की शांता जैन को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। गुडग़ांव की निशा यादव को कल्पना चावला शौर्य अवार्ड और फतेहाबाद की गायत्री देवी को बहन शन्नो देवी पंचायती राज अवार्ड से सम्मानित किया गया। 
खेल के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए भिवानी की निर्मला श्योराण, गुरुग्राम की नयनी भारद्वाज, जींद रिंपी, सोनीपत की मोनिका मलिक, सिरसा की सविता पुनिया, हिसार की पूनम मलिक, शाहबाद की नवजोत कौर, यमुनानगर की दीपिका ठाकुर, पंचकुला की प्रियंका शर्मा को प्रदान किया गया। 
 साक्षर महिला समूह अवार्ड फतेहाबाद की अंजू बत्रा, महेंद्रगढ़ की ताराबाई और भिवानी की कौशल्या को दिया गया। सरकारी कर्मचारी के तौर पर बेहतरीन कार्य के लिए पंचकुला की एल/सीटी मीनाक्षी शर्मा, पंचकुला की महिला एसआई सोमवती और महिला पीसीआर चालक पिंकी को सम्मानित किया गया। समाजसेवा के लिए फतेहाबाद की नीलम रानी और यमुनानगर की अलका गर्ग, महिला उद्यमी के तौर पर बेहतरीन कार्य के लिए यमुनानगर की मोनिका शर्मा और कुरुक्षेत्रा की सुनीता वालिया को सम्मानित किया गया। जींद की प्रोटेक्शन आफिसर करमिंद्र कौर, आंगनवाड़ी वर्कर यमुनानगर की अंजन किरण, पानीपत की नीलम शर्मा व सोनीपत की दर्शना देवी को सम्मानित किया गया। 
 इसके अलावा विभिन्न जिलों की आंगनवाड़ी वर्करों को भी विशेष रूप से सम्मानित किया गया। इनमें अंबाला की सरोज बाला, भिवानी की सुशीला व अर्चना, फतेहाबाद की अनिता रानी, फरीदाबाद की आशा, गुडग़ांव की रेखा, हिसार की कमलेश व ऋतु, जींद की राजबाला व जयकौर, झज्जर की ललिता, करनाल की वंदना, कुरुक्षेत्र की वीना रानी, कैथल की कमला देवी, मेवात की बिमला, नारनौल की नीलम, पंचकुला की शशी, पानीपत की ललिता, पलवल की पुष्पा देवी, रोहतक की ज्योति, रेवाड़ी की नीलम, सोनीपत की मंजू, सिरसा की मंजू बाला व हरजीत कौर और यमुनानगर की वीना रानी शामिल हैं।
इसके साथ ही मेरे यार सुदामा रै गीत को प्रस्तुत करने वाली राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सांघी विधि एंड पार्टी को विशेष सम्मान देकर सम्मानित किया गया।  

मुख्यमंत्री ने विभिन्न पुस्तिकाओं का किया विमोचन

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने महिला सम्मान समारोह के अवसर पर विभिन्न पुस्तिकाओं का विमोचन भी किया। इनमें सबसे पहले शिशु देखरेख के लिए ईसीसीई कैरिकुलम की विमोचन किया गया। इस पुस्तिका को पाठ्यक्रम में भी शामिल किया जाएगा। इसके साथ ही हरियाणा पोषण नीति, वन स्टॉप सेंटर पुस्तिका और महिला एवं बाल विकास विभाग की नीतियों को दर्शाती पुस्तिका का विमोचन किया गया। 
इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव सीमा त्रिखा, विधायक लतिका शर्मा, हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड की चेयरमैन कृष्णा गहलावत, महिला एवं बाल विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके महापात्रा, महिला एवं बाल विकास विभाग की निदेशक रेणु फुलिया, उपायुक्त के मकरंद पांडुरंग, पुलिस अधीक्षक अश्विन शेणवी, अतिरिक्त उपायुक्त शिव प्रसाद शर्मा, एसडीएम गन्नौर निर्मल नागर, दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मुरथल के वीसी प्रो. टंकेश्वर कुमार, रजिस्ट्रार केपी सिंह, हरियाणा महिला आयोग की अध्यक्ष कमलेश पांचाल व उपाध्यक्ष सुमन दहिया, सुनीता दुग्गल, रोजी मलिक, रेणु शर्मा, संतोष अतरेजा, अनिता खेड़ा, जिला परिषद की अध्यक्ष मीना नरवाल, उपाध्यक्ष बिजेंद्र मलिक, गुलशन ठेकेदार, सोनिया अग्रवाल, अनिल झरौठी, मंडल अध्यक्ष नवीन मंगला, मनिंद्र सन्नी, रविंद्र दिलावर, आजाद सिंह नेहरा, हुकम सिंह जोगी, सुनीता लोहचब, नीरज आत्रेय सहित सैकड़ों गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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