जाट समाज से किए हुए वायदे तुरंत पूरे करें : आजाद सिंह नेहरा

Font Size

जाट आरक्षण बिल को सूची 9 में डालने के लिए केंद्र को भेजने की मांग 

 
गुरूग्राम ।   जाट समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाली संस्था जाट स्वाभिमान समिति की बैठक का आयोजन बुधवार को संस्था के शीतला माता रोड स्थित कार्यालय में किया गया, जिसमें संस्था से जुड़े पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने भाग लिया। संस्था के प्रवक्ता आरएस दहिया ने बताया कि समिति के संयोजक आजाद सिंह नेहरा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल से अनुरोध किया है कि जाट समाज से किए हुए वायदे तुरंत पूरे किए जाएं, समाज को गुमराह करने का प्रयास न करें। मुख्यमंत्री से यह अनुरोध भी किया गया है कि जाट समुदाय को न्याय दिलाने के लिए जाट आरक्षण बिल को सूची 9 में डालने के लिए केंद्र सरकार को भेजें, क्योंकि इसमें किसी प्रकार की कोई कानूनी अड़चन नहीं है।
 
 मुख्यमंत्री का कहना है कि न्यायालय में मामला लंबित रहते इस बिल को केंद्र सरकार को नहीं भेजा जा सकता जोकि बिल्कुल गलत है। 
 
श्री नेहरा ने कहा कि फिर भी अगर कोई कानूनी मामला सामने आता है तो उस अड़चन को दूर करने का काम सरकार का है। जब किसी आतंकवादी के लिए सर्वोच्च न्यायालय रात को खुल सकता है तो जल्ली कुटु के लिए अध्यादेश लाया जा सकता है तो जाट समाज के साथ इतना अन्याय क्यों। कानून बनाना सरकार के हाथ में है। मैं मुख्यमंत्री  से अनुरोध करना चाहुंगा कि इस मामले को ज्यादा लंबा ना खींचा जाए क्योंकि इससे जाट समाज में सरकार के प्रति अविश्वास की भावना ओर बढ़ जाएगी।

 जेलों में बंद युवकों को तुरंत आम माफी 

 
उन्होंने कहा कि जेलों में बंद युवकों को तुरंत आम माफी देकर रिहा किया जाए क्योंकि 1947 से लेकर आज तक जितने भी आंदोलन हुए हैं और उनमें जिन लोगों को भी हिरासत मे लिया गया है उन्हें संबंधित सरकारों द्वारा आम माफी दी गई है। इस प्रकार जाट समाज के साथ सौतेला व्यवहार क्यों। उन्होंंनेे कहा कि सरकार यह बताए कि जेलों में बंद किन लोगों पर 302 का केस है क्योंकि इस आंदोलन में किसी भी आंदोलनकारी के हाथों किसी अन्य व्यक्ति की हत्या नहीं हुई। सरकार इस मामले पर लोगों को गुमराह ना करें। सरकार को चाहिए कि वे इस मामले को खुले मन से लेते हुए आम माफी की प्रक्रिया आगे बढाए ताकि प्रदेश में भाई-चारा और अमन पहले की तरह बरकरार रह सके। 
 
श्री नेहरा ने भाजपा सरकार में बैठे मंत्रियों व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला से अनुरोध किया है समाज की भावनाओं को समझते हुए इस मामले को संजीदगी से निपटाकर समाज में दोबारा से अपनी प्रतिष्ठा स्थापित करने का प्रयास करें और जाट समाज अपने सरकार में बैठे प्रतिनिधियों द्वारा समाज की पूरी पैरवी ना करने के लिए काफी नाराज है, समाज को इनसे बड़ी अपेक्षाएं है। उन्होंने समाज के सभी लोगों से अनुरोध किया है कि 19 फरवरी को शहीदी दिवस के अवसर पर प्रदेश मेें जहां-जहां भी धरणे है वहां अपार संख्या में जन समूह पहुंचे तभी शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी और प्रदेश में शांति और भाईचारा बनाए रखें। 

You cannot copy content of this page