सूरजकुंड क्राफ्ट मेले में सेल्फी लेने वालों का ताँता लगा

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जयशंकर सुमन, प्रधान संवाददाता 

12 विशेष सेल्फी प्वाइंट तैयार किए गए

चंडीगढ़/फरीदाबाद :  हरियाणा स्वर्ण जयंती 31वें सूरजकुंड क्राफ्ट मेले में इस बार खास सेल्फी जोन बनाए गए हैं। यही वजह है कि सेल्फी के दीवाने युवा यहां खींचे चले आ रहे हैं। सेल्फी प्वाईटों का विषय पर हरियाणा का अनुभव रखा गया है। यहां हरियाणा के अलग-अलग रंगों को देश-विदेश से पहुंचे पर्यटक खास पसंद कर रहे हैं। 
    मेला के आर्किटेक्ट धर्मवीर सिंह ने बताया कि इस बार मेला को भव्य बनाने के लिए 12 विशेष सेल्फी प्वाइंट तैयार किए गए हैं। नए तैयार किए गए मेला मैदान में हरियाणा की चौपालों में मिलने वाले मूढे लगाए गए हैं। यहां बैठकर युवा जमकर फोटोग्राफी करवा रहे हैं। जगह-जगह मोर की कलाकृतियां लगाई गई हैं और सभी पेड़ों पर तितलियां और अन्य चित्र लटकाए गए हैं। पेड़ों की रंग बिरंगे कपड़ों से सजावट की गई है। 
    उन्होंने बताया कि मेला में लाइव अखाड़ा बनाया गया है यहां युवा हरियाणा के पहलवानों के अंदाज देख सकते हैं। इसके साथ ही एक सेल्फी कार्नर में हरियाणा के सभी मुख्य पहलवानों का चित्र लगाए गए हैं। हरियाणा के गांवों की पहचान तूड़े का कूप्प,  बिटौड़ा भी लगाए गए हैं।  
    मेले को और अधिक आकर्षक बनाने के लिए गन्ने का खेत और अपना घर में अलग-अलग अंदाज में गांवों का जीवन दिखाया गया है। यहां आप हरियाणा की संस्कृति से जुड़ी पगडिय़ां देख सकते हैं और बंधवा सकते हैं। ताऊ के रंग के साथ अलग-अलग मास्क लटकाए गए हैं। कहीं टोकरियां बनाते हुए ग्रामीण और कहीं हुक्के के साथ बैठे लोगों का हुजूम भी मेले में साफ नजर आ रहा है। 
    मेले को भव्य लुक देने के लिए बड़ी चौपाल के ऊपर छतरियां उल्टी कर लटकाई गई हैं जो सभी के आकर्षण का केंद्र हैं। सूरजमुखी सहित अलग-अलग फूलों को भी सेल्फी प्वाइंटों पर दिखाया गया है। फूड कोर्ट में लोगों के लिए बड़े आकार के फल व सब्जियां लगाई गई हैं और यहां भी युवा जमकर फोटोग्राफी कर रहे हैं। 
    मेला घुमने आए दिल्ली के उत्तम नगर निवासी विक्रांत व काजल ने बताया कि इस बार मेले में उन्होंने जमकर फोटोग्राफी की है। सेल्फी प्वाइंट सुंदर हैं और उन्हें आकर्षक अंदाज में सजाया गया है। फरीदाबाद निवासी सुरेंद्र नागर ने कहा कि वह इस बार मेले में हरियाणा के कई नए रंगों को जान पाए हैं। पहली बार यह रंग गांवों से निकलकर मेला में पहुचे हैं और बच्चों के लिए काफी ज्ञानवर्धक भी साबित हो रहे हैं।     

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