सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर
नई दिल्ली : अन्नाद्रमुक की महासचिव वी के शशिकला के तमिलनाडु की मुख्यमंत्री के रूप में तत्काल शपथ लेने की संभावनाएं क्षीण हो गईं हैं . इस बात के कयास इस लिए लगाए जा रहे हैं क्योंकि राज्यपाल सी विद्यासागर राव नयी दिल्ली से चेन्नई के बजाय मुंबई रवाना हो गए हैं. मिडिया में आई ख़बरों में यह दावा किया गे है कि श्री राव शशिकला को शपथ दिलाने से पहले कानूनी सलाह ले रहे हैं.
खबर में महाराष्ट्र राजभवन के सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि राज्यपाल सोमवार रात मुंबई आ रहे हैं। दूसरी तरफ़ यह भी चर्चा जोरों पर है कि उच्चतम न्यायालय में शशिकला के खिलाफ विचाराधीन आय से अधिक संपत्ति के मामले में जल्द फैसला आ सकता है जिसमें तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता भी आरोपी थी। विशेषज्ञों के अनुसार शपथ लेने के बाद अगर दोष साबित हो जाता है तो शशिकला को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना होगा।
उच्चतम न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की गयी है जिसमें शशिकला को मुख्यमंत्री पद की शपथ से रोकने की मांग की गई है. यह कहा गया है कि अगर डीए मामले में दोष साबित हो जाता है तो उन्हें इस्तीफा देना पड़ा तो कानून व्यवस्था खराब हो सकती है।
उल्लेखनीय है कि राव कल रात शशिकला के अन्नाद्रमुक विधायक दल की नेता निर्वाचित होने के बाद कोयम्बटूर से राष्ट्रीय राजधानी गये थे। मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने आज अपने मंत्रिपरिषद के साथ इस्तीफा दे दिया जिसे राज्यपाल ने स्वीकार कर लिया है.
मिडिया में आई खबर के अनुसार मद्रास विश्वविद्यालय के सभागार को कथित तौर पर शपथग्रहण के लिए तैयार किया जा रहा है. इसी सभागार में दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता का भी शपथग्रहण समारोह हुआ था।