फरीदाबाद। भारतीय प्राचीन संस्कृति को लेकर आयोजित किए गए सामाजिक समरस्ता महायज्ञ में आहुति डालने के लिए काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। प्राचीन इंद्रप्रस्थ गुरूकुल के स्थापना शताब्दी समारोह के तहत उक्त आयोजन में सभी आयु वर्ग के लोगों ने भाग लिया।
बाबा सूरदास कालोनी स्थित ओम शक्ति मंदिर प्रांगण में आयोजित समारोह संयोजक समाजसेवी बाबा रामकेवल ने बताया कि नित्य प्रतिदिन योग व्यायाम साधना और भजन कीर्तन के माध्यम से आम जनमानस को भारतीय संस्कृति एवं संस्कार से जोडने का प्रयास है। युवा पीढी का चरित्र निर्माण कर गुरूकुल पद्धति का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। बाबा रामकेवल ने बताया कि समाज में समरस्ता एवं भाई चारा कायम रहे इसके लिए महायज्ञ का आयोजन किया गया जिसमें सभी अपने अपने घरों से एक एक चम्मच घी और प्रशाद साथ लेकर आए थे।
वैदिक पद्धति से किए गए महायज्ञ में वेद प्रचारक आचार्य राजकिशोर शास्त्री उनके सहयोगी के सहयोग से हवन संपन्न हुआ। हवन में आहुति डालने के उपरांत सभी ने संकल्प लिया कि वह सााफ-सफाई रखेंगें, नारी का सम्मान करेंगें, जातिवाद का भेदभाव समाप्त करेंगें। सामाजिक समरस्ता महायज्ञ में स्कूली बच्चे,बालिकांए एवं शहरवासियों ने काफी संख्या में शिरकत की। बाबा रामकेवल ने बताया कि 2 घंटे तक महायज्ञ में सैंकड़ों ने आहुति डाली, हवन करने का मकसद समाज से जाति पाति का भेदभाव खत्म हो, भाईचारा कायम रहे, शांति-सदभाव से सभी स्मृद्धि बने। संस्कार व संस्कृति कायम करने के इस प्रयास में सभी ने सामूहिक रूप से संकल्प लिया।
इस आयोजन में नीरज त्यागी, जगबीर सिंह भदौरिया,कपिल शर्मा नचौली, राजहंस,गोविंद, सुनील भारद्वाज, अनुज भारद्वाज, अनिल भारद्वाज, भोला राय, अनुज राय, चौधरी सत्तबीर, धर्मबीर,गिरीश यादव, सहित ओम शक्ति मंदिर प्रबंधन समिति के पदाधिकारी और कालोनीवासियों को विशेष योगदान रहा।