फर्जी टीसी पर चुनाव लड़ने वाले सरपंच व प्रत्याशियों पर चल सकते कानूनी डंडे

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गांव इब्राहीम बास के सरपंच का चुनाव हारे प्रत्याशी नजीर ने हाईकोर्ट में डाली याचिका

यूनुस अलवी
 
मेवात:    पंचायत चुनावों से कुछ समय पहले ही मथुरा के एक ही स्कूल से मेवात कि 14 सरपंच पद कि महिला उम्मीदवारों को टीसी जारी करना भारी पड सकता है। वहीं इसके लपेटें में जीती और हारी सरपंच भी आ सकती हैं। मेवात के इब्राहीम बास निवासी नजीर अहमद द्वारा पंजाब एंव हरियाणा हाईकोर्ट में डाली याचिका के माध्यम से मांग की है कि मथुरा के जमनापार स्थित प्रेमबाल जूनियर हाई स्कूल से निकाली गई सभी टीसी के लिये एसआईटी गठित कर जांच कराई जाये, फर्जी सर्टिफिकेट से बने सरपंचों को पंचायती ऐक्ट के सैक्शन (51) के तहत सस्पेंड किया जाऐ तथा टीसी से संबंधित प्रदेश में जितने भी मामले चल रहे हैं उनका निपटारा 6 महिने के अंदर किये जाने के आदेश दिये जायें। याचिका दायर कर दी गई है, जिसपर अदालत सोमवार 6 फरवरी को सुनवाई करेगी।
 
   ऐडवोकेट मोहम्मद अरशद ने बताया कि मथुरा के जमनापार स्थित प्रेमबाल जूनियर हाई स्कूल ने वर्ष 2015 में सितंबर से दिसंबर तक मेवात से पंचायत का चुनाव लडने वाली महिलाओं की 14 टीसी जारी की है। चौदह टीसी का रिकोर्ड तो उनके पास है, हो सकता है स्कूल ने इससे भी ज्यादा जारी की हों। इन 14 टीसी में 6 जीती हुई सरपंच हैं जबकी 8 हारी हुई हैं।
 
    उन्होने बताया कि इब्राहीम बास निवासी नजीर अहमद कि मार्फत हाईकोर्ट में याचिका दायर की है, जिसकी सुनवाई 6 फरवरी को होगी। उन्होने अपनी याचिका में गोहाना, तुसैनी, इब्राहीम बास, जैमत कि मौजूदा महिला सरपंच और नसीमा व जैतूनी महिला सरपंचों के अलावा प्रेमबाल जूनियर हाई स्कूल मथुरा, डारेक्टर पंचायती राज, डीजीपी हरियाणा, एसपी और डीसी मेवात को पार्टी बनाया गया है।
 
उन्होने बताया कि तीन महिने के अंतराल में एक ही स्कूल से 14 से अधिक आठवीं पास कि टीसी जारी करना ही अपने आप में सवाल खडा करता है। मेवात में अधिक्तर लोग अपनी बेटियों को गांव में ही नही पढाते हैं ऐसे में करीब 200 किलोमीटर दूर पढाने के लिये कैसे भेज सकते हैं। उन्होने बताया कि प्रेमबाल जूनियर हाई स्कूल ने जांच अधिकारी और हारे सरपंचों को भी बरगलाने का काम किया है। उन्होने बताया कि स्कूल के प्रिसिपल ने जांच अधिकारी और शिकायतकर्ता को अपनी मुहर के साथ अलग-अलग दस्तावेज जारी किये हैं, जिनको सबूत के तौर पर अदालत में लगाया गया है।
 
उन्होने बताया कि पंजाब एंव हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका के माध्यम से मांग की है कि मथुरा के जमनापार स्थित प्रेमबाल जूनियर हाई स्कूल से निकाली गई सभी टीसी के लिये एसआईटी गठित कर जांच कराई जाये, फर्जी सर्टिफिकेट से बने सभी सरपंचों को पंचायती ऐक्ट के सैक्शन (51) के तहत सस्पेंड किया जाऐ तथा टीसी से संबंधित प्रदेश में जितने भी मामले चल रहे हैं उनका निपटारा एक महिने के अंदर किये जाने के आदेश दिये जायें।
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