हरियाणा का बॉर्डर दिल्ली के साथ लगने के चलते चुनाव में गुरुग्राम संवेदनशील जिला

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अवैध शराब की बिक्री व जीएसटी चोरी की रोकथाम के लिए तत्परता से कार्रवाई करे संबंधित अधिकारी :-आबकारी एवं कराधान आयुक्त

– अवैध शराब की रोकथाम के लिए जिला में लगाए गए 6 नाके, शराब और नकदी की तस्करी पर नजर रखने के लिए प्रशासन ने गठित की 12 स्टेटिक सर्विलांस टीमें: जिला निर्वाचन अधिकारी निशांत कुमार यादव

गुरूग्राम, 06 अप्रैल। आबकारी एवं कराधान विभाग हरियाणा के आयुक्त अशोक मीणा ने कहा कि हरियाणा का बॉर्डर दिल्ली के साथ लगने के कारण लोकसभा आम चुनाव 2024 के दृष्टिगत गुरूग्राम जिला अवैध शराब की बिक्री व जीएसटी चोरी के लिए काफी संवेदनशील क्षेत्र है। ऐसे में जिला मुख्यालय से लेकर पंचायत स्तर तक जीरो टोलरेंस नीति को अपनाते हुए कहीं पर भी अवैध शराब की बिक्री नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रबंधन की दृष्टि से हरियाणा प्रदेश की काफी बेहतर छवि है जिसे बरकरार रखना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है। आयुक्त अशोक मीणा शनिवार को लघु सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में गुरूग्राम व नूह जिला की स्टेटिकल सर्विलांस टीम (नाका इंचार्ज), फ्लाईंग स्क्वायड टीम व अन्य अधिकारियों की मीटिंग ले रहे थे। इस मौके पर उनके साथ गुरूग्राम के जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीसी निशांत कुमार यादव व नूह के जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीसी धीरेन्द्र खड़गटा भी मौजूद रहे।


आयुक्त अशोक मीणा ने बैठक के दौरान अधिकारियों को बताया कि चुनाव के समय अवैध शराब के कारोबार से जुड़े लोग जिला प्रशासन की पकड़ से बचने के लिए हर पल अपनी रणनीति में बदलाव करते हैं। ऐसे में हमें अवैध शराब की गतिविधियों से निपटने के लिए ह्यूमन इंटेलिजेंस डेवेलोप करनी होगी। उन्होंने कहा कि आबकारी विभाग द्वारा इलेक्सन सीजर मैनेजमैंट पोर्टल भी बनाया हुआ है। एनफोर्समेंट ब्यूरो, पुलिस विभाग, एक्साइज विभाग व अन्य नाकों पर सम्बन्धित टीम द्वारा जो कार्रवाई की जा रही है, वह इस पोर्टल पर भी अपलोड करें। इसके साथ-साथ इस बात को भी सुनिश्चित करें कि कहीं पर भी अवैध शराब बनाने का कार्य न हो रहा हो। इस समय में जर्जर पड़े भवनों में इस कार्य को किये जाने का अंदेशा होता है, इसलिये वहां पर भी निगरानी रखें।

अशोक कुमार मीणा ने कहा कि पंजाब, चंडीगढ़ के माध्यम से
हरियाणा के जरिए अन्य राज्यों में शराब की आवाजाही के लिए
आबकारी विभाग द्वारा हरियाणा में 42 रूट निर्धारित किये गये हैं, एक पोर्टल भी बनाया गया है। लाइसेंस प्राप्त फर्मों को आवागमन के लिए उपरोक्त 42 रूट में से ही अपनी सुविधानुसार मार्ग का चयन करना होगा। अधिकृत रूट के अलावा अन्य मार्ग का प्रयोग करने पर नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सम्बन्धित टीमें इस बात का विशेष ध्यान रखेंगी कि जहां से भी यदि शराब लीगल व इलिगल आ रही है, उसकी चैकिंग करेंगे, किसी को भी नाजायज तंग नहीं किया जाएगा। विशेष रूप से पंजाब और चंडीगढ़ से आने वाली हर गाड़ी की गहनता से जांच करें। शराब से सम्बन्धित जो लाइसेंस जारी किया गया है, उसके तहत जितनी शराब की परमिट है, अन्य कार्य जैसे ड्राइवर का नाम, रूट का नाम सभी चैक करेंगे। यदि कहीं पर भी एक्साइज पॉलिसी की अवहेलना नजर आती है तो तुरंत कार्रवाई अमल में लाना सुनिश्चित करेंगे। निर्देश स्पष्ट हैं कि कहीं पर भी अवैध शराब की सप्लाई नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई 4 जून यानि चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न होने तक जारी रहेगी।
उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को स्पष्ट किया कि चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की लापरवाही सहन नहीं की जाएगी। इसलिये सम्बन्धित अधिकारी अपने कार्य को बेहतर तरीके से करते हुए अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाना सुनिश्चित करें।

इस मौके पर जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीसी निशांत कुमार यादव ने बताया कि अवैध शराब की रोकथाम के लिए
जिला में 6 प्रमुख मार्गों पर नाके लगाए गए। वहीं स्टेटिकल सर्विलांस टीम व फ्लाईंग स्क्वायड टीम की बैठक लेकर उन्हें स्पष्ट निर्देश दिये जा चुके हैं। शराब और नकदी की तस्करी पर नजर रखने के लिए प्रशासन ने 12 स्टेटिक सर्विलांस टीमें (एसएसटी) भी बनाई हैं। प्रत्येक टीम में मजिस्ट्रेट शक्तियों वाला एक अधिकारी, तीन पुलिसकर्मी, एक आबकारी निरीक्षक और एक वीडियोग्राफर होगा। इसके साथ ही एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि जो भी नगदी अथवा अवैध शराब जब्त की जाती है तत्काल प्रभाव से उसकी सूचना ग्रुप में सांझा करें। ताकि आबकारी विभाग के अधिकारी उसे ईएसएमएस पोर्टल यानि इलेक्शन सीजर मैनेजमेंट सिस्टम पर अपलोड कर सकें। बैठक में नूह के जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीसी धीरेन्द्र खड़गटा ने बताया कि जिला में 13 प्रमुख मार्गों पर नाकों की व्यवस्था की गई है। जिसके लिए 27 जांच टीमें गठित कर सभी को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं।


बैठक में एडीसी हितेश कुमार मीणा, बादशाहपुर के एसडीएम विश्वजीत चौधरी, सोहना के एसडीएम सोनू भट्ट, गुरूग्राम के एसडीएम रविंद्र कुमार, मानेसर के एसडीएम दर्शन यादव, पटौदी के एसडीएम होशियार सिंह सहित गुरूग्राम व नूह जिला के एफएसटी व एसएसटी टीम के अधिकारी उपस्थित रहे।

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