नई दिल्ली/क्लांग : भारत-मलेशिया संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘हरिमऊ शक्ति-2022’ आज 28 नवम्बर को मलेशिया के क्लांग स्थित पुलाई में शुरू हुआ जो 12 दिसम्बर, 2022 तक चलेगा। हरिमऊ शक्ति अभ्यास भारत और मलेशियाई सेना के बीच किया जाने वाला वार्षिक प्रशिक्षण अभ्यास है और यह 2012 से आयोजित किया जा रहा है।
इस वर्ष इस अभ्यास में भारतीय सेना की गढ़वाल राइफल्स रेजिमेंट और मलेशियाई सेना की रॉयल मलय रेजिमेन्ट भाग ले रही हैं और वह इस दौरान अपने विभिन्न अभियानों से प्राप्त अनुभवों को एक दूसरे के साथ साझा करेंगी ताकि दुर्गम वन क्षेत्रों में किए जाने वाले विभिन्न अभियानों की योजना बनाने और उन्हें पूरा करने के संबंध में पारस्परिक समन्वय को बढ़ाया जा सके। इस अभ्यास के दौरान वन क्षेत्रों में पारम्परिक अभियानों के लिए बटालियन स्तर की कमांड प्लानिंग एक्सरसाइज़ (सीपीएक्स) और कंपनी स्तर की फील्ड ट्रेनिंग एक्सरसाइज़ (एफटीएक्स) की जाएगी।
संयुक्त अभ्यास कार्यक्रम में बटालियन स्तर पर रसद की योजना बनाने के अलावा एक संयुक्त कमांड पोस्ट, संयुक्त निगरानी केंद्र की स्थापना, हवाई संपत्ति विशेषज्ञता, तकनीकी प्रदर्शन, दुर्घटना प्रबंधन और हताहतों को निकालना शामिल है। संयुक्त फील्ड ट्रेनिंग एक्सरसाइज़, संयुक्त युद्ध चर्चा और संयुक्त प्रदर्शन दो दिवसीय अभ्यास के साथ समाप्त होंगे, जहां सामरिक कौशल बढ़ाने, बलों के बीच अंतर-संचालन क्षमता बढ़ाने और सेना से सेना के संबंधों को बढ़ावा देने पर विशेष जोर दिया जाएगा।
“हरिमऊ शक्ति अभ्यास” भारतीय सेना और मलेशियाई सेना के बीच रक्षा सहयोग बढ़ाएगा और इस तरह दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ावा देगा।