– सोहना के विधायक संजय सिंह ने की शिरकत
– आधुनिक शिक्षा के साथ संस्कारी शिक्षा भी ज़रूरी- विधायक संजय सिंह
– म्हारे गीता जयंती कुरुक्षेत्र में आकर देखो जी’ गीत पर धमाकेदार प्रस्तुति ने बांधा समा
गुरुग्राम, 13 दिसंबर । गीता जयंती महोत्सव के दूसरे दिन आज गीता पर आधारित सेमीनार का आयोजन किया गया, जिसमें सोहना के विधायक संजय सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। विधायक ने सेमिनार का शुभारंभ दीप प्रज्वलित करके किया । इससे पहले उन्होंने प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया और स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगायी गयी स्टॉल पर निशुल्क स्वास्थ्य जाँच भी करवायी। उन्होंने आज़ादी आंदोलन व प्रदेश की विकास यात्रा पर आधारित प्रदर्शनी में विशेष रूचि दिखाई।
इस अवसर पर विधायक संजय सिंह ने कहा कि गीता हमारे दैनिक जीवन में सहायक है, जो हर कदम पर हमारा मार्गदर्शन करती है । उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल द्वारा सन 2015 में गीता जयंती महोत्सव की शुरुआत की गई थी, जिसे 2016 में अन्तर्राष्ट्रीय स्वरूप दिया गया। इसके बाद आज गीता सार का प्रसार विश्व के कई देशों में हो रहा है। देश में दुनिया के बड़े-बड़े विद्वानों, सफल लोगो व साइंटिस्ट ने अपने जीवन की सफलता का श्रेय गीता को दिया है। गीता से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है । उन्होंने कहा कि बेशक आज बच्चे आधुनिक शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं परंतु उन्हें आधुनिकता के साथ संस्कारी शिक्षा भी देनी ज़रूरी है ।
गीता जैसे ग्रंथ हमारे जीवन में पथ प्रदर्शक का काम करते हैं । आज हमारी देश की सभ्यता व संस्कृति का पूरे विश्व में अनुसरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल जी दूरगामी सोच के चलते आज आमजन की सुविधा को लेकर कई पहल शुरू की गई है और अंतोदय का सपना साकार करने की दिशा में बहुत ही कल्याणकारी योजनाओं के तहत काम किया जा रहा है। उन्होंने आमजन का आवाहन करते हुए कहा कि वे इस प्रकार के धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों में स्वयं आने के साथ-साथ अपने बच्चों को भी जरूर लेकर आएं ताकि बच्चों में शुरू से ही अच्छे संस्कार पैदा हो सके।
महोत्सव में गीता पर आधारित सेमिनार में जीओ गीता परिवार के लोकेश नारंग ने अपने व्याख्यान में कहा यदि गीता को समझना है तो हमारे अंदर अर्जुन जैसा समर्पण आवश्यक है। उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण को आप किसी भी रूप में पूजे, आप चाहे तो उन्हें अपना मित्र बना सकते हैं या अन्य कोई संबंध स्थापित कर सकते हैं। सभी संबंधों में समर्पण का भाव जरूरी है। श्री नारंग ने कहा कि हमें सबसे पहले अर्जुन को जानना है । यदि आपने अर्जुन को जान लिया तो श्री कृष्ण को आप स्वयं जान जाओगे।
सेमिनार में श्री कृष्ण कृपा सेवा समिति से श्री श्याम सुंदर पाठक ने श्रीमद्भागवत गीता पर अपने विचार रखें। उन्होंने बताया कि जीवन में मन पर नियंत्रण होना अत्यंत आवश्यक है, यदि हमारा मन नियंत्रित होगा तो हम निश्चित तौर पर जीवन में लक्ष्य को प्राप्त कर सकेंगे। इस अवसर पर इस्कॉन नामक संस्था से कमल माधव ने ‘समाज में गीता की आवश्यकता’ विषय पर अपने विचार रखें। उन्होंने कहा कि अपने मन को एकाग्र चित्त करने में गीता का विशेष योगदान है। उन्होंने इस अवसर पर गीता में दिए संदेश के बारे में बताते हुए मन को नियंत्रित करने पर विचार रखे। उन्होंने अपने वक्तव्य में गीता को जीवन का सार बताया। गीता हमारे जीवन में पथ प्रदर्शक का कार्य करती है। उन्होंने कहा कि गीता आत्मविज्ञान है जो हमें जीवन जीने की कला सिखाती है।
संस्कृत की लेक्चरर मीनाक्षी पांडे ने अपने संबोधन में कहा कि गीता हमें सिखाती है कि ज्ञान प्राप्त करने के लिए सर्वप्रथम हमें अपने अंदर विनम्रता का भाव लाना होगा। जब तक हमारे अंदर विनम्रता का भाव नहीं होगा, तब तक वह शिक्षा फलित नही होगी। उन्होंने कहा कि गीता का समुचित ज्ञान हमें संतुलित जीवन जीने का मार्ग दिखाता है।
जिओ गीता परिवार से जुड़े विनोद कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि पृथ्वी पर मानव जीवन को अगर किसी ने संपूर्ण अर्थों में जीया है तो वह केवल भगवान श्री कृष्ण ने जीया है। उन्होंने कहा कि श्री कृष्ण का जीवन त्याग की पराकाष्ठा है, जो उनके जीवन को समझ लेगा वो कभी अवसाद में नहीं जाएगा।
इसके साथ ही राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं ने अध्यापिका शकुंतला के मार्गदर्शन में गीता महोत्सव पर विशेष रूप से आकर्षक प्रस्तुति दी । यह गीत विशेष रूप से गीता जयंती महोसव से आमजन को जोड़ने के लिए लिखा गया है। इस गीत पर छात्राओं ने धमाकेदार प्रस्तुति देते हुए समा बांधा।इस गीत के बोल थे- ‘म्हारे गीता जयंती कुरुक्षेत्र में आकर देखो जी’। इस प्रस्तुति को उपस्थित दर्शकों ने खुब सराहा और दिल खोलकर तालियां बजाई। इसी विद्यालय की छात्रा ने‘ भरतनाट्यम की आकर्षक प्रस्तुति दी।
इस अवसर पर नगराधीश सिद्धार्थ दहिया, सूचना जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के संयुक्त निदेशक एनसीआर रणबीर सिंह सांगवान सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।