तीस गांवों को जोड़ने वाली सड़क लोगों के लिये मुसीबत !

Font Size

 15 मिनट का रास्ता एक घण्टे में करना पड़ता है तय 

तीस गांवों को जोड़ने वाली सड़क लोगों के लिये मुसीबत ! 2गहरे गडढे होने की वजह से दो लोग गवां चुके हैं अपनी जान

 कई गर्भवति महिलाऐं भी रास्ते में ही बच्चों को दे चुकी है जन्म

यूनुस अलवी

मेवात : पिनगवां से राजस्थान के गांव पहाडी तक करीब 30 गावों को जोडने वाली सडक की पिछले करीब दस साल से मरम्मत ना होने कि वजह से यह सडक खस्ता हाल बनी हुई है, जिसकी वजह से इस सडक पर वाहनों से चलना तो दूर पैदल भी चलना मुश्किल हो रहा है। इस सडक की मरम्मत कराने के लिये कई बार अधिकारियों और जिला परिषद मेवात की बेठक में मुद्दा उठाया जा चुका है लेकिन कोई सुनने वाला नहीं हैं। इस रोड पर बसने वाले गांव अकबरपुर, गंगवानी, मलहाका, डूंगेजा, बडेड सहित एक दर्जन गावों के लोगो का आरोप है कि सडक की मरम्मत ना होने से उनको बहुत परेशानी हो रही है। दस मिनिट का सफर तैय करने में घण्टों लग जाते हैं।  कॉलेज पढने जाने वाले छात्र जहीर खान का कहना है कि वह गोकलपुर का रहने वाला है। पिनगवां से करीब 13 किलोमीटर दूर पडता है। कॉलेज जाने के लिये उसे करीब दो घण्टे पहले घर से चलना पडता है।

असलूप, जान मोहम्मद, उमर मोहम्मद ने बताया कि सडक पर गहरे गडढे होने कि वजह से इस पर अक्सर सडक हादसे होते रहते हैं अब तक सैंकडों पर रात के समय अपने हाथ पैर तुडवा चुके हैं। इस सडक पर हादसा होने से अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है वहीं कई गर्भवति औरतों को गडढों की वजह से रास्ते में ही बच्चा पैदा हो चुके हैं। 

कौन-कौन से गावों को जोडती है से सड़क ? 

कस्बा पिनगवां से राजस्थान के पहाडी तक जाने वाली सडक अकबरपुर, गंगवानी, मलहाका, डूंगेजा, बडेड, झारपुडी, जैतलका, झूडा, लुहिंगा कला, लुंहिगा खुर्द, गोलकरपुर, नीमखेडा, पहाडी सहित 30 गावों को जोडती है।

इस सडक पर है विधायक का गांव

पुन्हाना से निर्दलीय विधायक रहीश खान का पैत्रिक गांव नीम खेडा भी इसी सडक पर पडता है। इस सडक के निर्माण के लिये ग्रामीण कई बार उनसे भी शिकायत कर चुके हैं।

   

जिला परिषद में उठ चुका है सडक का मुद्दा

गांव अकबरपुर निवासी एंव जिला पार्षद जान मोहम्मद का कहना है कि इस सडक की हातल इतनी खस्ता है कि लोगों के लिये मुसीबत बनी हुई है। इस सडक कि मरम्मत के लिये वह दो बार जिला परिषद कि बेठक में इस मुद्दे को उठा चुके हैं लेकिन अधिकारी हां तो करते हैं लेकिन कोई काम नहीं करते हैं। इस सडक के बारे में वह खुद कई बार लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से मिलकर शिकायत कर चुके हैं।

क्या कहते हैं अधिकारी ?

लोकनिर्माण विभाग के कार्यकारी अधिकारी सज्जन सिंह ने बताया कि इस रोड कि मरम्मत की मंजूरी के लिये उच्च अधिकारियों को फाईल भेजी हुई है। जैसे ही मंजूरी मिल जाऐगी, उसके बाद टेंडर कर काम शुरू कर दिया जाऐगा।
— 

You cannot copy content of this page