नई दिल्ली। मोदी सरकार अब सड़क हादसों को कम करने के लिए एक प्लान लेकर आई है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बढ़ते सड़क हादसों पर चिंता जताते हुए एक नए प्लान के बारे में बताया है। गडकरी ने कहा है कि सरकार सड़क दुर्घटनाओं को काबू करने के लिए टायरों के निर्माण में रबर के साथ सिलिकॉन मिलाने और टायरों में नाइट्रोजन भरने को अनिवार्य बनाने की आवश्यकता है। इससे टायर ठंडे रहेंगे और उनके फटने का खतरा कम होगा।
वाहनों के टायर में नाइट्रोजन गैस भरवाने को सरकार जल्द अनिवार्य कर सकती है। इस संबंध में केंद्र सरकार एक पॉलिसी लाने पर विचार कर रही है। नाइट्रोजन गैस टायर को गर्मियों में ठंडा रखती है। नाइट्रोजन गैस रबर की वजह से टायर में कम बढ़ पाती है, जिसकी वजह से टायर में प्रेशर ठीक रहता है।
इसलिए फॉर्मूला वन रेसिंग कारों के टायर्स में नाइट्रोजन गैस ही भरी जाती है। साधारण हवा फ्री में या फिर ज्यादा से ज्यादा 5 से 10 रुपए में भर जाती है, जबकि नाइट्रोजन गैस के लिए 150 से 200 रुपए खर्च करने होते हैं।
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री गड़करी ने बताया कि हर वर्ष सड़क दुर्घटनाओं में लगभग डेढ़ लाख लोगों की मौत हो जाती है। सरकार इसके प्रति गंभीर है और इन्हें रोकने के लिए नया कानून लाना चाहती है। लेकिन संबंधित विधेयक एक वर्ष से सदन में लंबित है। उन्होंने सदस्यों से इसे जल्दी पारित करने का अनुरोध किया। उन्हाेंने कहा कि दुर्घटनाओं के कई कारण है, जिनमें अप्रशिक्षित चालक, खराब सड़कें और निगरानी का अभाव भी शामिल है।