पुलिस कर रही है जाँच
फरीदबाद: फरीदबाद के तीन नंबर इलाके स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान 12 साल के बच्चे की मौत को लेकर परिजनों और स्थानीय लोगो ने हॉस्पिटल पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए बच्चे की डेड बॉडी हॉस्पिटल के बाहर रखकर हंगामा कर दिया। परिजनों का आरोप था की डेंगू के चलते उसे पांच दिन पहले दाखिल करवाया गया था लेकिन इलाज में लापरवाही के चलते बच्चे की मौत हो गयी. मौके पर पहुची पुलिस ने उचित कार्यवाही करने का आश्वासन देकर बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी हस्पताल भिजवा दिया है.
निजी हस्पताल के बाहर 12 साल के इरफ़ान का शव रखकर प्रदर्शन करते और रोते – बिलखते इरफ़ान के परिजनों ने 4 दिन पहले डेंगू की शिकायत को लेकर इरफ़ान को संतोष मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में दाखिल करवाया था। परिजनों ने आरोप लगाया की जहाँ डाक्टरों ने इलाज के दौरान उनसे बदसलूखी की वहीँ उन्होंने इलाज में लापरवाही बरती जिसके चलते इरफ़ान की मौत हो गयी. उन्होंने बताया की डाक्टर उन्हें बार – बार आश्वासन देते रहे और जब आज इरफ़ान आखरी साँसों पर आ गया तो उसे सर्वोदय हॉस्पिटल रेफर कर दिया जहाँ पहुचते ही इरफ़ान ने दम तोड़ दिया।
इस मामले में मौके पर पहुचे इन्डियन मेडिकल एसोसिशन के जिला प्रधान डाक्टर सुरेश अरोड़ा ने कहा कि उन्हें बच्चे की मौत का अफ़सोस है. वहीँ उन्होंने कहा कि कोई भी डाक्टर अपने मरीज की भलाई चाहता है और उसे जल्दी स्वास्थ कोशिश करता है. उन्होंने इलाज में लापरवाही बरतने से इनकार करते हुए कहा की इरफ़ान को डेंगू था और डेंगू का मरीज हमेशा रिस्क पर रहता है . इलाज के दौरान इरफ़ान ठीक था लेकिन आज अचानक उसकी तबियत बिगड़ गयी थी.
वहीँ हंगामे की सूचना पाकर पुलिसबल के साथ मौके पर पहुचे एसीपी ने बताया की पूरे मामले की गहनता से जांच की जायेगी और पोस्ट मार्टम रिपोर्ट आने के बाद जो भी लीगल कार्यवाही होगी वह की जायेगी।