गुरुग्राम । गुरुग्राम लोकसभा में पहली बार वोटर बने युवा मतदाता भी बड़ी संख्या में मतदान करने निकल रहे हैं।सभी युवाओं में सबसे पहले वोट करने की चाहत चरम पर है।सभी सुबह से ही इलेक्शन आई कार्ड लेकर कतार में खड़े दिख रहे हैं। उनमें वोट डालने का उत्साह है। भारत के एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में ऐसे वोटरों को पहली बार मत डालने का अधिकार मिला है। दूसरी तरफ 85 साल की धन्नो देवी ने भी वोट डाल कर नई सरकार चुनने के लिए अपना योगदान दिया।
पहली बार वोट डाल रही बी फार्मेसी की स्टूडेंट तेजस्वी का कहना है अब उन्हें लग रहा है देश की डेमोक्रेसी में उनका भी योगदान होगा। अबतक जब भी वोट डालते थे चुनाव के दौरान उनके मन में इस बात की कसक रहती थी कि उन्हें कब यह अधिकार मिलेगा और सरकार चुनने में उनके मत का प्रयोग कब होगा। इस बारे उन्होंने ऑनलाइन पंजीकरण कराया और घर बैठे ही उन्हें इलेक्शन आई कार्ड मिल गया। साथ ही घर के पास वाले बूथ पर ही वोट डालने की व्यवस्था भी । इससे और सुविधा हुई लेकिन लाइन में लगनी पड़ी और कुछ वक्त इंतजार करना पड़ा।
दूसरी तरफ कुछ युवाओं को वोट डालने में बड़ी असुविधा का सामना करना पड़ा। उनका कहना है कि किसी बूथ में तो सबसे अधिक वोटर्स हैं और किसी में काफी कम इसलिए कई बूथों पर काफी लंबी लाइन लगी हुई है। पहली बार वोटर बनी प्रमिला का कहना है कि नए वोटर्स के लिए अलग से सुविधा होनी चाहिए। कहा गया था कि नए वोटर्स के लिए खास इंतजाम किया गए हैं लेकिन यहां तो कुछ भी नहीं है। लोग एक घंटे से धूप में खड़े हैं। कई तो कतार से निकल कर घंटे भर इंतजार कर घर चले गए। ऐसे में वोट का प्रतिशत काफी कम रहेगा जबकि चुनाव आयोग ने मतदाताओं को रिझाने के लिए पूरी ताकत झोंकी। उनका कहना है कि इस प्रकार की व्यवस्था से लोग निराश हो रहे हैं।
भाग संख्या 120 में वोट डालने आई 85 साल की धन्नो देवी को उनके पुत्र लेकर बूथ पर आए और बक वोट डलवाया। उन्होंने भी लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए वोट डाला लेकिन उनके जैसे बीमार व बुजुर्ग लोगों के लिए कोई व्यवस्था नहीं थी। न ही व्हील चेयर की व्यवस्था थी और न ही उनके बैठने के लिए इंतजाम। हालांकि उन्हें लाइन में लगने की जरूरत नहीं पड़ी।
पहली बार वोट कर रही राजेन्द्र पार्क निवासी स्नेहा का कहना है कि उन्हें इस बात का एहसास है कि हम एक जिम्मेदार नागरिक हैं।हमें अपने मत का प्रयोग अवश्य करना चाहिए। उनका कहना है कि मैं विकास को ध्यान में रख कर वोट डाल रही हूं। हालांकि उन्होंने यह भी संकेत दिया कि उनका वोट देश के प्रधानमंत्री पद के लिए योग्य उम्मीदवार के दृष्टिकोण से भी प्रभावित होगा।