कचरा निस्तारण को लेकर आर डब्ल्यू के प्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित
इकोग्रीन प्रतिनिधियों ने 30 अगस्त तक मोबाइल यूनिट की व्यवस्था करने का दिया आश्वासन
गुरूग्राम, 26 जुलाई। नगर निगम शहर को स्वच्छ एवं बेहतर बनाने के लिए प्रयास कर रहा है और इस कार्य में यहां के नागरिकों की भागीदारी होना बहुत ही जरूरी है।
उक्त विचार गुरूग्राम के नगर निगम आयुक्त यशपाल यादव ने व्यक्त किए। वे नगर निगम कार्यालय में विभिन्न रिहायशी सोसायटीज एवं एनजीओ प्रतिनिधियों के साथ कंपोस्टिंग को बढ़ावा देने के लिए तैयार की गई योजना पर बैठक कर रहे थे। बैठक में उन्होंने कहा कि जो रिहायशी सोसायटीज अपने स्तर पर सोसायटी परिसर में विकेन्द्रीयकृत कचरा प्रबंधन संयंत्र लगाकर कचरे से खाद बनाने का कार्य कर रही हैं, नगर निगम उनके द्वारा तैयार खाद को 5 रूपए प्रतिकिलोग्राम की दर से खरीदेगा। इस खाद को पार्कों तथा ग्रीन बैल्ट में हरियाली बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाएगा। इससे एक ओर जहां शहर में हरियाली को बढ़ावा मिलेगा, वहीं दूसरी ओर सोसायटियों को कंपोस्टिंग प्लांट के संचालन एवं रख-रखाव में मदद मिलेगी। उन्होंने उपस्थित नागरिकों से शहर को स्वच्छ एवं बेहतर बनाने के सुझाव भी मांगे। उन्होंने कहा कि नगर निगम द्वारा किए जा रहे सभी कार्यों में नागरिकों की भागीदारी एवं सोशल ऑडिट का स्वागत किया गया है। आप लोग आगे बढक़र अपने यहां नगर निगम द्वारा किए जा रहे कार्यों की मॉनिटरिंग करें तथा अपने सुझाव दें।
बैठक में सुझाव दिया गया कि कचरा प्रबंधन के लिए सबसे पहले स्थानीय स्तर पर गीले एवं सूखे कचरे को अलग-अलग करना जरूरी है। इसके लिए नागरिकों को जागरूक किया जाए। जो सोसायटियां अपने यहां ऐसा कर रही हैं, उन्होंने अपने अनुभव बैठक में सांझा किए। बैठक में सुझाव दिया गया कि कचरा उठाने वाली गाडिय़ों में एक ऑडियो संदेश शामिल किया जाए, जो लोगों को कचरा अलगाव सहित स्वच्छता के बारे में जागरूक करे। इसके साथ ही सॉलिड वेस्ट मैनेजमैंट रूल्स-2016 के तहत बल्क गारबेज जनरेटर को उनके यहां पैदा होने वाले कचरे का प्रबंधन उनके ही परिसर में करवाना सुनिश्चित करने के लिए आदेशित किया जाए। इसके साथ ही शहर में डस्टबिन की संख्या बढ़ाने तथा इकोग्रीन के कार्य में सुधार करवाने संबंधी सुझाव भी दिए गए।
बाद में इकोग्रीन प्रतिनिधियों के साथ आयोजित बैठक में निगमायुक्त ने कहा कि जो सोसायटियां अपने यहां कचरे को अलग-अलग कर रही हैं, वहां से गीला एवं सूखा कचरा अलग-अलग उठान की व्यवस्था करें तथा इस व्यवस्था को दूसरे स्थानों पर भी लागू करें। नागरिकों को कचरा अलग-अलग करने के प्रति जागरूक एवं शिक्षित करें। निगमायुक्त ने इकोग्रीन प्रतिनिधियों से कहा कि वे एग्रीमैंट के हिसाब से काम करें तथा अपने स्टाफ को प्रशिक्षित करें। इसके साथ ही जहां पर कचरा पड़ा हुआ है, उसे उठवाएं। निगमायुक्त ने कहा कि इकोग्रीन की कचरा उठाने वाली गाडिय़ों पर जागरूकता ऑडियो संदेश शुरू करवाएं तथा लोगों को जागरूक करने के लिए अन्य आईईसी गतिविधियां आयोजित करवाएं। इसके साथ ही आईएलएंडएफएस प्रतिनिधियों से भी कहा गया कि वे सीएंडडी वेस्ट के प्रबंधन के लिए मोबाइल यूनिट की व्यवस्था जल्द से जल्द करें। इस पर कंपनी प्रतिनिधियों ने बताया कि 30 अगस्त तक मोबाइल यूनिट की व्यवस्था कर ली जाएगी।
बैठक में एडीशनल म्यूनिसिपल कमिशनर वाईएस गुप्ता, संयुक्त निगमायुक्त मुकेश कुमार एवं रविन्द्र यादव, चीफ इंजीनियर एनडी वशिष्ठ, कार्यकारी अभियंता आनन्द सिंह राठी सहित विभिन्न सोसायटीज एवं एनजीओ के प्रतिनिधि, सॉलिड वेस्ट मैनेजमैंट विशेषज्ञ तथा इकोग्रीन एवं आईएलएंडएफएस के प्रतिनिधि उपस्थित थे।