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चण्डीगढ़, 8 जुलाई- हरियाणा मानव अधिकार आयोग के चेयरमैन व राजस्थान उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायधीश एस.के. मित्तल ने कहा कि हरियाणा मानव अधिकार आयोग का कार्यालय गुरूग्राम में खोले जाने पर विचार किया जा रहा है ताकि दक्षिणी हरियाणा के लोगों को अपनी शिकायत के निवारण के लिए चण्डीगढ़ न जाना पड़े। उन्होंने कहा कि हरियाणा मानव अधिकार आयोग जिला में भी कोर्ट लगाकर उनकी शिकायतों को सुनेगें। श्री मित्तल ने बताया कि 27 जुलाई को झज्जर में रोहतक, रेवाडी, भिवानी व झज्जर के लोगों की शिकायतों को सुना जाएगा।
उन्होंने यह जानकारी आज रेवाड़ी में आस्था कुंज व ओल्ड ऐज होम का निरीक्षण कार्यक्रम के दौरान दी। इस अवसर पर बताया गया कि हरियाणा के जिला रेवाडी में ओल्ड ऐज होम का नया भवन बनाया जाएगा इसकी स्वीकृति मिल चुकी है। ओल्ड ऐज होम की ड्रांईग इस प्रकार से तैयार की गई है कि उसमें सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध हो। ओल्ड ऐज होम का नया भवन बन जाने से यहां पर रहने वाले लोगों को और अच्छी सुविधाएं उपलब्ध होगीं।
इस अवसर पर हरियाणा मानव अधिकार आयोग के चेयरमैन व राजस्थान उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायधीश एस.के. मित्तल ने कहा कि आस्था कुंज में रह रहे बच्चों को समाज की मुख्य धारा से जोडऩा हम सब का कर्तव्य है इसके लिए सभी सामुहिक रूप से प्रयास करें ताकि इन बच्चों का भविष्य बेहतर बनाया जा सकें। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा इन बच्चों के रहने खाने-पीने, शिक्षा व सामाजिक संस्कार देने के लिए जो प्रयास किये जा रहे है वह सराहनीय है। इन बच्चों के कार्यक्रमों को देखकर लगता है कि इन बच्चों की प्रतिभा निखारने के लिए इन्हें सही प्लेटफार्म प्रदान कर उचित कदम उठाये जा रहे है। उन्होंने कहा कि इस कार्य से जुडी स्वयं सेवी संस्थाएं, आम नागरिक व जिला प्रशासन इस बात के लिए बधाई का पात्र है कि वे अपने जिम्मेदारी समझकर इस पुण्य के कार्य से जुटे हुए है। उन्होंने कहा कि इन बच्चों को शिक्षित व संस्कार बनाकर इन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने में भी मदद करनी चाहिए ताकि वे अपने पैरो पर खडे होकर अपने परिवार का पालन पोषण अच्छी प्रकार से कर सकें तथा सामाजिक संस्कारों के साथ समाज से जुड सकें।
उन्होंने आस्था कुंज में रह रहे सहवासियों से आग्रह किया कि वे बुजुर्ग होने के नाते इन बच्चों को अच्छे सामाजिक संस्कार दें ताकि वे महसूस कर सके कि वे एक परिवार में रह रहे है। उन्होंने बच्चों से कहा कि वे आगे बढने के लिए मेहनत करें। यह संस्था उनके लिए एक घर है और यहां रह रहे बच्चें उनका परिवार है। वे आपस में एक दूसरे का हाथ पकडकर आगे बढने का प्रयास करें।
श्री मित्तल ने आस्था कुंज का निरीक्षण करते हुए कहा कि जिला प्रशासन द्वारा नियमानुसार सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने इस मौके पर वृद्धाश्रम का भी निरीक्षण किया तथा बुजुर्गो से उनके रहन सहन खान-पान के बारे में जानकारी ली, जिस पर सहवासियों ने बताया कि उन्हें सभी सुविधाएं समय पर उपलब्ध कराई जा रही है तथा किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है। वृद्धाश्रम में रह रहे सबसे बुजुर्ग व्यक्ति ने बताया कि उन्हें यहां की सुविधाओं और देखरेख के पीछे कभी भी अपने परिजनों की याद तक नहीं आती हमें बहुत ही अच्छे ढंग से रहने के लिए यहां रहने की सुविधा मिली हुई है।
उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा ने आस्था कुंज में रह रहे बच्चों तथा वृद्धाश्रम में रह रहे बुजुर्गो को दी जाने वाली सुविधा के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आस्था कुंज में फिहलाल 36 बच्चें रह रहे है तथा वृद्धाश्रम में 15 बुजुर्ग रह रहे है। श्री शर्मा ने कहा कि उनका प्रयास है कि यहां पर रह रहे बच्चे अच्छी शिक्षा पाकर उंचे पदो पर पहुंचे तथा देश के लिए सेवा करें।
चेयरमैन एस.के. मित्तल, उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा, मानव अधिकार आयोग के रजिस्ट्रार एस.सी. गोयल, जिला सत्र एवं न्यायधीश मनीषा बतरा ने आस्था कुंज परिसर में पौधारोपण भी किये तथा बच्चों व वृद्धजनों को फल व मिठाई भी वितरित की। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक राजेश दुग्गल, एसीजेएम मोहित अग्रवाल, सीजेएम कीर्ति जैन, उपमण्डल अधिकारी ना. जितेन्द्र कुमार, जिला समाज कल्याण अधिकारी रेनू बाला, जिला बाल कल्याण अधिकारी विरेन्द्र यादव, बाल कल्याण कमेटी के सदस्य राजेश भार्गव, रजनी भार्गव, उपासना गुप्ता सहित अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।