रहुआ में 16 दिन से पीने का पानी नहीं जबकि कई गांवों में 24 घंटे से बिजली नहीं

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यूनुस अलवी

 
मेवात : सरकार के लाख दामों के बावजूद भी रमजान के महिने में पीने का पानी भी नसीब नहीं हो रहा है। पुन्हाना खंड के गांव रहपुआ के लोग पिछले 16 दिन से पीने के पानी को तरस रहे हैं। गांव में खारा पानी होने की वजह से लोगों को वाटर सप्लाई पर ही रिर्भर रहना पडता है।
 गांव के सरपंच धूप खां और खुरशीद ने बताया कि उनके गांव रैनीवैल से पीने का पानी आता है। गांव के बूस्टिंग स्टेशन जहां से गांव को पीने के पानी की सप्लाई होती है वहां पर बिजली की मोटर फुंकी हुई है। इस बारे में पब्लिक हेल्थ के अधिकारियों को कई बार शिकायत कर ली लेकिन वे कोई गौर नहीं कर रहे हैं। उन्होने बताया की रमजान के महिने में पानी की भारी किल्लत होने की वजह से लोगों को मजबूर होकर 800 से 1000 रूपये का एक पानी का टेंकर डलवाना पड रहा है। गरीब आदमीं वो टेंकर भी नहीं डलवा सकता है। गरीब आदमी दूसरों से पानी मांगकर अपना गुजारा चला रहे हैं।
 
  सरपंच का कहना है कि सरकार और जिला प्रशासन ने वादा किया था की रमजान के महिने सभी लोगों को बिजली और पीने का पानी 24 घंटे उपलब्ध कराया जाऐगा लेकिन सरकार के दावे फैल हो रहे हैं। उनहोने चेतावनी देते हुऐ कहा की अगर जल्द पीने के पानी की समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वे सडकों पर उतरने को मजदूर होंगें।
 
उधर शनिवार को पुन्हाना हल्का में आई आंधी कर वजह से एक दर्जन बिजली के धंबे टूट गऐ जिसकी वजह से गांव लाहाबास सहित एक दर्जन गावों में पिछले 26 घंटे से बिजली नसीब नहीं हुई है। गांव लाहाबास के फतेह मोहम्मद और रोजदार का कहना है कि बिजली ना आने की वजह से पीने के पानी की दिक्कत खडी हो गई है। वहीं रोजेदारों को भी भारी परेशानी हो रही है। बिजला ना आने से लोगों के फोन डिस्चार्ज हो गऐ हैं।
 

क्या कहते हैं डीसी

 
नूंह जिला के डीसी अशोक शर्मा का कहना है कि आंधी की वजह से जो बिजली के खंबे आदि टूटे हैँ उनको जन्द ठीक कराने के आदेश दे दिए हैं। वहीं जहां पानी की कोई किल्लत है उसको जल्द ठीक करने को कहा गया है। जो अधिकारी लापरवाही बरतेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाऐगी।

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