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अमरीका के विरोध में नेता, उलेमा और हजारों लोगों ने किया जोरदार प्रदर्शन
पुन्हाना के एसडीएम की मार्फत यूएनओ, केन्द्रीय विदेश मंत्री और भारत में अमरीका के राजदूत के नाम ज्ञापन सौंपा
यूनुस अलवी
मेवात : अमरीका द्वारा यरूशलम को इजऱाईल की राजधानी घोषित किए जाने पर पुन्हाना खंड के नेता, उलेमा और हजारों लोग अमरीका के विरोध में सडकों पर उतर आए। विरोध प्रदर्शन जमियत उलमा हिंद की नोर्थ जोन के सदर मोनाला याहया करीमी के नेतृत्व में आयोजित किया गया। पुन्हाना के एसडीएम की मार्फत यूएनओ, विदेश मंत्री और अमरीका राजदूत के नाम ज्ञापन सौंपा।
जमिअत उलेमा हिंद की नोर्थ जोन (हरियाणा, चंदीगढ, पंजाब हिमाचल प्रदेश)के सदर मौलाना याहया करीमी ने कहा कि अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा यरूशलम को इजऱाईल की राजधानी घोषित जहां एक मुहायदे को तौडा है वहीं दुनिया भर के मुसलमानों की आस्था के साथ खिलवाड किया है। जिसे किसी भी कीमत पर बरदास्त नहीं किया जा सकता।
उन्होने कहा कि मुसलमानों का यरूशलम में स्थित बैतुल-मुकद्दस पहला काबा है। इजराईल का यरूशलम पर कोई हक़ नहीं है, लेकिन अमरीका के राष्ट्रपति द्वारा यरूशलम को ईजराईल की राजधानी घोषित कर दिया गया है जो कि ठीक नहीं है। आज दुनिया का हर मुसलमान अमरिका के इस फैसले का कड़ा विरोध कर रहा है। उन्होंने कहा कि हम भारत सरकार से भी अपील करते हैं कि अमरिका पर इस गलत फैसले को वापिस लेने के लिए दबाव बनाए। उन्होंने कहा कि हम इस फैसले का तब तक विरोध करते रहेंगे जब तक इस फैसले को वापिस नहीं लिया जाता।
इस मौकेपर मोलाना याहया करीमी, एजाज खां, सहाब खां, सुभान खां सहित काफी प्रमुख लोग मौजूद थे। वहीँ आज मिनी सचिवालय नूँह में मेवात क्षेत्र के प्रमुख उलेमाए दीन ने मौलाना खालिद कासमी सदर जमिअत उलेमा हरियाणा, पंजाब, हिमाचल व चंडीगढ की सदारत में एस डी एम, नूँह की मार्फत प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति व भारत सरकार के राजदूत के नाम ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर नूँह से इनेलो विधायक चौधरी ज़ाकिर हुसैन भी उनके साथ मौजूद रहे।
जमिअत उलेमा के सदर मौलाना खालिद कासमी ने कहा कि अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा यरूशलम को इज़राईल की राजधानी घोषित किए जाने पर पूरी दुनिया के मुसलमानों द्वारा विरोध किया जा रहा है.