अरब सागर में चक्रवाती तूफान ‘ओखी’ में नौसेना का बचाव कार्य जारी

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अरब सागर में चक्रवाती तूफान ‘ओखी’ में नौसेना का बचाव कार्य जारी 2चेन्नई : दक्षिण पूर्व अरब सागर और एल एवं एम द्वीप में अति गंभीर चक्रवाती तूफान ‘ओखी’ के पश्चात यद्यपि भारतीय नौसेना के खोज और बचाव संचालन कार्य त्वरित गति से चलाए जा रहे हैं। चेन्नई, कोलकाता और त्रिकंड के दक्षिण नौसेना कमांड आईएनएस के सीमावर्ती जहाजों सहित आठ नौसेना जहाज प्रभावित द्वीपों की सहायता के लिए तैनात किए गए हैं। इसके अतिरिक्त पूर्वी नौसेना कमान के लंबी दूरी के पी 81 समुद्री टोही विमान सहित दक्षिणी नौसेना कमान पर सभी विमानों को पूरे दिन के लिए तैनात किया गया था।

पूर्व-मध्‍य अरब सागर में अति प्रचंड चक्रवाती तूफान ‘ओखी’

पूर्व-मध्‍य अरब सागर में अति प्रचंड चक्रवाती तूफान ‘ओखी’ पिछले छह घंटों के दौरान 21 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से उत्‍तर-पूर्वोत्‍तर की ओर आगे बढ़ गया है तथा 05 दिसम्‍बर, 2017 को भारतीय मानक समय (आईएसटी) 11:30 बजे पूर्व-मध्‍य अरब सागर में 18.5o उत्‍तर अक्षांश तथा 71.0o पूर्व-देशान्‍तर के निकट मुम्‍बई के पश्चिम- दक्षिण पश्चिम में लगभग 200 किलोमीटर तथा सूरत के दक्षिण-पश्चिम से 350 किलोमीटर पर केन्द्रित था। इसके निरंतर उत्‍तर-पूर्वोत्‍तर की ओर बढ़ने तथा कमजोर होकर दक्षिण गुजरात को पार कर सूरत के निकट उत्‍तर महाराष्‍ट्र के निकटवर्ती तटों पर पहुंच कर आज (05 दिसम्‍बर, 2017) रात तक बहुत कमजोर पड़ने की संभावना है।

भारतीय नौसेना के जहाज, शारदा और चेन्नई द्वारा मिनिकोय में 3 दिसंबर और कावारत्ती एवं काल्पेनी में 4 दिसंबर को आपदा राहत सामग्री उतारा गया। आईएएस द्वीप रक्षक और नौसेना टुकड़ी मिनिकोय द्वारा स्थानीय प्रशासन को सूखा रसद (चावल, दाल, नमक डिहाइड्रेटिड आलू और प्याज) सहित, पानी, कम्बल, रेन कोट, उपयोग करके फेंक देने वाले कपड़े, मछरदानी और दरियों सहित कुल 4 टन आपदा राहत सामग्री सौंपी गई । कावारत्ती में भारतीय नौसेना के हेलीकॉप्टर आईएनएस द्वीप रक्षक द्वारा बितरा द्वीप के लिए सूखी रसद और खाने के लिए तैयार भोजन की आपदा राहत सामग्री को भेजा गया। नौसेना टुकड़ी मिनिकोय के कर्मचारी स्थानीय आबादी और प्रशासन के साथ सड़कों को साफ करने व स्थानीय आबादी को भोजन और रसद वितरण में सहयोग कर रहे हैं।

आईएनएस कोलकाता ने बितरा द्वीप से 70 मील की दूरी पर एफवी (मछली पकड़ने वाली नौका) द्वीप क्वीन से नौ व्यक्तियों को बचाया। यह नाव पिछले 15 दिनों से लापता थी। नाविकों को संतोषजनक स्थिति में पाया गया और उनके लिए भोजन, पानी और अन्य आवश्यक वस्तुओं की मांग को जलयान भेजकर पूरा किया गया। नाविकों के अनुरोध पर नाव को दो घंटे के लिए संरक्षण दिया गया।

कोच्चि से नौसेना हेलीकॉप्टर समुद्री किंग को कावारत्ती द्वीप पर तैनात किया गया था। हेलीकॉप्टर का प्रयोग विभिन्न द्वीपों में व्यक्तियों और राहत सामग्री को भेजने के लिए किया गया। इस बीच, आईएनएस जमुना और आईएनएस निरीक्षक द्वारा बचाए गए केरल के 11 मछुआरों को कोच्चि के लिए आईएनएस काल्पेनी द्वारा लाया गया।

आईएनएस श्रादुल ने मिनिकोय में सभी एचएडीआर सामग्री को उतारा है। यह जहाज अतिरिक्त एसएआर कार्यों के लिए गोताखोर दल और नौसेना हेलीकॉप्टर से सुसज्जित है। यह राहत सामग्री दो हजार लोगों के लिए सात दिनों तक पर्याप्त होगी।

निर्धारित क्षेत्र में खोज और बचाव प्रयासों की समाप्ति पर एचएडीआर सामग्री के साथ आईएनएस त्रिकंड अब बितरा द्वीप की ओर बढ़ रहा है। 5 दिसंबर की सुबह इसके द्वीप पर पहुंचने की संभावना है। स्थिति के सुधरने तक राहत सामग्री से द्वीप वासियों की आवश्यकता पूर्ति होगी।

सभी एल एम द्वीप भारतीय नौसेना, नौवहन और वायुयान द्वारा तेजी से चलाए जा रहे आपदा बचाव और राहत कार्य के दायरे में हैं। एल एवं एम द्वीप समूह में शीघ्र सामान्य स्थिति लाने के लिए भारतीय नौसेना दृढ़संकल्प है।

भारतीय नौसेना स्थिति सामान्य होने तक परीक्षण और राहत कार्य जारी रखेगी। सभी खोज और राहत कार्य केंद्रीय एजेंसियों के सहयोग से पूरे किए गए।

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

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