खादी पर आधारित परिधानों का डिजाइन कर दर्शकों के सामने प्रस्तुत किया
गुड़गांव, 4 अक्टूबर : के.आर. मंगलम विश्वविद्यालय के स्कूल आॅफ फैशन डिजाइन द्वारा आज खादी दिवस का आयोजन किया गया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने आजादी के दौर से खादी को स्वदेशी का प्रतीक बनाया और इसी वजह से आज भी उनके जन्मदिवस पर खादी के उपयोग व प्रचार-प्रसार को लेकर देश भर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इसी श्रृंखला में, स्कूल आॅफ फैशन डिजाइन ने विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया। इन कार्यक्रमों का विषय महात्मा गांधी द्वारा दिए गए नारे ‘फैशन हेतु खादी, राष्ट्र हेतु खादी, यही है प्रगति का मार्ग’ बनाया गया।
इन प्रतियोगिताओं में टी-शर्ट पेंटिंग, डूडलिंग और फैशन शो का आयोजन किया गया। छात्र-छात्राओं ने बड़ी संख्या में इन कार्यक्रमों में भागीदारी की। छात्रों के उत्साह ने यह प्रदर्शित किया कि युवा वर्ग आज भी राष्ट्रीय प्रतीकों और राष्ट्रीयता की भावनाओं से ओत-प्रोत है। इन कार्यक्रमों में आकर्षण का केंद्र फैशन शो रहा जिसमें स्कूल आॅफ फैशन डिजाइन के छात्र-छात्राओं ने खादी पर आधारित विभिन्न प्रकार के परिधानों का डिजाइन किया और उन्हें दर्शकों के सामने प्रस्तुत किया।
स्कूल आॅफ फैशन डिजाइन के छात्र-छात्राओं ने खादी पर आधारित विभिन्न उत्पादों के स्टाॅल भी लगाए जिसमें बैग, ज्वैलरी, टी-शर्ट, व अन्य फैशनेबल परिधान पेश किए गए और इन्हें सभी ने बहुत सराहा।
टी-शर्ट पेंटिंग प्रतियोगिता में अनु चैधरी (एम.एस.सी. भौतिकी) ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।डूडलिंग प्रतियोगिता में सोनम यादव(एम.एस.सी. रसायन शास्त्र) ने बाजी मारी। फैशन शो प्रतियोगिता में अपने अनूठे परिधान और शानदार प्रस्तुति के लिए पूजा, दृष्टि और ज्योति को विजेता घोषित किया गया।
सम्मेलन के समापन समारोह में के.आर. मंगलम विश्वविद्यालयकेकुलपति प्रो. आर.के. मित्तल ने कहा, ‘खादी न केवल स्वतंत्रता संग्राम के दौर में एक महत्वपूर्ण प्रतीक-चिन्ह रहा, बल्कि आज भी फैशन में खादी को महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी खादी की बहुत अधिक मांग है।’ कुलपति महोदय ने यह भी कहा कि ‘इस कार्यक्रम की सफलता और छात्र-छात्राओं द्वारा बड़ी संख्या में की गई भागीदारी हमारे लिए हर्ष का विषय है और साथ ही यह नई पीढ़ी के प्रति हमें आशान्वित करती है।’
कार्यक्रम का आयोजन सुश्री सपना सिंह, श्री नीरज यादव और सुश्री रसिका कौशल ने किया। के.आर. मंगलम विश्वविद्यालयकेविभिन्न विभागों के डीन्स भी विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रतिभागियों का उत्साहवर्द्धन करने के लिए मौजूद रहे। इनमें रजिस्ट्रार डाॅ. दिवाकर पडलिया, प्रो. विजय कुमार दूबे, डाॅ. बृजेश कुमार, डाॅ. अरुण गर्ग, डाॅ. ओम्ना एंटनी समेत अनेक गणमान्य उपस्थित थे।