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यूनुस अलवी
मेवात:अब से पहले भले ही मेवात में महिलाऐं शिक्षा और खेलों से दूर रहती रही हों लेकिन अब शिक्षा के साथ-साथ मेवात की बेटियों ने अब खेलों में अपना जोहर दिखाने शुरू कर दिए हैं। मेवात के छोटे से गांव छारौडा निवासी रजिया बानो ने हाल में तमिलनाडू में आयोजित किए गऐ रूलर नेश्रल गैम्स 2017 की यूनियर कुस्ती में राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल जीतकर मेवात का नाम रौशन किया है। अब रजिया की तमन्ना है कि वह ऑलंपिक में पदक जीतकर मेवात का नाम रौशन कर सके।
रजिया बानों ने बताया कि वह पिछले 6 साल से टाईक्वांडो गैम में भाग लेती थी उसने नेश्रल और इंटरनेश्रल स्तर पर करीब 28 सिलवर और गोल्ड मेडल जीते हैं। टाईक्वांडो गैम अधिक फैमस नही है और इतने मेडल लेने के बावजूद भी सरकार ने उसको एक कर्लक तक की नोकरी नहीं थी। इसी वजह से उसने अपना रूख कुस्ती की तरफ मौड दिया है। उसने करीब आठ महिने पहले ही कुस्ती में हाथ अजमाने के लिऐ अपना कदम रखा है। अब तक वह दिल्ली स्टेट चैंपियनशिप में गोल्ड जीत चुकी है। वहीं उसने 23 अगस्त से 29 अगस्त तक तमिलनाडू में आयोजित की गई रूलर नेश्रल गैम्स 2017 में उसने राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल जीता है। इस प्रतियोगिता का आयोजन नेश्रल गैम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के तत्वधान में तमिलनडू की रूलर गेमस ऐसोसिएशन ने आयोजित किया है। इस प्रतियोगिता का आयोजन पदमा भूषण, अर्जुन एंव द्रोणाचार्य एवार्ड से सम्मानित सत्पाल की देखरेख में आयोजित किया गया।
रजिया ने बताया कि उसने 68 किलो वजन में कुस्ती लडी। उसने पहली कुस्ती में तमिलनाडू की लडकी को 4 अंक, केरला की लडकी को 8 अंक और फाईनल में महाराष्ट्र की सोनिया को 2 अंकों से हराकर गोल्ड मेडल जीता है। रजिया का कहना है कि अब उसका तमन्ना है की वह ऑलंपिक खेलों में भाग लेकर गोल्ड मेडल जीतकर मेवात और देश का नाम रौशन कर सके।
रजिया के गांव निवासी एंव पूर्व चांसलर साईंसटिस्ट सुभानखां, हाशिम खान ने मेडल पर खुशी जाहिर करते हुऐ कहा कि ये उनके गांव छारोडा और मेवात के लिए बडी उपलब्धि है। अब से पहले मेवात की लडकिया खेलों की बात तो दूर शिक्षा से भी दूर रहती थी लेकिन अब जमाना बदल रहा है। अब मेवात की बेटियां हर क्षेत्र में अपना नाम रौशन कर रही हैं।