मंहत विदाई में झलक गई भक्तों की आखें
उम्मीद से अधिक भीड़ आने से समिति के फूले हाथ-पैर
रजिया पराशर
फरीदाबाद/तिगांव, 26 सिंतबर : कुराली मोड़ पर चल रही श्री शिवपुराण कथा के अंतिम दिन मंहत राधेश्याम व्यास ने शिवभक्तों को समस्त ज्योर्तिलिंग उनकी पूजा व म
हत्व के बारे में बाते हुए कहा कि शिव के ज्योर्तिलिंगों की महिमा को शब्दों में उतारना बड़ा ही मुश्किल कार्य है,लेकिन जिसने भी जिस रुप में ज्योर्तिलिंग को जिस भाव और जिस मनोकामना के लिए पूजा है,भगवान शिव ने उस मानव को पूजा के हिसाब से वैसा ही दिया है। इसके अलावा निंरतर 12 ज्योर्तिलिंग के नाम मात्र से मानव जीवन के समस्त कष्ट नष्ट हो जाते हैं।
दिल खोलकर विदाई दी
भगवान की पूजा करने वाले को उसके भावानुसार मिल जाता है। इसलिए मानव को चाहिए कि वह जब भी भगवान शिव के समक्ष जाएं, तो अपने आप को पूरी तरह से सकारात्मक रखें,मन को गलत विचारों से दूर रखें। इस अवसर पर मंहत जी का महाराष्ट्र, मुम्बई, गुजरात, इन्दौर,गाजियबाद, नोएड़ा, मथुरा, आगरा, पलवल के अलावा अन्य दूर दराज स्थानों से आएं शिवभक्तों ने दिल खोलकर विदाई दी।
कई भक्तों की आखें झलक गयीं
वहीं कई भक्तों की आखें पानी से झलक उठी। जिसमें किसी ने चांदी का मुकुट तो किसी ने फूल व नोटों की माला के अलावा मंहत जी के वजन के बराबर सिक्कें भेंट किए। वहीं आज उम्मीद से अधिक भीड़ आने से समिति के हाथ-पैर फूल गए।
रुद्राक्ष के बारे में जानकारी दी
इस अवसर पर मंहत राधे श्याम ने शिवभक्तों को तारक पुत्रों की संहार लीला, त्रिपुरारी, पशुपति नाथ रहस्य, तुलसी शालिग्राम,शंख, रूद्वाक्ष, के बारे में जानकारी दी। इसके अलावा मंहत की ने अपनी कथा में अनुसूइया व अत्रि के यहां त्रिदेव पुत्र में क्यों आएं, पीपल पूजन का महत्व, हनुमान चरित्र, गुरू महिमा, जन्मपत्री में मांगलिक व कालसर्प योग के बारे में जानकारी देते हुए उपाय बताए।
हजारों की भीड़ उमड़ी
इस अवसर पर कर्मवीर बौहरा,मुकेश वर्मा, बौहरे राजेश अधाना,एडवोकेट सतेन्द्र अधाना,वेद अधाना, पप्पी नागर संजय बहादर अधाना, राजेन्द्र बिंदल, श्री मंहत व्यास धर्म प्रचार व जन कल्याण संस्थान के अध्यक्ष नगेन्द्र उर्फ गिन्नी, समिति के सचिव आरके वर्मा, पंडित शशिकांत शर्मा, मंच संचालक गौरव शर्मा, फिरेपाल अधाना, नंबरदार महकसिंह अधाना, भगवत मित्तल, ज्ञानचन्द्र मित्तल, बिजेन्द्र गर्ग के अलावा हजारों की संख्या में महिला,पुरूष,बुर्जुग व बच्चें उपस्थित रहे।